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पीरियड के पहले सफेद पानी क्यों निकलता है ?

कई सारी महिलाओं को पीरियड के पहले सफेद पानी (White Discharge) निकलने की समस्या होती है और यह होना कोई बड़ी बात नहीं है | देखा जाए तो यह पानी अधिक मात्रा में निकल रहा है, तो यह आपकी सेहत के बारे में बताता है यानी कि आपको किसी प्रकार का इंफेक्शन होने के कारण भी यह होता है | यदि यह पानी कम मात्रा में निकल रहा है, तो इससे कोई नुकसान नहीं है महिला की योनि से आमतौर पर जो सफेद पानी निकलता है उसे ल्यूकोरिया कहा जाता है | ल्यूकोरिया में शरीर में मौजूद बैक्टीरिया और फ्लूएड महिला की योनि से बाहर निकलते हैं और यह सफेद रंग का होता है | लिकोरिया में आमतौर पर आधा या एक चम्मच सफेद पानी महिलाओं के यौन अंग से बाहर निकलता है |महिला के शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन बढ़ने की वजह से यह सफेद पानी के रूप से महिला के यौन अंग से बाहर निकलता है | प्रोजेस्टेरोन हार्मोन महिला के पीरियड साइकिल को और प्रेगनेंसी के लिए जरूरी होता है |महिला के शरीर में अक्सर पीरियड आने से पहले एस्ट्रोजन की मात्रा बढ़ जाती है और यह पतला सफेद पानी के रूप में बाहर निकलता रहता है | आमतौर पर यह पीरियड आने के पहले दो-तीन दिन पहले आना शुरू हो जाता है |महिला की योनि से सफेद पानी निकलना कोई बुरी बात नहीं है, क्योंकि सफेद पानी के साथ साथ महिला के शरीर में मौजूद बैक्टेरिया बाहर निकल जाते हैं और इससे उनका मासिक धर्म कब आ रहा है इस बात का पता चल जाता है | दोस्तों आज हम जानने वाले है की पीरियड के पहले सफेद पानी क्यों निकलता है ?  तो चलो जानते है उसके बारे में |

पीरियड के पहले सफेद पानी निकलने का कारण क्या होता है ?

हमेशा देखा जाए तो सफेद पानी निकलने की अन्य कई कारण है, इसलिए हम जानते हैं कि क्या कारण है सफेद पानी निकलने का :

पीरियड के पहले सफेद पानी
पीरियड के पहले सफेद पानी

सफेद पानी निकलना मतलब आप का प्रजनन अंग सुरक्षित है : Safed Pani Niklana Matlab Aap Ka Prajanan Ang Surkshit Hai

पीरियड के आने से पहले सफेद पानी आना और पीरियड आने के बाद सफेद पानी जाना यह महिला शरीर का नियमित चक्र है |

आमतौर पर यह सफ़ेद पानी गाढ़ा और चिपचिपा होता है | यदि आप को सफेद पानी निकलते समय दर्द और जलन महसूस नहीं हो रही है तब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है |

गर्भनिरोधक गोली का सेवन : Garbhnirodhak Goli Ka Sevan

यदि किसी महिला ने यह लड़की ने गर्भावस्था को रोकने के लिए गर्भनिरोधक गोली का सेवन किया है तब यह पानी अधिक मात्रा में निकल सकता है |

गर्भनिरोधक गोली का सेवन करने की वजह से महिला के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन में असंतुलन होने लगता है | एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन की मात्रा बढ़ने की वजह से सफेद पानी निकलने की समस्या होती है |

 इंफेक्शन की वजह से : Infection Ki Vajah Se

75% महिलाएं ऐसी है जी ने अपने जीवन में कभी ना कभी प्राइवेट पार्ट में इंफेक्शन का सामना करना पड़ा है, यदि महिला को अपने जननांग में जलन महसूस हो रही है और सफेद पानी निकलते समय भी दर्द महसूस हो रहा है तब महिला को समझ जाना चाहिए कि उसे यीस्ट इन्फेक्शन की समस्या हुई है | ऐसे समय में आपको अपने यौन अंगों को साफ सुथरा रखना जरूरी होता है | हो सके तो आपको डॉक्टर इस समय पर डॉक्टर की सलाह लेनी बहुत जरूरी होती है |

सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिसीसिस की वजह से : Sexual Transmitted Deasease Ki Vajah Se

वैसे देखा जाए तो सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज यह यौन अंग में होने वाला रोग है इसरो की वजह से महिला के योनि से सफेद पानी निकलने की समस्या होती रहती है | गोनोरिया और chlamydia की वजह से मासिक धर्म के दौरान सफेद पानी की समस्या हो सकती है |

यदि आपको यह पानी का रंग पीले रंग का यह हरे रंग का दिखाई दे रहा है और आपको मछली की तरह बदबू आ रही है तब आपको डॉक्टर की सलाह लेनी बहुत आवश्यक होती है |

पीरियड के पहले सफेद पानी निकलना प्रेगनेंसी का लक्षण है : Symptoms

कई बार प्रेग्नेंट महिला को सफेद पानी निकलने की समस्या होती रहती है और यदि आपका पीरियड आने की तारीख नजदीक आ रही है और आपका सफेद पानी निकल रहा है और आपका मासिक धर्म नहीं आया तब आपको समझ जाना चाहिए कि यह प्रेगनेंसी का लक्षण है | देखा जाए तो यह जानना आसान नहीं है कि महिला प्रेग्नेंट है या नहीं | इस बात का पता लगाने के लिए आपको प्रेगनेंसी टेस्ट करना बहुत जरूरी है |
मासिक धर्म के दौरान क्या सावधानियां बरतें

पीरियड के दौरान अलग-अलग रंग का पानी निकलना इसका मतलब क्या है ?

पीरियड के दौरान सफेद पानी निकलना का जवाब आपको तो मिल ही गया होगा , अब हम जानते हैं पीरियड के दौरान पानी का रंग अलग हुआ तो इसका मतलब क्या है |

पीरियड के दौरान भूरे रंग का पानी : Period Ke Dauran Bhure Rang Ka Pani

अगर आपको पीरियड के पहले ग्रे रंग का पानी निकलता हुआ दिखाई दे रहा है, तो इसका मतलब बैक्टीरियल वेजाइनोसिस माना गया है | इस समय पर आपको डॉक्टर की सलाह लेनी बहुत आवश्यक होती है |

 हरे या पीले रंग का पानी आना : Period Ke Waqt Hare Rang Ka Pani Aana

अगर आपको पीरियड के पहले हल्का पीले रंग का पानी आ रहा है तो यह कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन यदि यह गाढ़ा पीला रंग या हरे रंग का पानी दिख रहा है तो यह इंफेक्शन का खतरा माना गया है |

 गुलाबी रंग का पानी आना : Gulabi Rang Ka Pani

पीरियड के दौरान गुलाबी रंग का पानी आना यह अक्सर पीरियड के शुरुआती समय में या फिर योन क्रिया करने के बाद यह दिखाई देता है | यदि आपको गुलाबी रंग का पानी दिखाई दे रहा है तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी जरूरी है |

लाल रंग का पानी निकलना : Lal Pani Niklna

वैसे देखा जाए तो पीरियड का खून का रंग लाल ही होता है , लेकिन यदि आपको ऐसा लग रहा है कि आप के यौन अंग से निकला हुआ लाल पानी खून नहीं है, तब आपको इस विषय की चिंता करनी चाहिए |

पीरियड के दौरान या पहले लाल पानी आना यह इंफेक्शन का खतरा माना गया है इसलिए आपको डॉक्टर की सलाह लेनी आवश्यक है |

तो दोस्तों यह थी पीरियड्स के दौरान अलग-अलग रंग का पानी आने की समस्या की जानकारी |

पीरियड के दौरान सफेद पानी निकलने की समस्या का घरेलू इलाज : Gharelu Ilaj

यदि आपको सफेद पानी की समस्या हो रही है, तब आपको कुछ घरेलू उपाय आजमाने चाहिए जैसे कि :

  • महिला को अपने प्राइवेट पार्ट को साफ सुथरा रखना जरूरी है और जितना हो सके उतना अपने यौन अंगों को सूखा रखने का प्रयास करें |
  • हो सके तो आपको पतली अंडरवियर का इस्तेमाल करना चाहिए , टाइट अंडरवियर का इस्तेमाल करने से यह इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है | आप पेंटीलाइनर का इस्तेमाल भी कर सकती है |
  • यदि आप को सफेद पानी की समस्या हो रही है तब आपको टैंपोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए |
  • प्रोबायोटिक का सेवन करना चाहिए आपको दही का सेवन करना चाहिए |
  • जितना हो सके उतना पानी अधिक मात्रा में सेवन करते रहिए |

यदि पीरियड के दौरान और पीरियड के बाद सफेद पानी आने की समस्या के बारे में जानकारी | यदि आपको अन्य किसी प्रकार की मदद की जरूरत है तो आप नीचे कमेंट में लिख कर पूछ सकती है |

धन्यवाद

मासिक धर्म का खून का रंग बताता है आपकी सेहत के बारे में

सिर की खुजली के कारण लक्षण और सिर में खुजली होना के उपाय

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नमस्कार दोस्तों।फ्री सिंपलीफाइड इंफॉर्मेशन वेबसाइट में आप सभी का हम स्वागत करते हैं।आज का हमारा विषय है,सिर में खुजली होना के उपाय,सिर को खुजली आना एक आम समस्या है। बालों में जुएं पड़ने के कारण भी सिर की खुजली होती है। बालों में खुजली आना डेंड्रफ का भी एक मुख्य लक्षण माना जाता है। बालों में मौजूद गंदगी, हेयर ड्राई होना, तनाव के कारण हो सकते हैं सिर में खुजली। कई बार शैंपू से बाल धोने के बाद भी बाल अच्छे से साफ नहीं हो पाते हैं इसी कारण सिर में गंदगी रह जाती है इसी कारण भी खुजली आना यह समस्या हो सकती हैं। सर्दियों के मौसम में सिर की त्वचा मैं रूखापन आ जाता है इसके कारण खुजली आना शुरू हो जाता है। ड्राइनेस को दूर करने के लिए रोजाना तेल की मालिश करना बहुत जरूरी है।

सिर में खुजली होना मतलब क्या होता है : Sir Mein Khujli Hona Matlab Kya Hota Hai 

खुजली आना एक बीमारी ना होकर अनेक बीमारियों का लक्षण भी हो सकता है। किसी फंगल नहीं तो एलर्जी परिणाम स्वरूप हो सकता है। इनके कारण भी सिर पर खुजली आ सकती हैं। लेकिन यहां खुजली बालो और सीर की अन्य समस्याएं भी साथ में लेकर आती है,जैसे की लालिमा,सूजन, बाल झड़ना, गिरना, टूटना आधी समस्या भी हो जाती हैं। सिर में खुजली लगने वाली बीमारी को सेबोरिंक डर्मेटाइटिस कहां जाता है। यह बीमारी अधिक डैंड्रफ के कारण होती हैं। कई बार सिरके स्कीम पर पपड़ी बनने के कारण भी खुजली आ जाती हैं। अगर हमें ज्यादा बालों में पसीना आता है तो उसके कारण भी खुजली आ सकते हैं। खुजली का इलाज करना बहुत जरूरी है नहीं तो गंजापन भी आ सकता है। हमारा सुंदरता हमारे बालों के ऊपर ही डिपेंड होता है।

आयुर्वेद के अनुसार पित्त,कफ,वात इन तीनों दोष का जब असंतुलन हो जाता है,तब हमें कुछ ना कुछ दिक्कत आने लगते हैं। हमारी जीवन शैली की लापरवाही के कारण सामान्य अवस्था में घट या बढ़ जाते हैं। सिर की खुजली में यह तीन दोष का असंतुलन माना जाता है,। कफ के कारण चिपचिपा पन। वात के कारण  शुष्कता और  खुजली उत्पन्न हो जाते हैं। तो चलिए जानते हैं,सिर में खुजली होने के लक्षण और घरेलू उपाय।

सिर की खुजली
सिर की खुजली

सिर में खुजली होने के लक्षण(Symptoms) : 

  • सिर में सफेद पपड़ी
  • गंजापन
  • पस से भरे घाव
  • त्वचा का लाल होना
  • लालीमां के साथ सूजन आ जान
  • त्वचा पर जलन होना
  • सिर की त्वचा को रुखा रुखा हो जाना

सिर में खुजली होने के कारण(Causes) :

दोस्तों सिर में खुजली होने के कहीं अनेक कारण हो सकते हैं जिसमें अपनी दैनंदिन जिंदगी अपना खानपान और बहुत सारी ऐसी चीज है शामिल हो सकती है तो चलिए जानते हैं कुछ मुख्य कारण जिससे सिर में खुजली होती है

डैंड्रफ की समस्या(Dandruff Ki Samsya) :

सिर में डैंड्रफ होने के कारण खुजली आना एक आम समस्या है। धूल प्रदूषण मिट्टी के कारण बालों में डैंड्रफ हो ना एक आम बात है। डैंड्रफ के कारण सिर में अत्यधिक खुजली होती हैं।

इसके अलावा हेयर डाई, हेयर कलर, शैंपू इन के कारण भी बालों में खुजली आ सकते हैं। केमिकल युक्त उत्पादों को यूज करने के लिए बचाना चाहिए। किसी किसी को उत्पादक सूट हो जाते हैं लेकिन किसी किसी को ऐसे दिक्कतें आने लगती हैं। खास तौर से संवेदनशील त्वचा जो लोगों की होती हैं वह लोगों को यह समस्या अवश्य दिखाई देती है।

सिर में जुएं पडना(Juye Hone Ki Samsya) :

सिर में जुएं पड़ने के कारण खुजली आना यह भी एक आम बात है। जूए सिर में पाए जाने वाले एक तरह का परजीवी होते हैं। जो हमारे सिर में रहकर हमारे खून को चूसते  हैं। अगर आपके बालों में जुए हो जाए तो जल्दी से उनको खत्म करने के लिए उपाय कीजिए।

सोरायसिस की समस्या(Sorrhosis Ki Samsya) :

सोरायसिस एक बीमारी है। अगर आपको सोरायसिस की बीमारी है तो  इसके लक्षण है कि शरीर में धब्बे पड़ जाना। 50% यह बीमारी सिर की त्वचा पर पाई जाती है। इसके कारण भी सिर की त्वचा पर खुजली आने लगती हैं।

फंगल इन्फेक्शन(Fungal Infection) :

आप सोचते होंगे कि फंगल इन्फेक्शन शरीर के किसी अंग को पर होता है लेकिन ऐसा नहीं है फंगल इन्फेक्शन सिर की त्वचा को भी हो सकता है। इसके कारण सिर की त्वचा पर लाल धब्बे नहीं तो चक्कतो के रूप में होता है। इसके कारण खुजली आने लगती हैं। कभी कबार तो इतनी खुजली आने लगती है कि खून निकलने लगता है। इसीलिए समय से पहले ही उपाय करना बहुत जरूरी है।

पित्त की समस्या(Pitt Ki Samsya) :

अगर आपको पित्त उछलने लगते हैं तो सिर पर खुजली आने लगते हैं। पित्त को हाईव्स भी कहा जाता है। इसके कारण त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं। और खुजली होने लगती है। लेकिन थोड़ी देर के बाद खुद ही ठीक हो जाती है।पित्त के बारे में जानकारी? Pitta ki Jankari?

सिर में खुजली होने से बचने के लिए क्या करें(Avoid Kaise Kare) :

  • सिर की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
  • हफ्ते में दो या तीन बार बाल धोना आवश्यक है।
  • केमिकल युक्त प्रोडक्ट का इस्तेमाल ना करे।
  • आपका तो लिया तौलिया तकिया और कंगी किसी को भी शेयर ना करें।
  • अगर सिर में जुए हो जाए तो जल्दी से जल्दी उसका उपाय करें। मेडिकल में शैंपू भी उपलब्ध रहते हैं।
  • हेयर डाई,हेयर कलर,हेयर टूल्स का इस्तेमाल कम से कम करें।
  • सोरायसिस नही तो फंगल इन्फेक्शन हो तो जल्दी से जल्दी डॉक्टर के पास जाना जरूरी है।
  • सिर की खुजली से बचने के लिए पोस्टिक आहार,फाइबर युक्त आहार डाइट में लेना अवश्य है।

सिर में खुजली होने से बचने के लिए घरेलू उपाय(Home Remedies for Hair Care) :

तो चलिए जानते हैं सिर में खुजली होने के लिए क्या और कैसे घरेलू उपाय कारगर साबित हो सकते हैं यह उपाय मार्केट में मिलने वाले प्रोडक्ट से कहीं गुना अच्छे और लाभदाई साबित हो सकते हैं तो चलिए जानते हैं सिर में खुजली होने के लिए क्या घरेलू उपाय अपनाना चाहिए

नीम की पत्तियों से भगाए सिर की खुजली(Neem Ke Patte Ka Istemal) :

नीम की कुछ पत्तियां पानी में उबाल लीजिए।इस पानी से अपने बाल धोए। अगर इस पानी से आप बाल धोते हैं तो खुजली तो मिट जाएगी बल्कि बाल स्वस्थ और चमकदार भी रहेंगे।

सिर की खुजली के लिए जैतून का तेल है लाभदाई(Jaitun Ka Oil Se) :

जैतून का तेल गुनगुना गर्म कीजिए उसमें थोड़ा सा शहद डालिए। निशा सेक्सी रिकी 10 से 15 मिनट तक मसाज कीजिए आधे घंटे के बाद गुनगुने पानी से बाल धो लीजिए।हफ्ते में एक या दो बार ऐसा करने से आपके खुजली आवश्य मिटेंगे।

पका हुआ केला सिर की खुजली के लिए फायदेमंद है(Kele Ke Istemal Se) :

पका हुआ केला लीजिए उसमें थोड़ा सा शहद डालिए और थोड़ा सा प्याज का रस भी डालीए उसे अच्छे से मिक्स कीजिए। अपने बालों को जड़ों को अच्छे से लगा लीजिए 20 मिनट के बाद गुनगुने पानी से अपने बाल धो लीजिए इससे आपको सिर की खुजली थोड़ी थोड़ी कम होते हुए दिखेंगे हफ्ते में आप चाहे तो एक बार यह उपाय कर सकते हैं।

सिर में खुजली होना के उपाय हैं दही(Dahi Ke Istemal Se) :

सिर की त्वचा पर दही से मालिश करने से खुजली तो दूर हो जाती है बल्कि बालों में चमक भी आ जाती हैं हफ्ते में आप तीन या चार बार यह उपाय कर सकते हैं।

नींबू का रस चुटकियों में सिर की खुजली को मिटाए(Lemon Juice Ka Istemal Se) :

नींबू के रस में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। इसको  लगाने से सिर की खुजली भी गायब हो जाते हैं अगर डैंड्रफ है तो उसी से भी छुटकारा मिल जाते हैं। नींबू के रस में थोड़ा सा नारियल तेल मिक्स कीजिए।रात को सोने से पहले इससे आपके बालों की मालिश कीजिए।सुबह उठने के बाद बाल धो लीजिए इससे आपको अवश्य सिर की खुजली को छुटकारा मिल जाएगा।

टी ट्री ऑयल सिर को खुजली को करें गायब(Tea Tree Oil Se) :

टी ट्री ऑयल में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। जो आपके सिर की खुजली और डैंड्रफ इन परेशानी से मुक्ति दिलाते हैं। इसे लगाने से बालों का रूखापन भी दूर हो जाता है। टी ट्री ऑयल के कुछ बुंधें आप किसी भी शैंपू में मिक्स कीजिए अपने बालों को लगा लीजिए। 5 मिनट के बाद अपने बाल धो लीजिए। हर एक दिन छोड़कर आप इसका प्रयोग कर सकते हैं।

सिर में खुजली होना के उपाय उपाय तेल की मसाज(Oil Se Massage) :

आप चाहे तो कौन सा भी तेल ले सकते हैं। जैसी के नारियल तेल, अरंडी का तेल, जैतून का तेल ,तिल का तेल कौन सा भी तेल हो लेकिन रात को सोने से पहले 10 से 15 मिनट बालों की मसाज करना जरूरी है। क्योंकि हमारे बालों के जुड़े तक तेल पहुंचता है इसके कारण बाल भी मजबूत हो जाते हैं। अगर आपके बालों में रूखापन हो तो वह भी दूर हो जाता है इस वजह से खुजली भी नहीं आती है।

ध्यान में रखिए(Take Care Of) :

  • हफ्ते में दो या तीन बार शैंपू से बाल अवश्य धोए। सिर के सफाई का विशेष ध्यान रखें। बाल धोने से सिर की त्वचा पर तेल और मृत त्वचा कोशिकाएं जमा नहीं हो पाते हैं।
  • रात को सोने से पहले आप तेल की मालिश करते हैं नहीं तो नहाने से पहले तेल की मालिश करते हैं तो आपको बाल धोना बहुत ही जरूरी है क्योंकि सिर की त्वचा की स्किन पर तेल रहेगा इसके कारण जब आप बाहर जाएंगे तो धूल प्रदूषण मिट्टी उन पर बैठेंगे इससे डैंड्रफ को बढ़ावा आता है इसके कारण खुजली आना आवश्यक है इसलिए बाहर जाने से पहले बाल धोना जरूरी है।
  • बाल धोने के लिए गुनगुने पानी का ही इस्तेमाल करें।अगर ज्यादा गर्म पानी का इस्तेमाल करेंगे तो बालों में रूखापन आ जाता है। बाल ड्राइनेस हो जाते हैं।
  • अपना तौलिया, तकिया, कंघी, अलग रखें किसी को यूज करने ना दे नहीं तो आप किसी का यूज ना करें। अगर सामने वाले व्यक्ति को कोई इंफेक्शन है तो आपको भी हो सकता है।
  • अगर हद से ज्यादा खुजली हो रही है तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं क्यों की बीमारियों के कारण भी सिर में खुजली हो सकती हैं।

डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए : Doctor Ke Pass Kab Jana Chahiye 

अगर आपको उपर दिए गए हो उपाए से सिर की खुजली खत्म नहीं हो रही है तो आप डॉक्टर को अवश्य दिखाई क्योंकि सिर में होने वाली खुजली साफ सफाई के कारण नहीं तो डैंड्रफ के कारण होती है ऐसा नहीं है। इसके अलावा कोई भी इंफेक्शन,फंगल इनफेक्शन नहीं तो सोरायसिस का भी प्रॉब्लम की वजह से सिर में खुजली होने लगती है। इसलिए आप जल्दी से जल्दी डॉक्टर को दिखाना अवश्य है।

धन्यवाद

वास्तु शास्त्र अनुसार सीढ़ियां कैसी होनी चाहिए ?

नमस्कार दोस्तों । फ्री सिंपलीफाइड इंफॉर्मेशन वेबसाइट में आप सभी का हम स्वागत करते हैं । आज हम आपको हमारे इस आर्टिकल में वास्तु शास्त्र अनुसार सीढ़ियां कैसी होनी चाहिए ? ओर इससे जुड़ी जानकारी बताने वाले है ।वास्तुशास्त्र एक अनोठा शास्त्र है, जो हमारे घर बनाने की प्रक्रिया मे बहुत महत्वपूर्ण सहयोग करता है । वास्तु शास्त्र में बहुत सारी चीजें दी गई है, जो एक परिपूर्ण घर बनाने के लिए महत्वपूर्ण साबित होती है | वास्तु शास्त्र के अनुसार हर चीज किस जगह पर होनी चाहिए, यह चीजें बताई गई है आज हम वास्तु शास्त्र के अनुसार सीढ़ियां कैसी होनी चाहिए यह देखेंगे । सीरिया हमारे वास्तु शास्त्र में और घर में एक महत्वपूर्ण मानदंड मानी गई है | इसे किस तरह हवन बनवाना चाहिए और नहीं बनवाना चाहिए यह हम इस आर्टिकल में देखेंगे ।

वास्तु शास्त्र अनुसार सीढ़ियां कैसी होनी चाहिए ?

सीढ़ियों का वास्तु शास्त्र क्या है ?

जिस तरह हम अपने जीवन में आने वाली हर सीढ़ि को एक एक कर पार करते है उसी प्रकार हमे अपने मकान की भी सीढ़ियां बनवानी होती है की जिससे हम प्रगति कर सके | कुछ  सीढ़ियां हमें प्रगति की ओर ले जाती है इस वजह से हमारे घर में पॉजिटिव ऊर्जा का प्रवाह निश्चित होता है ।

वास्तु शास्त्र अनुसार सीढ़ियां
वास्तु शास्त्र अनुसार सीढ़ियां

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में सीढ़ियों की संख्या कितनी होनी चाहिए ? : Vastu Ke Anusar Ghar Mein Sidhiyon Ki Sankhya Kitni Honi Chahiye ?

सीढ़ियां हमेशा ऑड नंबर में होनी चाहिए मतलब उनकी संख्या विषम होनी चाहिए(५,७,९)। सीढ़ियां की संख्या जीरो पर खत्म नहीं होनी चाहिए । हमेशा कोई भी व्यक्ति सीढ़ियां चढ़ते वक्त हमारा दाहिना पैर पहले रखते हैं, और बाया पैर सबसे आखिर में सीढ़ियां खत्म होती है तब रखते हैं | इसीलिए उनकी संख्या विषम होनी चाहिए |

वास्तु शास्त्र में सीढ़ियों की दिशा कहा होनी चाहिए ? : Shastr Mein Sidhiyon Ki Disha Kaha Honi Chahiye ?

वास्तु शास्त्र के अनुसार पश्चिम और दक्षिण दिशा सीढ़ियों के लिए सबसे अच्छी मानी गई है | वास्तु शास्त्र के अनुसार इन दोनों दिशा में सीढ़ियां होना लाभदायक माना गया है । पूर्व और उत्तर की तरफ रहने वाली सीढ़ियां घर में तकलीफ का कारण बनती है । सीढ़ियां उत्तर की तरफ से शुरू होनी चाहिए और दक्षिण की तरफ खत्म होनी चाहिए । और अगर आपकी घर की सीढ़ियां पश्चिम की तरफ लेना चाहते हैं, तो सीढ़ियां पूरब की तरफ से शुरू होकर पश्चिम की तरफ जानी चाहिए ।

हमेशा याद रखिए घर की सीढ़ियां कभी भी घर के केंद्र बिंदु से शुरू नहीं होनी चाहिए, ऐसा करने से बहुत सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है । कभी भी घर की सीढ़ियां नॉर्थ ईस्ट कॉर्नर में नहीं होनी चाहिए इससे घर में असंतुलन होता है ।

सीडियो का आकार कैसे होना चाहिए ? : Sidiyon Ka Aakar Kaise Hona Chahiye

वास्तु शास्त्र के अनुसार हमेशा सीढ़ियां क्लाकवाइज डायरेक्शन में जानी चाहिए । दूसरे शब्दों में सीडी चलने वाली व्यक्ति को उत्तर से दक्षिण की ओर जाना चाहिए और पूर्व से पश्चिम की ओर जाना चाहिए । वास्तु शास्त्र के अनुसार सीढ़ियों की दिशा कभी भी एंटीक्लॉकवाइज नहीं होनी चाहिए, इससे हमारी करियर ग्रोथ में बुरा असर पड़ता है ।

९० डिग्री में जाने वाली और रैक्टेंगुलर सीरिया सर्वोत्तम मानी गई है । सिड़िया कभी भी बहुत ऊंची एवं खड़ी नहीं होनी चाहिए, इससे जो उसे इस्तेमाल करता है उसे थकावट महसूस होती है, और यह वास्तु शास्त्र के नियमों के विपरीत है ।

सीढ़ीया किस रंग की होनी चाहिए ? : Sidhiya Kis Rang Ki Hogi ?

वास्तु शास्त्र के अनुसार सीढ़ियां कभी भी काले लाल और डार्क कलर की नहीं होनी चाहिए । इससे नकारात्मक प्रभाव पड़ता है । हमेशा सीढ़ियों को हल्का एवं लाइट रंग देने की कोशिश कीजिए, इससे सकारात्मकता का प्रभाव बढ़ेगा । हमेशा सीढ़ियां के ऊपर अच्छी रोशनी होनी चाहिए, कभी भी अंधेरा नहीं होना चाहिए ।

सीढ़ियों के नीचे वाले हिस्से का इस्तेमाल कैसे करें ? : Uske Niche Vale Hisse Ka Istemal Kaise Kare ?

कई बार हमने ऐसा देखा है, कि बहुत से लोग सीढ़ियों के नीचे स्टोर रूम , पूजा घर एवं, बाथरूम बनाते हैं | लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार यह गलत माना गया है | इससे नकारात्मक ऊर्जा ए घर में केंद्रित होती है | हमेशा इस जगह का इस्तेमाल घर की अन्य चीजें रखने के लिए कीजिए | खराब जूते एवं खराब चीज है इस जगह पर मत रखिए । ऐसी जगह पर कभी भी अपना वर्क स्टेशन मत बनाइए, तथा कोई भी मूल्यवान चीज जैसे ज्वेलरी या कोई भी कीमती चीज है वहां पर मत रखिए ।

सीढ़ियों की रेलिंग कैसी होनी चाहिए ? : Usaki Relling Kaisi Hogi ?

याद रखिए कभी भी सीढ़ियां बिना रेलिंग की नहीं होनी चाहिए , वह अत्याधिक जोखिम से भरी होती है । सीडीओ को रेलिंग लगाने के भी कुछ नियम है | दक्षिण और उत्तर दिशा में जो सीढ़ियां होती है, उसे संगमरमर या पत्थर का चुनाव करना चाहिए । और पश्चिम और पूर्व की दिशा में होने वाली सीढ़ियों को हमेशा मेटल का इस्तेमाल कीजिए ।

सीढ़ियां बनाते वक्त किन चीजों का ध्यान रखें : Use Banate Waqt Kin Chizon Ka Dhyan Rakhen ?

  • सीढ़ी की ऊंचाई ४ इंच से ७.५ इंच तक होनी चाहिए और थ्रेड की लंबाई १० से ११ के बीच में होनी चाहिए ।
  • घर के अंदर आप बिना रेलिंग की सीढ़ियां बनवा सकते हैं क्योंकि उनकी चौड़ाई ज्यादा होती है लेकिन अगर आप घर के बाहर सीढ़ियां बना रहे हैं तो हमेशा रेलिंग का इस्तेमाल करें ।
  • मिक्स शिफ्ट सीढ़ियां मत बनाइए इससे तकलीफ का सामना करना पड़ सकता है ।

सीडीओ का वास्तु में क्या प्रभाव पड़ता है ? : Sidiyon Ka Vastu Mein Kya Prabhav Padta Hai ?

वास्तुशास्त्र के नियम नुसार अपना घर बनवाना बहोत फायदेमंद साबित होता है | वास्तु शास्त्र अनुसार तिजोरी कैसी होनी चाहिए ? या फिर वास्तु शास्त्र अनुसार सीढ़ियां कैसी होनी चाहिए ?  सीडीया हमारे घर में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है | सीढ़ियों के आकार, रंग, उसका ढांचा यह हमारे जीवन में प्रभाव डालती है । सीड़ियों का गलत आकार नकारात्मकता केंद्रित करता है । सीढ़ियों के आकार के वजह से कभी कभी घर में दुर्घटनाएं होने की संभावना होती है, सीढ़ियों की दिशा की वजह से करियर ग्रोथ में असर होता है ।

सीढ़ीया के नीचे स्टोर रूम बनाने से घर में अशांति फैलती है । गलत तरीके से बनाई गई हुई सीढ़ियां स्वास्थ्य पर मन: शांति पर असर करती है । हमारा मन स्वास्थ्य खराब होने का कारण बन सकती है | सीढ़ियां करियर ग्रोथ के लिए एवं बच्चों की शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण साबित होती है । इसीलिए घर बनाते वक्त हमेशा सीढ़ियों का ध्यान रखना चाहिए | उसे वास्तुशास्त्र के नियमों के आधार पर ही बनाना चाहिए |

आशा करते है आज की जाणकारी आपको फायदेमंद साबित होगी | ओर जाणकारी ओर सुझाव के लिये कॉमेंट करे |

धन्यवाद |

प्रेगनेंसी कितने दिन में पता चलता है

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पीरियड साइकल मिस होने पर महिलाओ के सामने सबसे बड़ा सवाल होता है की कितने दिन बाद टेस्ट किया जाए।

प्रेगनेंसी टेस्ट जल्दबाजी में करने से कभी भी सही नतीजे नहीं मिलते हैं। अगर आप पहले ७ दिन के अंदर प्रेगनेंसी टेस्ट करते हो, तो आपको ज्यादातर प्रेगनेंसी टेस्ट में नेगेटिव रिजल्ट मिलता है। जो लगभग गलत होता है। जभी भी आप प्रेगनेंसी रखना चाहो, तो कम से कम ७ दिन के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करे या फिर अपने डॉक्टर से मुलाकात कर ले।

पीरियड के बाद टेस्‍‍‍ट कब करें : Periods Ke Bad Test Kab Kare

जब तक महिला के खून में HCG हॉर्मोन का स्राव शुरू नहीं होता है, तब तक साफ तौर पर प्रेग्नेंसी का पता नहीं लगा सकते है। HCG हॉर्मोन का स्राव शुरू खून में शुरू होने के लिए ६ से ७ दिन लगते है। पर बहोत ही कम महिलाओको इनसे ज्यादा या कम समय लगता है, ज्यादातर महिलाओं के शरीर को इतना ही समय लगता है। विशेषज्ञ यह भी बताते है की जब तक पीरियड रेग्युलर है तब तक प्रेगनेंसी जाँच करने की कोई जरुरत नहीं है। और ठीक अगले दिन आप जाँच करवा सकते है, जिस दिन आप का पीरियड साइकल मिस हो जाये।

प्रेगनेंसी कितने दिन में पता चलता है
प्रेगनेंसी कितने दिन में पता चलता है

गर्भावस्था के लक्षण : Garbhavastha Ke Lakshan

कभी हिचकिचाहट के कारण और कई बार जानकारी की कमी की वजह से, गर्भवती महिलाएं कुछ चीजें साझा नहीं कर सकती हैं। प्रेगनेंसी के दौरान, महिलाओं को शारीरि को, भावनात्मक और मानसिक परिवर्तनों से गुजरना पड़ता है। पहली बार, जो महिलाएं एक मां बन जाती हैं, वे भी इस अनुभव के बारे में चिंतित होती हैं, साथ ही इस समय के दौरान शरीर में बदलावों के बारे में चिंता करती हैं। गर्भवती महिलाओं के साथ, उनके गर्भावस्था के समय पूरे परिवार के लिए बहुत खास है। ऐसी स्थिति में, महिलाओं को गर्भावस्था के लिए पहला ध्यान दिया जाता है। तो आइए जानते हैं कि गर्भावस्था के लक्षण क्या होते हैं।

अधिक नींद और थकावट : Aadhik Nind Aur Thakavat

हार्मोनल परिवर्तनों के कारण, गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों में थकान और नींद की शिकायते होती है। जब प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, तो शरीर सोने लगता है। इतना ही नहीं, लेकिन थकान भी अत्यधिक प्रतीत होता है। यह थकावट और अधिक नींद पहले ३ महीनों में हो सकता है।

बढ़ते शरीर का तापमान : Badhate Sharir Ka Tapman

यदि मासिक धर्म नहीं आया है और शरीर का तापमान बहुत अधिक हो रहा है, तो गर्भावस्था के लक्षण हो सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना ​​है कि शरीर का तापमान पूर्ण गर्भावस्था में सामान्य से अधिक रहता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गर्भावस्था के दौरान बहुत सारे प्रोजेस्टेरोन होते हैं, जो शरीर के तापमान को बढ़ाते है।

ऐंठन : Aithan

ऐंठन गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों में से एक माना जाता है। यदि लम्बे अवधि तक आपके पेट के पास और अन्य हिस्सों में भी ऐंठन होती है। तोह यह प्रेगनेंसी का एक मुख्य प्रतीत है।

पेट की समस्या : Pet Ki Samsya

अगर आप पहले भी गर्भवती रह चुकी है तो आपको मालूम ही होगा कि प्रेगनेंसी के प्रारंभिक लक्षणों में से एक होता है पेट की समस्या। इसके अलावा, आपको कब्ज के साथ भी समस्या हो सकती है। क्योंकि हार्मोन, भोजन के पाचन तंत्र के माध्यम से धीरे-धीरे गुजरने का कारण बनता है। यदि आपको आपके पीरियड्स के पहले कब्ज की समस्या महसूस होती है, तो यह भी है कि लक्षण है जिससे आप पता कर सकती है कि आप गर्भवती ही है

ब्रेस्ट में सूजन : Breast Mein Sujan

गर्भावस्था के दौरान हार्मोन परिवर्तन की वजह से शरीर के कहीं अंगों पर परिणाम होता है। स्तन पर इस का खास असर देखने मिलता है। यह आपके स्तन में खिचाव और सूजन का कारन बन सकता है। साथहिमे आपके स्तन के आकर में भी परिवर्तन होता है और स्तन भारी हो जाते है।

प्रेगनेंसी टेस्‍ट काम कैसे करता है : Pregnancy Test Kam Kaise Karta Hain

प्रेगनेंट होने के लिए सिर्फ एक ही स्‍पर्म काफी होता है, उसे यकीनन रोकने वाले घर पर निरोधक तरीके भी कुछ मामलों में असफल हो जाते हैं। सुरक्षित या फिर असुरक्षित, किसी भी प्रकार का सेक्स करने के बाद अगर पीरियड मिस हो जाये तो आपको एक प्रेगनेंसी टेस्‍ट करना तो जरुरी है।

आपके घरके नजदीक वाले किसी भी केमिस्ट्स है आप को एक प्रेगनेंसी टेस्ट किट मिल जाएगा। प्रेगनेंसी टेस्ट किट (ह्यूमन कोरिओनिक गोनाडोट्रोपिन – HCG) हार्मोन के रक्त में होने या ना होने की पुष्टि करता है। प्रेग्नेंट होने पर HCG हार्मोन यूरीन में मौजूद होता है। HCG सिर्फ एक फर्टिलाइज एग यूट्राइन से जुड़ने पर ही निर्मित होता है।

पिछले २ से ३ दशकोसे प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए आपको घर से बहार जाने की भी जरुरत नहीं पड़ती है। प्रेगनेंसी टेस्ट किट आज पूरी दुनिया में लगभग किसी भी केमिस्ट के दुकान पर मिल जाती है। प्रेगनेंसी टेस्ट किट के कई सरे प्रकार आते है। और इसी तरह प्रेगनेंसी टेस्ट के प्रकार भी विभिन्न होते है। आप जिस भी प्रकार के प्रेगनेंसी टेस्ट किट को घर पर ले कर आएंगे, आपको उस किट के प्रकार को उपयोग करना होगा।

कब करना चाहिए प्रेगनेंसी टेस्ट? : Kab Karna Chahiye Pregnancy Test ?

अगर आपको मासिक धर्म में होने वाली पेट की ऐंठन (stomach cramps) हो या आपका पीरियड मिस हो जाये तो आपको जरूर प्रेगनेंसी टेस्‍ट कर लेना चाहिए। गर्भवस्था के शुरुआती दौर में महिला के शरीर में प्रोजेस्ट्रोन की मात्रा बढ़ने लगती है, जिस कारण उसे थकावट महसूस हो सकती है। गर्भवस्था में भी मासिक धर्म जैसे पेट की ऐंठन महसूस हो सकती है। गर्भवस्था में प्रोजेस्ट्रोन, एस्‍ट्रोजन और प्रेगनेंसी हार्मोंस ज्यादा बनने की वजह से ब्रेस्ट में भी दर्द महसूस होता है। ब्रेस्ट में दर्द, पेट की ऐंठन, किसी विषिस्ट खाने से एलर्जी, बार बार पेशाब आना या फिर काफी सारि थकान होना यह सरे लक्षण आप प्रेग्नेंट होने की सम्भावना जताते है। इसलिए आपको जल्द से जल्द एक प्रेगनेंसी टेस्ट अवश्य करवा लेनी चाहिए।

धन्यवाद|

सपने में शिवलिंग देखना इसका मतलब क्या है ?

कैसे हो दोस्तों ? सपनों की रहस्यमई दुनिया में आप सभी का स्वागत है । आज हम आपको सपने में शिवलिंग देखने का रहस्य क्या होता है यह बताने वाले हैं । सपने में शिवलिंग देखना, सपने में शिवलिंग पर जल, बेल पत्र, दूध चढ़ाना, सपने में शिवलिंग पर नाग देखना मतलब क्या होता है उसकी जानकारी बताने वाले हैं ।
दोस्तों जब हम शिव जी के मंदिर में जाते हैं तो वहां शिवलिंग जरूर देखते हैं । शिव जी को विश्वभर में बहुत लोग मानते हैं । ऐसी मान्यता है शिवजी कैलाश मानसरोवर मैं आज भी मौजूद है । हिंदू शास्त्र अनुसार शिव जी अमर है और सदियों से कैलाश मानसरोवर पर्वत पर रह रहे हैं । यदि आप सपने में शिवलिंग को देखते हैं तो आपको इसका मतलब जरूर जानना चाहिए । सपने में शिवलिंग देखने का अर्थ की जानकारी आपको जरूर होनी चाहिए । चलिए जानते हैं शिवलिंग का स्वप्न फल क्या कहलाता है ।

सपने में शिवलिंग देखना : Sapne Mein Shivling Dekhna

यदि आप सपने में शिवलिंग देखते हैं तो यह सपना शुभ माना जाता है । यह सपना यह दर्शाता है कि भगवान शिव जी आप पर प्रसन्न है और आपकी सभी मनोकामना पूरी होने वाली है । इसलिए आपको इस सपने से खुश होना चाहिए ।

सपने में शिवलिंग देखना
सपने में शिवलिंग देखना

शिवलिंग पर जल चढ़ाना : Shivling Par Jal Arpan Karna

यदि आप सपने में शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए खुद को देखते हैं तो यह मन की शांति प्राप्त होने का इशारा है । पहले जो भी आपके मन के भीतर बेचैनी थी वह अब दूर होने वाली है और आने वाला समय आपके लिए बेहतर होने का यह सपना इशारा करता है ।

शिवलिंग पर दूध चढ़ाना : Sapne mein Shivling par Dudh Chadhana 

अगर आप सपने में शिवलिंग पर दूध चढ़ाते हुए खुद को देखते हैं तो यह लाभदायक माना जाता है । आने वाले दिनों में आपको अपने कार्य में सफलता प्राप्त होने वाली है । आप अपनी सफलता से पूरी तरह खुश होंगे और यह खुशी आपके परिवार के सदस्यों में भी दिखाई दे सकती है । इसलिए आपको यह सपने से खुश होना चाहिए ।

शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाना : Shivling Par Belpatra Chadhana 

यदि आप सपने में शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाते हैं तो यह सपना इच्छा पूर्ण होने का इशारा करता है । लंबे समय से आपके सैक्रिफाइस अब रंग लाने वाले हैं और आपकी इच्छा पूर्ण होने वाले हैं । इसलिए आपको इस अपने से खुश होना चाहिए ।

शिवलिंग पर नाग देखना : Shivling Par Naag Dekhna 

दोस्तों सपने में शिवलिंग पर नाग देखने का अर्थ शुभ माना जाता है । आने वाले दिनों में आपके कार्य में आने वाली सभी विघ्न दूर होने वाले हैं । आपके बारे में आने वाली सभी दुख, तकलीफ, रुकावट दूर होने वाले हैं । इसलिए आपको इस ख्वाब से खुश होना चाहिए ।

खंडित शिवलिंग देखना : Khandit Shivling ko Sapne mein dekhna 

खंडित शिवलिंग को सपने में देखने का अर्थ अशुभ माना जाता है । यह सपना यह दर्शाता है कि आने वाले दिनों में आप के कारण हैं लेकिन आने वाले हैं । आपके कार्य में रुकावट आने वाली है । इसलिए आपको अपने कार्य में सतर्क हो जाना चाहिए ।

शिवलिंग की पूजा करना : Shivling ki Puja Karna 

यदि आप सपने में शिवलिंग की पूजा करते हुए खुद को देखते हैं तो यह लाभदायक सपना माना जाता है । यह सपना क्या दर्शाता है कि आने वाले दिनों में आपके हाथों कोई शुभ कार्य की घटना घट सकती है । इसलिए आपको इस सपने से खुश होना चाहिए । सपने मे शिवलिंग की पूजा करना या सपने मे शिवलिंग का अभिषेक करना इसे हम एक ही कह सकते है |

शिवलिंग को नहलाना : Shivling ko Nehalna 

यदि आप सपने में शिवलिंग को नहला रहे हैं तो यह सपना शुभ माना जाता है । सपना आर्थिक परेशानी दूर होने का इशारा है । आपकी आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर होने वाली है । आर्थिक रूप से मजबूत होने वाले हैं । इसकी ओर यह सपना सूचना देता है ।

सपने में 108 शिवलिंग देखना : 108 Shivling ke Darshan Hona 

ख्वाब में 108 शिवलिंग देखने का मतलब लाभदायक माना जाता है । इच्छा पूर्ति हेतु यह सपना सर्वोत्तम माना गया है । आपकी सभी अच्छा खुद ब खुद पूर्ण होगी । इसलिए आपको सपने से बहुत खुश होना चाहिए ।

मिट्टी का शिवलिंग बनाना : Mitti ka Shivling Banana 

यदि आप सपने में मिट्टी से बने शिवलिंग बनाते हैं या देखते हैं यह सपना शुभ माना जाता है । यह सपना आपके उतारता को स्पष्ट करता है । आप भले ही अमीर हो आप के पास बहुत पैसा हो लेकिन आज भी आप जमीन से जुड़े हुए हैं । बहुत पैसा होने का या अमीर होने का आपको घमंड नहीं है । इसलिए यह सपना आपके इस अच्छे व्यवहार को स्पष्ट करता है ।

शिवलिंग और नंदी देखना : Shivling Aur Nandi Dekhna

सपने में शिवलिंग और नंदी देखना इस सपने को हम शुभ सपना कह सकते है यह सपना दर्शाता है की आने वाले दीनो मे आपकी भक्ति भगवान के प्रति बढ़ने वाली है |

सफेद शिवलिंग देखना : Safed Shivling Dekhna 

सपने में सफेद शिवलिंग देखना यह सपना बहुत ही कम लोगो को देखने का अवसर मिलता है और वो लोग बहुत ही भाग्यशाली होते है अगर यह सपना किसी औरत को आता है तो वो बहुत ही जल्द माँ बनने वाली है और उसकी आने वाली संतान बहुत ही भाग्यशाली होगी 

काला शिवलिंग देखना : Kala Shivling Dekhna 

सपने में काला शिवलिंग देखना इस सपने को हम शुभ सपना भी कह सकते है इस सपने का मतलब होता है की आप भगवान के रास्ते पर चल रहे है और आने वाले दिनो मे आप अपने क्षेत्र मे सफलता पाओगे और समाज मे आपका कद भी बढ़ेगा |

सपने में बहुत सारे शिवलिंग देखना : Bahut Sare Shivling Dekhna 

सपने में बहुत सारे शिवलिंग देखना इस सपने को हम शुभ सपना भी कह सकते है इस सपने का मतलब होता है की आपको अपने हर काम मे सफलता मिलेगी आपकी सब मुसीबते दूर होगी और आपके पास आने वाले पैसो मे बढ़ोतरी होगी |

धन्यवाद|

सपने में भगवान विष्णु देखना इसका मतलब क्या है ? Lord Vishnu in Dream

पीरियड्स क्या है? पीरियड्स की जानकारी

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नमस्ते दोस्तों, आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएँगे कि पीरियड्स क्या है? पीरियड्स यानी कि मासिक धर्म या फिर कोई कोई इसे महावारी भी बोलते हैं। पीरियड्स एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। जो महिलाओं में हर महीने होती है। जब लड़की बाल अवस्था से युवावस्था में आती है। तब कई सारे शारीरिक बदलाव होते हैं। उन्हीं में से एक बदला है पीरियड्स का आना यानी कि महामारी होना। जब लड़की युवावस्था में आती है। तब उसे पीरियड्स आती है। महिलाओं को पीरियड्स के बारे में पता होना बहुत जरूरी है। क्योंकि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। जो नैसर्गिक रूप में हर एक लड़की को होती है। इसकी जानकारी उन्हें पीरियड आने से पहले ही पता होना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि जब पहली बार पीरियड आते हैं, तो लड़कियाँ घबरा जाती है। और उनको सही मायने में इसका मतलब नहीं पता होता है। कई बार ऐसा होता है कि महिलाएं पीरियड्स के बारे में बात करने में बहुत शर्म आती है। और वह किसी को बताना जरूरी नहीं समझती है इसके बारे में। लेकिन अगर आप पीरियड्स के बारे में बताओगे तो सबको इसकी जानकारी होगी और पीरियड्स क्या क्या है इस के बारे में सतर्कता होना बहुत जरूरी है। क्योंकि जब पहली बार लड़की को पीरियड से आते हैं तो वह इस चीज को मानसिक और शारीरिक रूप से समझ नहीं पाती है। और उसे अपना नहीं पाती। यह बहुत ही गंभीर समस्या है, कि पीरियड्स की जानकारी ना होना।इसलिए इस लेख माध्यम से हम आपको पीरियड से संबंधित आने की मासिक धर्म से संबंधित हर एक बात बताएँगे। और यह बताएँगे कि यह कैसे कब होता है? और इसका चक्र कैसे होता है? और इससे संबंधित समस्याएं क्या होती है? जब कोई लड़की प्रजनन के लिए सक्षम हो जाए, और उसके प्रजनन अंग विकसित हो जाए, तब मासिक धर्म की शुरुआत होती है।

मासिक धर्म / पीरियड्स क्या है ?

महिलाओं में बचपन से लेकर जवानी तक बहुत सारे शारीरिक बदलाव होते हैं। उसी में से एक बदलाव है, मासिक धर्म। 10 से 15 वर्ष की आयु में लड़कियों को पीरियड्स आने की शुरुआत हो जाती है।

पीरियड्स का आना इसका मतलब है कि महिला गर्भ-धारण करने के लिए सक्षम है। और उसके प्रजननीय अंग पूरी तरह से विकसित हो गए हैं। पीरियड्स को समझने के लिए सबसे पहले आपको महिला के जनन तंत्र को समझना बहुत जरूरी है। सबसे पहले फेलोपियन ट्यूब होता है, गर्भाशय, अंडाशय और गर्भाशय का मुंख और उसके बाद ही योनी होती है। अंडाशय में हजारों अंडे होते हैं।

हर महीने एक अंडा फेलोपियन ट्यूब से निकल कर के गर्भाशय में पहुँचता है। उसके  बाद गर्भाशय के पास एक परत जमा होने लग जाती है। और यही अंदा है जो बच्चे के रूप में जन्म ले सकता है। यही खून की परत की जरूरत ना होने के कारण गर्भाशय से बाहर की ओर रक्तस्राव के रूप में निकलता है। गर्भाशय के मुख से होकर योनि से रक्त के रूप में बाहर निकलते हैं। इसे ही मासिक धर्म कहा जाता है। सामान्य तौर पर 5 से 6 दिन का होता है। और यह हर महीने आता है।

पीरियड्स क्या है? पीरियड्स की जानकारी
पीरियड्स क्या है? पीरियड्स की जानकारी

पीरियड्स कब आता है? और कितने दिन का होता है ? पीरियड साइकिल क्या है ? : Periods Kab Aata Hai ? Aur Kitane Din Ka Hota Hai ? Periods Cycle Kya Hai ?

मासिक धर्म की शुरुआत का मतलब यह की महिलाओं में शारीरिक बदलाव होना।जो हर महिला में युवावस्था में आने में शुरू होती है। यह हर महीने आती है। यह महीने में एक बार होता है। और यह 28 से 30 दिनों के बाद आती है। हर महीने यह 5 दिनों तक रहता है। अगर यह 7 दिनों तक होता है तो इसे सामान्य माना जाता है। इसी को पीरियड साइकिल बोलते हैं। जो हर महीने फिर से आती है।

पीरियड्स के खत्म होने के बाद फिर अगले मेरे पीरियड शुरू होने तक जो समय होता है, उसे मासिक धर्म चक्र बोलते हैं। शुरुआत में पीरियड्स 2 या 3 महीने के बाद आते हैं क्योंकि कोई भी शारीरिक बदलाव काश विकार करने के लिए शरीर को थोड़ा समय लगता है। उसके बाद में यह चक्र हर महीने 28 से 30 दिनों के बाद आता है।

कई महिलाओं में यह 25 दिन बाद या फिर कई महिलाओं में यह 35 दिन बाद भी आता है। समय से भी ज्यादा हो तभी आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। और इस समय में अगर आपको बहुत ज्यादा तकलीफ हो रही हो, तब आपको डॉक्टर की सलाह लेनी बहुत जरूरी होती है।

पीरियड्स में क्या होता है ? : Periods Mein Kya Hta Hai ?

पीरियड एक  नैसर्गिक प्रक्रिया है। जो हर महिला के शरीर में होती है। यह एक शारीरिक बदलाव है। जब महीना युवावस्था में आती है। और उसके प्रजनन अंग विकसित होने लगते है। जब वह गर्भाशय को धारण करने योग्य हो जाती है, तभी पीरियड्स आने की शुरुआत हो जाती है। पीरियड आने के 2 या 3 दिन पहले महिलाओं को पेट में या शरीर के हिस्सों में दर्द होने लगता है।

जब पीरियड आता है तब महिलाओं के जनन तंत्र में बदलाव होते हैं। यानी कि महिला के अंडाशय में हजारों अंडे होते हैं। उसमें से एक अंडा हर महीने फोलीपीयन ट्यूब से यानी कि अंड वाहिका नली से बाहर निकलता है। और गर्भाशय में आता है। उसके बाद अंडे के बाजू में एक तरल बन जाती है। यह इसके लिए होता है कि अगर महिला गर्भवती रहे, तो शिशु का विकास अच्छे से हो। अगर इस अंडाशय में पुरुष के शुक्राणु का समावेश ना हो तो यह तरल रक्त के रूप में योनि से बाहर निकलता है। इसी प्रक्रिया को पीरियड्स कहा जाता है।

और पीरियड्स मे यह सब हर महीने होता है। पीरियड्स की वजह से महिला का गर्भाशय स्वछ होने में मदद होती है। और उसमें यह परत जमा नहीं हो पाती है। अगर यह परत जमा होने लगी तो खून की गाढी़ परत गर्भाशय में जमा हो जाती है। और इससे कई सारी बीमारियाँ होने की संभावना होती है। इसके लिए पीरियड्स का नियमित रूप से आना बहुत महत्वपूर्ण होता है।

अनियमित पीरियड का कैसे पता करें ? : Aniyamit Periods Ka Kaise Pata Karen

पीरियड्स अनियमित आना बहुत ही खतरनाक समस्या होती है। क्योंकि इसे कई सारी बीमारियाँ भी जन्म ले सकती है। इसके लिए इसका पता होना बहुत जरूरी है। कि आपके पीरियड्स अनियमित हैं या नहीं या फिर यह नियमित है। सामान्य तौर पर हर एक महिला का मासिक चक्र अलग-अलग होता है। इस दौरान महिलाओं को पेट के नीचे के हिस्से में बहुत दर्द होता है। तो आपके पीरियड्स अनियमित हैं यह कैसे पता करें ?

इसका पता बहुत ही आसानी से चल जाता है। सामान्य तौर पर मासिक धर्म 28 से 30 दिनों के बाद हर महीने आता है। अगर आपका हर महीने मासिक धर्म में बदलाव होने लगे, तो समझ लेना चाहिए कि आपके पीरियड्स अनियमित हैं। जैसे कि अगर आपका मासिक धर्म किसी किसी महीने 30 दिन के बाद किसी किसी महीने 32 दिन के बाद किसी किसी महीने 45 दिन के बाद आता है।

तो आपको इसके लिए डॉक्टर से सलाह लेनी बहुत जरूरी है। और जब मासिक धर्म में सामान्य तोर से बहुत ज्यादा खून आना, फिर नियमित रूप से खून आना, यानी कि कम खून आना, या फिर मासिक धर्म में बदलाव होना, या मासिक धर्म के समय बहुत ज्यादा पीड़ा होना, जो कि सहन ना हो सके, यदि यह सारी समस्या आती है। तो आपको अनियमित पीरियड की समस्या है। और इसको आपको डॉक्टर को बताना बहुत जरूरी है। और डॉक्टर की सलाह लेनी बहुत जरूरी है।

लड़कियों को पीरियड क्यों आता है ? : Ladkiyon Ko Periods Kyon Ata Hain ?

कभी-कभी महिलाएं पीरियड्स के प्रॉब्लम से बहुत परेशान हो जाती है। क्योंकि इसमें बहुत ही ज्यादा तकलीफ़ होती है। और महिलाओं को कई सारे शारीरिक बदलाव से गुजरना पड़ता है। और इसका दर्द सिर्फ महिला ही से समझ सकती है।  क्योंकि यह हर महीने आता है। महिलाओं को हर महीने नियमित रूप से पीरियड से आते हैं। लेकिन कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें यह पता नहीं होता है, कि लड़कियों को पीरियड क्यों आते हैं? और इसकी जरूरत क्या है? पीरियड्स महिलाओं के लिए बहुत ही जरूरी है। क्योंकि बिना इसके महिला का प्रजनन अंग सक्रिय नहीं होता है। और वो शिशु को जन्म नहीं दे पाएगी।

पीरियड्स का संबंध गर्भाशय से होता है। अंडाशय में से फैलोपियन ट्यूब से जो अंडा गर्भाशय में आता है। तब गर्भाशय में एक कोमल परत बन जाती है। यह बच्चे के सुरक्षा के लिए बहुत ही जरूरी होती है। यह गर्व को सुरक्षित रखती है। जब तक इस परत की जरूरत नहीं होती है। तब गर्भाशय से यहां पर खून के रूप में योनि से बाहर निकल जाती है। और इसी को मासिक धर्म कहते हैं। और जब महिला गर्भवती होती है तब यह परत बच्चे की सुरक्षा करती है, जब तक पूरी तरह से बच्चा विकसित नहीं हो जाता है तब तक। इसीलिए पीरियड्स का आना बहुत जरूरी होता है।

इस प्रकार पीरियड्स का आना महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है। और अगर पीरियड्स में बहुत ज्यादा प्रॉब्लम हो तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए और उनकी सलाह लेना चाहिए। यह थी पीरियड्स क्या होता है और तह कब आता है इसकी जानकारी |

धन्यवाद|

सपने मे शंकर भगवान देखना, इसका मतलब क्या है ?

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कैसे हो दोस्तो? सपनों की रहस्यमई दुनिया में आप सभी का स्वागत है। जब हम सोते हैं तब हमें अलग-अलग तरह के सपने भी आते हैं। सोने के बाद जब आपका मन शांत हो तो आपको सपने नहीं आ सकते या फिर कम सपने आ सकते हैं। लेकिन, अगर आपका मन यह इधर उधर भटक रहा हो, तो इस समय आपको बहुत सारे सपने आ सकते हैं। सपने मे शंकर भगवान देखना यह एक अध्यात्मिक स्वप्न माना जाता है । दोस्तों मन बहुत ही चंचल होता है। मन में एक ख्याल पूरा नहीं होता तभी उसी वक्त और अलग-अलग के ख्याल आते रहते हैं। दोस्तों सपने हमारे जीवन से जुड़े होते हैं। अगर दिन भर में आप किसी ख्याल से परेशान हो, या फिर किसी घटना को आपने घटित होते हुए देखा हो, तो सोने के बाद उस प्रकार के सपने भी आपको आ सकते हैं! कुछ सपने अच्छे होते हैं। तो कुछ सपने बुरे भी हो सकते हैं। इसलिए, हमको सपनों का अर्थ भी जान लेना बहुत ही जरूरी होता है। क्योंकि सपने हमारे जीवन पर अच्छा या फिर बुरा असर कर सकते हैं! दोस्तों आज हम आपको सपने में शंकर भगवान देखना इसका मतलब क्या है? यह बताने वाले हैं। ऐसे बहुत से लोग होते हैं, जिनको अपने सपने में आराध्य देवत दिखते हैं। दोस्तों सपने में देवी देवता देखना बहुत ही शुभ माना जाता है। क्या आपने भी सपने में भगवान शंकर जी को देखा है क्या? अगर आपको भी यह सपना आया होगा, तो यह सपना आपने किस रूप में देखा था? उसी रूप में आपको अच्छा या बुरा संकेत मिल सकता है। इसलिए, हमें सपनों का अर्थ भी जान लेना चाहिए। जैसे कि सपने में भगवान शंकर जी की मूर्ति देखना। सपने में भगवान जी आप को आशीर्वाद देते हुए दिखना। सपने में आपको भगवान शंकर जी का मंदिर दिखना। सपने में भगवान शंकर के साथ माता पार्वती को देखना।सपने में शंकर भगवान जी का त्रिशूल देखना। सपने में शिवलिंग देखना। इन सभी सपनों का अर्थ क्या हो सकता है? इसके बारे में हमें जान लेना चाहिए। तो चलिए सपने में शंकर भगवान देखना, इसका मतलब क्या है? और इसका अपने जीवन पर क्या असर पड़ सकता है।सपने में अगर अपने शंकर भगवान को देखा हो,  तो यह बहुत शुभ सपना माना जाता है। इस सपने का यह अर्थ है, कि आने वाले दिनों में, आप पर जो भी मुसीबतें आई थी, आपके जीवन में जो परेशानियां चल रही थी, वह जल्द ही खत्म होने वाली है।

आपका मुसीबतों से छुटकारा होने वाला है। शंकर भगवान की आप पर कृपा बरसने वाली है। इसलिए और सपना देख कर आपको खुश होना चाहिए।

सपने में शंकर भगवान का त्रिशूल देखना : Sapne Mein Shankar Bhagvan Ka Trishul Dekhna

सपने में अगर आपने शंकर भगवान का त्रिशूल देख लिया है, तो यह शुभ सपना माना जाता है। इस सपने का अर्थ है कि आने वाले दिनों में आप परेशान मुक्त होने वाले हैं। आपके जीवन में कोई कठिनाइयां चल रही है, तो वह खत्म होने वाली है। आप पर शंकर भगवान की कृपा होने वाली है। आपके जीवन में खुशियां आने वाली है।

सपने मे शंकर भगवान देखना
सपने मे शंकर भगवान देखना

शंकर भगवान आपको आशीर्वाद देते हुए देखना : Shankar Bhagvan Aapko Ashirwad Dete Huye Dikhai Dena 

सपने में अगर शंकर भगवान आपको आशीर्वाद देते हुए आप देखते हैं, तो यह बहुत अच्छा सपना माना जाता है। इस सपने का यह अर्थ है, कि आप पर शंकर भगवान जी की कृपा रहेगी। आप पर आई हुई सभी मुसीबतें खत्म होने वाली है। जल्द ही आप एक नया कार्य शुरू करने वाले हैं।

शिवलिंग देखना : Shivling Dekhna

सपने में अगर आपने शंकर भगवान जी का शिवलिंग देख लिया हो तो यह बहुत ही शुभ सपना माना जाता है। इस सपने का यह अर्थ होता है, कि आपके मन में जो लंबे समय से मनोकामना थी वह जल्द ही पूरे होने वाली है। आपका सपना साकार होने वाला है। आपकी उम्र लंबी होने वाली है। अगर आप बीमार हो और उस समय आपने ऐसा सपना देखा हो, तो आप बीमारी से मुक्त होने वाले हो। आपकी सेहत अच्छी होने वाली है।

शंकर के साथ माता पार्वती को देखना : Bhagvan Ke Sath Mata Parvati Ko Dekhna

सपने में अगर शंकर भगवान के साथ आपने माता पार्वती को भी देख लिया है, तो यह बहुत ही प्यारा सपना माना जाता है। इस सपने का यह मतलब है कि आने वाले दिनों में आपके पति पत्नी के बीच का प्यार बढ़ने वाला है। आपका वैवाहिक जीवन अच्छा होने वाला है। आपके बीच की दूरियां खत्म होने वाली है।

भगवान की मूर्ति देखना : Unki Murti Dikhai Dena

सपने में अगर आपने शंकर भगवान जी की मूर्ति देखी हो, तो यह शुभ माना जाता है। इस सपने का यह अर्थ है, कि आने वाले दिनों में आपको शिवजी की पूजा करनी चाहिए। नियमित रूप से शिव जी के शिवलिंग पर एक लोटा जल चढ़ाना चाहिए। आने वाले दिनों में आप का भाग्य बदलने वाला है। आप ऊंचाइयां प्राप्त करने वाली है।

शंकर जी का मंदिर देखना : Unka Mandir Sapne Mein Aana

सपने में अगर आपने शंकर भगवान जी का मंदिर देखा हो और आप मंदिर जाते हुए देखते हो, तो यह बहुत ही अच्छा सपना माना जाता है। इस सपने का यह है, कि आने वाले दिनों में आप नेक काम करने वाले हो। अच्छे राह पर चलने वाले है। आप के कारोबार में आपको सफलता मिलने वाली है। खुशियां आपके घर आने वाली है।

भगवान को क्रोधित देखना : Bhagvan  ka Krodhit Hona

सपने में अगर शंकर भगवान जी को आपने क्रोधित होते हुए देखा है, तो यह एक बुरा सपना माना जाता है। इस सपने का यह अर्थ है, कि आने वाले दिनों में आप पर मुसीबतें आने वाली है। आपकी परेशानियां बढ़ने वाली है। ऐसा सपना आते ही आपको भगवान शंकर जी की आराधना करनी चाहिए।

शंकर जी का पूरा परिवार देखना : Unhika Pura Parivar Dikhana

सपने में अगर आपने शंकर भगवान जी का पूरा परिवार देखा हो, तो यह एक बहुत ही अच्छा सपना माना जाता है। इस सपने का यह अर्थ है, कि आने वाले दिनों में आपकी उन्नति होने वाली है। आपके परिवार में प्यार बढ़ने वाला है। खुशियां आने वाली है। जल्द ही आपने जो कार्य हाथ में लिया है,‌ वह सफलतापूर्वक पूर्ण होने वाला है। आपका समाज में मान सम्मान बढ़ाने  वाला है।

आप भगवान जी को प्रसाद चढ़ाते हुए देखना : Unko Prasad Chadhana

सपने में अगर शंकर भगवान जी को आप प्रसाद चढ़ाते हुए या फिर नारियल चढ़ाते हुए देखते हैं, तो यह बहुत ही अच्छा सपना माना जाता है। इस सपने का यह अर्थ है, कि आने वाले दिनों में अपनी मनोकामना पूरी होने वाली है। आपको आपके कार्य में अच्छी सफलता मिलने वाली है।

दोस्तों सपने में शंकर भगवान देखना इसका मतलब क्या है? यह हमने आज के लेख में जान लिया है। तो दोस्तों हमने दी हुई जानकारी आपको कैसी लगी, यह आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर बता सकते हैं।

धन्यवाद।

छोटे बच्चों की गैस की दवा

आजकल की बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल की वजह से बहुत सारे लोग गैस की समस्या का सामना करते हैं | फास्ट फूड का सेवन और बेवक्त सोना इस वजह से गैस जैसी परेशानियां निर्माण होती है | आजकल की छोटे बच्चे खाने में फास्ट फूड का सेवन ज्यादा करते हैं | इस वजह से उन्हें गैस की समस्याओं का सामना करना पड़ता है | आज हम आपो बताएँगे की छोटे बच्चों की गैस की दवा कोनसी है |बड़े लोग तो फिर भी गैस के लिए दवा खा सकते हैं | लेकिन छोटे बच्चों को गैस के लिए दवा हमें बहुत संभल कर देनी चाहिए, क्योंकि उनकी पाचन क्रिया बहुत नाजुक होती है | और उनकी उम्र कम होने के कारण हम उन्हें बड़े लोगों की दवाई भी नहीं दे सकते |

गैस होने के कारण : Gas Hone Ke Karan

  1. छोटे बच्चे बहुतसी बार जल्दी-जल्दी में दूध पी जाते हैं | जल्दबाजी में दूध पीने के कारण उनकी पेट में गैस बन जाती है | गैस बनने का सबसे मुख्य कारण है दूध में रहने वाला पदार्थ जिसे हम लेक्टोज कहते हैं की मात्रा अगर शरीर में बढ़ जाए तो उन्हें गैस होते रहता है |
  2. कई माताओ को बच्चे का बोतल से दूध पिलाने की आदत रहती है | बोतल से दूध पीते समय बच्चों के पेट में कई बार हवा चली जाती है, जिससे उन्हें गैस जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है | पेट में अगर अधिकतर मात्रा में गैस हो जाए तो ज्यादा दर्द होने लगता है और बच्चे रोने लगते हैं |
  3. कई बार मां अपने बच्चे को दूध पिलाने के बाद कंधे पर लेकर नहीं घूमआते | या फिर उन्हें डकार नहीं दिला दी इस कारण भी बच्चे को गैस जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है |
  4. अगर आपका बच्चा दूध के अलावा ऊपर का खाना भी खा रहा है तो उसमें तूर दाल या मूंग दाल का ज्यादा उपयोग ना करें | इन बालों से पेट में कब्ज तैयार हो जाते हैं | उनके डाइट में ज्यादा से ज्यादा वेजिटेबल्स ऐड करें |

 

छोटे बच्चों की गैस की दवा
छोटे बच्चों की गैस की दवा

पेट में गैस तैयार हो जाने पर क्या करें ? : Pet Mein Gas Ho Jane Par Kya Karen ?

 

पेट में गैस तैयार हो जाने पर बच्चों के लिए बाजार में सैकड़ों दवाइयां उपलब्ध है | लेकिन पुराने जमाने से आयुर्वेद में बहुत सारे घरेलू उपाय दिए गए हैं जैसे कि,

  1. पेट में हींग का लेप लगाएं : अगर आपके बच्चों को पेट में बहुत ज्यादा गैस हो गई है तो उसे हींग का लेप उसकी नाभि पर लगा कर दे | जिस वजह से उन्हें राहत मिलेंगे और तकलीफ नहीं होगी |
  2. बच्चे की दूध की बोतल को चेक करें : कई बार बच्चों की दूध की बोतल का होल बड़ा होने के कारण दूध के साथ साथ उनकी पेट में हवा भी जाने लगती है, और उन्हें पेट में गैस तैयार होता है तो इसलिए आप उन्हें छोटी छेद वाला बोतल दे जिससे उनकी पेट में गैस तैयार नहीं होगा |
  3. बच्चे को उल्टा पेट पर लेट दे : अगर आपके पेट बच्चे के पेट में गैस हो गई है तो, उसे पेट के बल लेटा दे पेट पर हल्का सा प्रेशर बना रहेगा और मूवमेंट की वजह से उनका गैस पास हो जाएगा और वह गैस से होने वाली तकलीफ से छुटकारा पाएंगे |
  4. बच्चे की पेट की मालिश करते रहे : हाथों पर थोड़ा सा नारियल का तेल लेकर बच्चे के पेट पर हल्के हाथों से मसाज करें | इससे बच्चे के पेट का सख्त पना कम हो जाएगा और उन्हें कब्ज से राहत मिलेगी |
  5. बच्चे के पैरों की साइकलिंग की तरह एक्सरसाइज करवाएं : अगर आपका बच्चा भी गैस से परेशान है तो उसे एक्सरसाइज करवाना बहुत जरूरी है | जैसे कि उसके पैरों की साइकिलिंग जैसे थोड़ी बहुत मूवमेंट करवाएं इसकी वजह से बच्चे की गैस की परेशानियां कम हो जाएंगे |
  6. अगर आपके बच्चे को गैस की प्रॉब्लम हो रही है, तो उन्हें बाजार में उपलब्ध थोड़ी दवाइयां आप दे सकते हैं लेकिन डॉक्टर की सलाह लेनी जरुरी है |
  7. आपके बच्चों के पेट में अगर दर्द रुक ही नहीं रहा है, जल्द से जल्द डॉक्टर से परामर्श लें उससे उनको आराम मिलेगा |

ऐसे बहुत सारे उपाय हम बच्चों को पेट में गैस होने के पर उपाय के तौर पर कर सकते हैं. बच्चों के बॉडी मूवमेंट करवाना भी बहुत जरूरी है | बहुत बार ऐसा होता है कि बॉडी मूवमेंट ना होने के कारण बच्चे बहुत देर तक फिर पड़े रहते हैं | उसकी वजह से उनका पेट फूल जाता है और उसमें गैस बन जाते हैं | इसलिए उन्हें थोड़ा घुमाने लेकर जाइए इससे बच्चे फ्रेश भी महसूस करेंगे और एक्टिव भी रहेंगे बच्चों का पेट एवं पाचन संस्था अच्छा रहना बहुत जरूरी है | क्योंकि अगर उनका पाचन संस्था का क्रिया अच्छी ना हो तो वह स्वस्थ रहेंगे और उनकी ग्रोथ में बहुत सारा प्रॉब्लम आ सकता है | अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे की ग्रोथ अच्छे से हो तो उन्हें रोजाना घुमाना चाहिए |

अच्छी जीवनशैली का अवलंब करने से हम हमारी खुद की जिंदगी में और हमारे बच्चों की जिंदगी में बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं | इसलिए हमेशा अच्छी जीवनशैली का और लंबा करें और अपने बच्चों को भी वही सिखाएं | अगर ऊपर दी गई सारी उपाय करने के बावजूद भी अगर आपके बच्चे को गैस की परेशानी से आराम ना मिले तो तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श करें |

हम आशा करते हैं कि आपको ऊपर दी गई जानकारी का फायदा होगा | अगर आप हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं, या फिर आपके कोई सवाल हो तो कमेंट जरुर करें |

धन्यवाद !

सपने में बाल दिवस समारोह देखना इसका मतलब क्या है ?

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कैसे हो दोस्तों? सपनों के रहस्यमई दुनिया में आप सबका स्वागत है। सोते वक्त हमें कई प्रकार के सपने आते हैं। सबके सपने अलग-अलग तरह के होते हैं। हमारी सोच विचार हमारी भावनाएं अलग अलग होती है, इसलिए सपने भी अलग-अलग प्रकार के होते हैं। सपने में हमारे से जीवन से ही जुड़े होते हैं। सपने में बाल दिवस समारोह देखना क्या है, यह आज हम देखते है 

हमारे जीवन में जो कुछ घटनाएं घट रही है, या फिर घटने वाली है, तो उस प्रकार के भी सपने में आ सकते हैं। दिन भर में आप जिस सोच-विचार में होंगे, उस प्रकार के भी सपने आपको आ सकते हैं। दोस्तों कुछ सपने अच्छे होते हैं तो कुछ सपने पूरे हो सकते हैं और कुछ सपने तो इतने भयंकर होते हैं कि उन सपनों को देखने के बाद हम भयभीत होकर नींद से जाग उठते हो।

    दोस्तों, आज हम सपने में बाल दिवस समारोह देखना इसका मतलब क्या है? इस प्रकार के सपने के बारे में जानने वाले हैं। बाल दिवस 14 नवंबर को मनाया जाता है। इसे हम चिल्ड्रन डे भी बोलते हैं। दोस्तों क्या आपके भी सपने में आपको बाल दिवस समारोह दिखा है? अगर आपने दिया सपना देखा है?

तो यह सपना आपने किस रूप में देखा है? उसी प्रकार का आपको अच्छा और बुरा फल मिल सकता है। जैसे कि, सपने में बाल दिवस समारोह देखना। सपने में बाल दिवस मनाते हुए देखना। सपने में बच्चों के साथ मस्ती करते देखना। सपने में बच्चों के साथ खेल खेलते देखना। इन सपनों का क्या मतलब हो सकता है?

इसके बारे में आपको जान लेना चाहिए। तो चलिए जानते हैं, सपने में बाल दिवस समारोह देखना इसका मतलब क्या है? और इसका हमारे जीवन पर क्या असर पड़ सकता है।

सपने में बाल दिवस समारोह देखना।

 

    सपने में अगर आपने बाल दिवस समारोह देखा है, तो यह एक अच्छा सपना माना जाता है। इस प्रकार के सपने का यह मतलब है, कि आने वाले दिनों में, आप बच्चों के साथ टाइम बिताने वाले हैं। उनको वक्त देने वाले हैं। बच्चों की इच्छाएं पूरी करनें वाले हैं।

सपने में बाल दिवस समारोह मनाते देखना।

 

    सपने में अगर आप बाल दिवस समारोह मनाते हुए देखते हैं, तो यह एक अच्छा सपना माना जाता है। इस प्रकार के सपने का मतलब है, कि आने वाले दिनों में सामाजिक कार्य में सहभाग लेने वाले हैं। कई प्रकार के सामाजिक कार्य करने वाले हैं।

सपने में बच्चों के साथ खेलते हुए देखना।

 

     सपने में अगर आप बच्चों के साथ खेलते हुए देखते हैं तो यह एक अच्छा सपना माना जाता है। इस प्रकार के सपने का यह मतलब है, कि आने वाले दिनों में अपने काम से फुर्सत निकालकर अपने परिवार के साथ वक्त बिताने वाले हैं। बच्चों को वक्त देने वाले हैं। आप आपके कार्य में भी सफल होने वाले हैं।

सपने में बच्चों के साथ मस्ती करते देखना।

 

     सपने में अगर आप बच्चों के साथ मस्ती करते हुए देखते हैं, तो यह एक अच्छा सपना माना जाता है। इस प्रकार के सपने का यह मतलब है कि आने वाले दिनों में आपके जीवन में कुछ अच्छे सकारात्मक बदलाव आने वाले है। कोई भी कार्य अब बड़ी सफलता से पूरा करने वाले हैं।

सपने में आप बच्चों को खिलाते हुए देखना।

 

    सपने में अगर आप बच्चों को खाना खिलाते हुए देखते रहे तो यह एक अच्छा सपना माना जाता है। इस प्रकार के सपने का यह मतलब है कि, आने वाले दिनों में जल्दी आपको एक बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है। आपके अधूरे सपने पूरे होने वाले हैं।

सपने में बच्चों को हंसते हुए देखना।

 

     सपने में अगर आप बच्चों को हंसते हुए देखते हैं, तो यह एक अच्छा सपना माना जाता है। इस प्रकार के सपने का यह मतलब है, कि आने वाले दिनों में आप नए काम को शुरुआत करने जा रहे हैं। जिसमें आप अच्छी तरह से सफलता पाने वाले हैं।

सपने में बच्चों को खेलते हुए देखना।

 

     सपने में अगर अपने बच्चों को खेलते हुए देखा है तो यह एक अच्छा सपना माना जाता है। इस प्रकार के सपने का यह मतलब है कि आने वाले दिनों में आपके जीवन में जो कुछ समस्याएं आई थी तो वह खत्म होने वाली है। आप समस्या से मुक्त होने वाले हैं। आपके जीवन में सुख, शांति आने वाली है।

सपने में बच्चों को रोते हुए देखना।

 

     सपने में अगर आपने बच्चन को रोते हुए देखा है तो यह एक बुरा सपना माना जाता है। इस प्रकार के सपने का यह मतलब है, कि आने वाले दिनों में आप इसे बड़ी मुसीबत में फंसने वाले हैं। आपके कार्य में कोई बड़ी रुकावट आने वाली है। ऐसा सपना देखने से आपको संभल कर कार्य करने चाहिए।

सपने में बाल दिवस समारोह में भाषण करते देखना।

 

    सपने में अगर आप बाल दिवस समारोह में भाषण करते हुए देखते हैं, तो यह एक अच्छा सपना माना जाता है। इस प्रकार के सपने का यह मतलब है, कि आप कोई भी कार्य सकारात्मक विचार से करने वाली है। आपके अंदर आत्मविश्वास बढ़ने वाला है। किसी भी कार्य में आप सफलता पाने वाले हैं।

    दोस्तों, सपने में बाल दिवस समारोह देखना इसका मतलब क्या है? इस प्रकार के सपने के बारे में हमने जान लिया है तो दोस्तों हमने दी हुई जानकारी आपको कैसी लगी हो आप हमें हमारे कमेंट बॉक्स में लिखकर बता सकते हैं।

 

        धन्यवाद।

Also See : ज्यादा देर तक काम करने से परेशानी 

फणस खाने के नुकसान और फायदे – फणस खाने के बाद हमें कौन-कौन सी अलग-अलग चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए

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फणस खाने के बाद हमें कौन-कौन सी अलग-अलग चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए

 

फणस खाने के नुकसान और फायदे – हमारे शरीर का स्वास्थ्य अच्छा रहे ऐसा हम सबको लगता है और इसलिए हम सब कई प्रकार के कोशिश भी करते हैं लेकिन कई बार अलग-अलग प्रकार के वजह से हमें हमारे शरीर के संबंधित बहुत से समस्या का सामना करना पड़ सकता है जिसकी वजह से हमें कई प्रकार की कठिनाई भी निर्माण हो सकती है इसलिए हमें अपने शरीर के अच्छे से देखभाल करनी चाहिए

हमारे शरीर का स्वास्थ्य अच्छा रहने के लिए हमें बहुत से पोषण का सेवन करना चाहिए शरीर को अच्छा पोषण मिलने के लिए बहुत से लोग फणस का सेवन करते हैं फनस का सेवन करने की वजह से हमारे शरीर को बहुत से अलग-अलग प्रकार के फायदे हो सकते हैं और हमारे शरीर के संबंधित कई प्रकार के समस्या से भी हमें छुटकारा मिल सकता है

कई लोग फनस का सेवन करने के साथ अलग-अलग चीजों का सेवन करते हैं लेकिन ऐसी चीजों का सेवन करने की वजह से हमारे शरीर को बहुत से नुकसान हो सकते हैं और हमें कई प्रकार की परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है इसलिए हमें फनस का सेवन करने के बाद कई प्रकार की चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए 

ज्यादातर लोगों को फनस खाने के बाद हमें कौन-कौन सी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए इस बात की जानकारी नहीं होती इसलिए तो दोस्तों आज हम देखेंगे फनस खाने के बाद हमें कौन-कौन सी अलग-अलग प्रकार के चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए जिससे हमारे शरीर को बहुत से नुकसान हो सकते हैं? चलो तो फिर देखते हैं!

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फणस खाने के नुकसान और फायदे : फनस खाने के बाद हमें इन तरह-तरह चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए

 

दूध का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए :

 

फणस खाने के नुकसान और फायदे में बहुत से लोगों को फनस खाने के बाद अलग-अलग चीजों का सेवन करना अच्छा लगता है लेकिन फनस खाने के बाद ऐसी कई प्रकार की चीजों का सेवन करने की वजह से हमारे शरीर को उसके कई प्रकार के नुकसान भी हो सकते हैं और हमें बहुत से समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है फनस खाने के बाद हमें कभी भी दूध का सेवन नहीं करना चाहिए खाना खाने के बाद अगर आप दूध का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से आपके शरीर को कई प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ सकता है बस खाने के बाद दूध का सेवन करने की वजह से हमारी पाचन क्रिया पर इसका बुरा असर पड़ सकता है जिसकी वजह से हमें कई बार प्राचीन किया कि संबंधित अलग-अलग समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है इसलिए इसका सेवन करने के बाद हमें दूध का सेवन नहीं करना चाहिए

 

  • फनस खाने के बाद शहद का सेवन ना करें

 

फणस खाने के नुकसान और फायदे में बहुत से लोग फनस खाने के बाद अपने मुंह का स्वाद बदलने के लिए शहद का इस्तेमाल करते हैं या फिर सेवन करते हैं फनस खाने के बाद शहद का सेवन करने की वजह से हमें कई प्रकार की समस्या निर्माण हो सकती है जिसकी वजह से हमें बहुत ही कठिनाई का भी सामना करना पड़ सकता है पर नस खाने के बाद अगर आप शहद का सेवन कर रहे हैं तो इसकी वजह से आपको आपके शरीर में सांस लेने के संबंधित बहुत समस्या निर्माण हो सकती है फनस खाने के बाद शहद का सेवन करने की वजह से हम अच्छी तरह से सांस नहीं ले पाते या फिर हमें सांस लेने से संबंधित कई प्रकार की कठिनाई निर्माण हो सकती है इसलिए वनस खाने के बाद हमें शहद का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए इसलिए यह भी एक नुकसान हमें फनस खाने के बाद ऐसी कई प्रकार की चीजों का सेवन करने की वजह से हो सकता है

 

  • खट्टी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए :-

 

फणस खाने के नुकसान और फायदे में बहुत से लोगों को फनस खाने के बाद खट्टी चीजों का सेवन करने की आदत होती है या फिर उन्हें वह बहुत पसंद आता है लेकिन फनस खाने के बाद सेवन करने की वजह से भी हमें हमारे शरीर के संबंधित बहुत से समस्या का सामना करना पड़ सकता है और हमारे शरीर को इसके कई प्रकार के नुकसान भी हो सकते हैं अगर आप खाना खाने के बाद खट्टी चीजों का सेवन कर रहे हैं तो आपको कई प्रकार की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है इसलिए आने के बाद आपको खट्टी चीजों का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए

ऊपर हमने बताए हुए यह अलग-अलग घरेलू उपाय या फिर घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल आपको करना जरूरी है। जिसके कारण आपको फायदे भी हो सकते हैं। तो दोस्तों आज हमने देखा फनस खाने के बाद हमें कौन-कौन सी अलग-अलग प्रकार के चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए जिससे हमारे शरीर को बहुत से नुकसान हो सकते हैं? उसके साथ साथ ऐसी समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप डॉक्टर की सलाह भी ले सकते है। अगर आपको इस समस्या से लेकर और कोई दिक्कत या फिर कोई सलाह की जरूरत है। तो फिर आप कमेंट करके बता सकते हैं। और इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें और पहुंचाने की कोशिश करें।

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