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ज्यादा देर तक काम करने से परेशानी 

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नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? दोस्तों, आज कल की भाग दौड़ में हम अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखतें हैं। इसके कारण हमें बहुत सारी परेशानयां उठानी पड़ सकतीं हैं। और आजकाल कॉम्प्युटर, लॅपटॉप, मोबाईल, टॅब पर हम लगातार काम करतें रहतें हैं, और हमें पताही नहीं चलता हैं, हम आठ- नऊ घंटे एक ही जगहा पर बैठकर काम करते रहतें हैं। और आपने देखा ही होगा कोराना के दिनों में सब लोग वर्क फ्रॉम होम करते रहते थें। वह दिन भर दस-बारा घंटे मोबाईल, टीव्ही, लॅपटॉप वर काम करतें रहतें थें। तबसे लेकर बहुत काम अभी लॅपटॉप, मोबाईल, कॉम्प्युटर पर होने लगे है। ज्यादा देर तक काम करने से परेशानी 

दोस्तों, उसके कारण हमारें सेहत बिगड़ सकतीं हैं। हमे बहुत सारी परेशानी उठा़नी पड़ सकतीं हैं। तो आज हम इसी विषय के बारें में जानने वालें हैं। के लगातार बैठकर काम करनें से हमें कोनसी परेशानीया हो सकतीं हैं, और उसे दूर करने के लिए हमें क्या करना चाहिए। ज्यादा देर तक काम करने से परेशानी 

ज्यादा देर तक काम करने से होने वालीं परेशानीया: jyada samay tak kam karne se hone vali pareshaniyo se chutkara

दोस्तों, ज्यादा देर तक काम करने से, बहुत सारी परेशानीया उठानी पड़ सकतीं हैं। वो कौन-कौन सी है, आज हम इसी विषय के बारें में जानने वालें हैं। तो चलिए जानतें हैं।

  • कमर दर्द
  • गर्दन मे तणाव आ सकता है
  • घुटनों का दर्द
  • लगातार कॉम्प्युटर, लॅपटॉप पर काम करने से बहुत लोगों को आखों से लेकर परेशानी उठानी पडती हैं। 
  • और बहुत लोग मोटापे का भी शिकार होतें हैं। 
  • पीठ दर्द
  • मांस पेशियाँ अखड जातीं हैं
  • पैरों में झनझनाहट महसुस होतीं हैं
  • हृदयरोग
  • उच्चरक्त चाप
  • थकान महसूस होतीं हैं
  • मानसिक तणाव आता हैं
  • पाचन तंत्र बिघड सकता हैं
  • ऍसिडिटी जैसी समस्या हो सकतीं है

दोस्तों, ज्यादा देर तक काम करने से हमें इतनी सारी परेशानीया उठानी पड़ सकतीं हैं। अब हम इन परेशानीयों से छुटकारा पाने के लिए क्या करना चाहिएं, उसके बारें में जानने वालें हैं। 

ज्यादा देर तक काम करते वक्त बिच बिच में खडे होना चाहिए: kam karte samay thoda break lekar khade ho jaye

दोस्तों, ज्यादा देर तक बैठने से हमें बहुत सारी परेशानीया उठानी पड़ सकतीं हैं। जैसे की पीठ दर्द, कमर दर्द की समस्याएं हो सकतीं हैं। इसके लिए अगर हम बीच बीच में खडे होना चाहियें, थोडा रेस्ट लेना चाहिएं, इससे हमारा काम में भी मन लगेगा और कमर दर्द की परेशानी भी कम होगी। 

ज्यादा देर तक काम करते वक्त एक्सरसाइज करना चाहिए: exercise kare 

दोस्तों, ज्यादा देर तर बैठ कर काम करने से हमारी गर्दन अखंड जाती है कमर दर्द होता है घुटनों का दर्द होता हैं, ऐसे वक्त में अगर हम बिच बीच में एक देढ घंटे बाद उठकर थोडी एक्सरसाइज करेंगें, हाथों- पैरोंको हिलायेंगे तो हमें ऐसी समस्याओं में आराम मिलेगा। 

आखों पर खिरा काटकर रखें: aankho par khira katkar rakhne se rahat paye

दोस्तों, लगातार बैठकर काम करतें, समय और लगातार मोबाईल लॅपटॉप पर नजर लगाते हुएं, हमारी आखों को समस्या हो सकती हैं। आखों में जलन, आखें लाल होना, आखों मे से पानी आना हो सकता हैं। ऐसे वक्त में अगर हम थोडी देर आखों को रिलॅक्स रखेंगें, आखों बंद करके उसके उपर खिरा काटकर पाच 10 मिनिट रखेंगें, तो आखो में थंडाई आयेगी, आखो की लाली कम होगी, आखों को आराम मिलेगा और जलन कम होने में मदत मिलेगी।

मेडिटेशन करना चाहिएं: meditation karne se dimagi santulan shant hota hai

दोस्तों, लगातार काम करने से उसका हमारे सेहत पर बहुत बडा असर हो सकता हैं। ऐसे वक्त में हमारे मन पर भी उसका असर हो सकता हैं। हमारा स्वास्थ्य खराब होता है। और हमे मानसिक विकार हो सकता हैं। अगर ऐसे वक्त मे हम 15 से 20 मिनिट अपने लिए लेकर मेडिटेशन करेंगें, तो हमें इन समस्या में आराम मिलेगा। 

गर्दन को हिलाते रहिये: neck exercise kare 

दोस्तों  ज्यादा देर तक एकही जगहा पर बैठकर अगर हम काम करतें हैं, तो हमारे गर्दन में भी दर्द होता हैं। गर्दन अखड जातीं हैं। ऐसे वक्त अगर आप खुर्ची पर बैठे बैठे गर्दन की एक्सरसाइज करेंगे, तो आपको आराम मिलेगा। बैठे बैठे गर्दन घुमाना चाहिये। गर्दन को दाएं-बाएं तरफ घुमाईएगा, पिछली तरफ करो और गोलाई से घुमाने से आपकी गर्दन की मांसपेशियाँ अपना काम ठीक से करेंगें, और आपको मिलेगा।

आरामदायक कुरसी का इस्तमाल करें: aram khursi ka istemal kare

दोस्तों, जब भी आप ज्यादा देर तक काम करते हैं, ऐसे वक्त में आपकी कुर्सी भी बहुत जरुरी हैं। अगर आप सहीं और आरामदायक कुरसी लेंगे, तो आपको आराम मिलेगा। 

चलो, तो फिर दोस्तों, आज हमने आपको जादा देर तक काम करने से कोनसे नुकसान होते हैं, और उसके लिए हमे क्या करना चाहिएं, उसके बारें में कुछ जानकारी बताई हैं। दोस्तों, हमने बताई हुईं जानकारी में अगर आपको कुछ शंकाये या फिर कोई और सवाल होंगें, तो आप हमारे कमेंट्स बॉक्स में बता सकतें हैं। 

धन्यवाद

Also see : ज्यादा देर तक काम करने से परेशानी 

रात के सफर में भूत देखने पर क्या करें सच में भूत होते है क्या? 

नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? दोस्तों, बचपन से लेकर आज तक हमने बहुत सारी भूतों की कहानियाँ सुनी हैं। और भूतो की फिल्म भी देखी हैं। बचपन में भी बहुत भूतों की फिल्म देखतीं थीं। और उसके बाद कुछ भी काम करतें समय, बाथरूम जाते समय बहोत डरती थीं। ऐसा लगता था, वहा पे कोई खडा़ हैं, या फिर दरवाजे की आवाज आने से मैं डरती थीं। और कभी- कभी फिल्म की कोई ट्रॅव्हलिंग कर रहा हैं, सफर कर रहा है, और उसके सामने से कोई साया गया, या फिर उसकी पीछे कोई बैठा हैं, या फिर कोई उसके गाडी के साथ तेज़ रफ्तार से उसके साथ कोई साया भाग रहा हैं, ऐसे फिल्म में हमने बहुत देखा हैं। रात के सफर में भूत देखने

दोस्तो उसके बाद सपनें मे भी मेरे साथ ऐसा होता था, के मुझें सपनें में भी ऐसी छबी दिखाई देती थी, और डर के रोती थीं, और मम्मी को पकड़ के सो जाती थीं। तो आज हम जानने वालें हैं, की अगर रात के सफर में हमें भुत दिख जाये तो क्या करें? और सच में भूत होते है क्या? आज हम इसी विषय के बारे में जानने वालें हैं, तो चलिए फिर जानतें हैं। रात के सफर में भूत देखने

 

क्या सच में भूत होतें है:  Kya sach me bhoot hote hai kya

दोस्तों, हमनें बहुत कहानीयां सुनी हैं, की भूत होते हैं। और और वह उनके रास्ते में कोई आये तो उसको पकड लेतें हैं। उनको पछाड़ लेतें हैं। या फिर किसी बात का बदला हो लेने के लिए वापस आ जातें हैं, ये कहानी हम बचपन से सुनते आ रहे हैं। और हमने फिल्मों में भी देखा हैं, कि भूत होतें हैं, रात के अंधेरे में 12 से 3 बजे तक रात को भुतो का समय रहता हैं, और घुमते हैं, हमे डराते हैं, उनके रास्ते में कोई आये, तो उसको पकड़ लेतें हैं। 

ये सारी मनघड़ंत कहानीयां हैं। जी हां दोस्तों, भूत नहीं होतें हैं। ये हमारे मन का वहम होता हैं। हम अपने दिमाग में फिट कर लेतें हैं, के भूत होतें हैं, और वो हमें डराते हैं, और कभी- कभी हमारें शरीर के अंदर घुस जातें हैं। और फिल्म में देख देख के वो हमे मन मे घर करा कर लेते हैं, की भूत होतें हैं, और अपना बदला लेने के लिए वापस आतें है। और हमे डरतें हैं। और कभी कभी ऐसा कहते हैं, के किसी की अगर इच्छा अतृप्त रह जातीं हैं, तो आत्मा बनके भूत बनके वह इच्छा पुरी करने के लिए भटकते रहतें हैं। लेकिन आज के वैज्ञानिक दिनों में ये बात सरासर गलत हैं। क्योंकि मरने के बाद आत्मा को दुसरा जन्म मिल जाता हैं। और ये कही सुनी बातों पर हम विश्वास कर लेतें हैं, और हमारे मन में खौफ पैदा कर लेतें हैं। 

          

रात के सफर में जाये तो क्या करें : Agar aap rat ko safar kar rahe hai to in bato ka dhyan rakhe

दोस्तों, आज हम यही विषय के बारे में जानने वालें हैं, के रात के सफर में भुत दिख जाये तो क्या करें? तो हमने आप उपर बताया हैं, की भूत नहीं होते हैं। लेकिन हमारे मन मे हो बैठ जाता हैं, इसके लिए हम डरतें हैं। तो दोस्तो मर जाने के बाद आत्मा को दुसरा जन्म मिल जाता हैं। और भूत नही होतें हैं।

रात के सफर में हमे भूत नहीं दिखते है। कभी कभी हवा का झोका आता है, उसके साथ धुल मिट्टी भी उडती हैं। और हमे लगता हैं, के भूत का साया गया और कभी कभी रात को गाडी की तेजी रफ्तार से रास्ते पे पड़ा कचरा उड़ जाता हैं, उसमें कागज़, कचरा कुछ भी हो सकता हैं, तो हमें लगता हैं, कुछ तो गया फिर कोई साया आया, दोस्तों, ये हमारा मन का वहम होता हैं। हमें हमारे मन से ये बात निकालनी चाहिएं। अगर हम ऐसे किसी बात का मन में घर पैदा कर लेतें हैं, तो हमें दिल का दौरा भी पड़ सकता हैं। उसका असर हमारी सेहत पर भी हो सकता हैं। 

 आज कल महंगाई, और बेरोजगार का जमाना है, तंगी आ जातीं हैं। तो लुटेरे, चोर, चक्के रात के सफर में किसी का शिकार करने के लिए  ढूंढे रहतें हैं। उसमे कभी कभी खून खराब भी होता है। हमें लूटने के लिए चित्र- विचित्र कपडे़, पेहेराव पहनकर रात को रास्ते के आजूबाजू मे छुपे रहतें हैं। और हमें लगता हैं, कि सामने से भूत आ रहा हैं, और टेक्नॉलॉजी दुनियाँ के द्वारा वो हमे थ्रीडी इमेज बनाकर  रास्ते में भूत हैं, या फिर कोई मर गया है, या फिर कोई हमारे सामने से आ रहा हैं, ऐसा दिखाना चाहते हैं, और हम डरकर तेजी से गाडी़ रोक देतें हैं। इसके कारण हमारा एक्सीडेंट भी हो सकता हैं। और अगर हम ऐसे समय मे गाडी रोकते हैं, तो हमे लुटेरे हमें लूट लेते हैं। तो दोस्तों, रात के सफर मे भूत नहीं होते हैं। चोरी करने के लिए चोर और चक्का रात को घुमते रहतें हैं। तो रात को सफर में आपको ऐसा दिख जाये तो गाडी को नहीं रोकना चाहियें। 

रात के सफर में आपको डर लगता हैं। और आपको लगता है, क्या आपके आगे पीछे कोई बैठा हैं, ऐसे वक्त मे अगर आप गाडी मे गाना लगाके जायेंगें, तो आपका मन भी बहल जागेगा, संगीत सुनते सुनते आपके दिमाग से निगेटिव्हिटी निकल जायेगी। आपका सफर भी अच्छे से होगा। चाहे तो साथ में आप किसी व्यक्ति को भी ले सकते हैं। अकेले सफर करना थोडासा रिस्की होता हैं। क्योंकी रात को अकेले सफर करेंगें, तो हमें बोरिंग भी होता हैं, और सफर भी लंबा लगता है। कभी कभी आपको निंद भी आ सकतीं है। एक्सीडेंट भी हो सकता हैं। अगर साथ में कोई दोस्त, या फिर आपके रिश्तेदार होंगे तो आप बातें करते- करते बाते अपना सफर जल्दी तैय कर सकतें हैं। 

चलो, तो फिर दोस्तों, आज हमनें आपको बताया हैं, की भूत होते हैं, या नहीं और रात के सफर में भूत दिख जाये तो क्या करना चाहिएं। दोस्तों, हमनें बताई हुई जानकारी में अगर आपको कुछ शंकाये, या फिर कोई और सवाल होंगें, तो आप हमारे कमेंट बॉक्स में बता सकतें हैं। 

धन्यवाद

आइब्रो के बालों की देखभाल कैसे करे

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       हमारे बाल यह लंबे घने और सॉफ्ट हो साथ ही हमारे चेहरे की त्वचा अच्छी हो उसमें अच्छा निखार हो, तो इससे हमारा सौंदर्य खिल उठता है। हमारे चेहरे की आइब्रो भी घनी और अच्छी हो तो इससे हमारा चेहरा और भी खूबसूरत दिखता है। आइब्रो से संबंधित कई प्रकार की समस्याएं हमें आती है। आइब्रो के बालों की देखभाल कैसे करे यह आज हम देखते है ।

    जैसे कि, आइब्रोज के बाल झड़ना, आइब्रो पतली दिखने लगना वगैरह। क्या आपके भी आइब्रोज के बाल झड़ रहे हैं? आपकी भी आइब्रोज पतली दिखने लगी है? तो इस पर आपको तुरंत ही कुछ उपाय अपनाने चाहिए। आइब्रोज की अच्छी तरीके से देखभाल करनी चाहिए। क्योंकि घनी आइब्रोज की वजह से हमारा सौंदर्य और खिल उठता है।

      दोस्तों, आज हम आइब्रो के बालों की देखभाल कैसे करें? इसके लिए हमें कौन से उपाय करने चाहिए? कौन से तरीके हम अपना सकते हैं? इस प्रकार की समस्या के बारे में जानने वाले हैं। तो चलिए जानते हैं, आइब्रो की बालों की देखभाल कैसे करें इसके उपाय।

आइब्रो के बालों की देखभाल कैसे करे

आइब्रोज की देखभाल करने के उपाय।

 

    दोस्तों, बाल यह हमारे सिर के ही झड़ते हैं ऐसे नहीं हमारे आइब्रोज, हमारी पलकों के भी बाल झड़ सकते हैं। और इसे के पीछे के कई प्रकार के कारण हो सकते हैं। लेकिन, इसको रोकने के लिए हम कुछ उपाय अपना सकते हैं जैसे कि,

विटामिन ई टेबलेट।

 

    अगर आपके आइब्रोज के बाल झड़ रहे हैं, या फिर आपकी आइब्रोज पतली हो रही है तो इसके लिए आपको विटामिन ई टेबलेट का प्रयोग करना चाहिए। दोस्तों, इसके लिए थोड़ा सा एलोवेरा जेल लेकर उसमें एक विटामिन ई टेबलेट डाल दें और इन दोनों को अच्छी तरह से मिक्स कर ले। अच्छी तरह से मिक्स करने के बाद एक स्मूथ क्रीम तैयार होगी।

    रात को सोते वक्त आपको यह क्रीम हल्के हाथों से आइब्रोज पर लगानी है और 5 मिनट के लिए मसाज देना है। अगर आप ऐसा रोजाना करते हैं, तो आपके आइब्रोज घने और अच्छे दिखने लगेंगे।

कैस्टर ऑयल।

 

     दोस्तों, विटामिन ई के वजह से हमारे बालों का झड़ना बंद होने में मदद होती है। कैस्टर ऑयल में भी अच्छी मात्रा में विटामिन ई पाया जाता है। कैस्टर ऑयल को आपके आइब्रोज पर मसाज देने से आपके आपके आइब्रोज के बाल झड़ना बंद हो सकतें हैं। इसके लिए आपको थोड़ा आधा चम्मच कैस्टर ऑयल लेकर उसमें आधा चम्मच ऐलोवेरा जेल डालना है।

    उसे अच्छी तरह से मिक्स कर लेना है और बाद में जो क्रीम तैयार होंगी उस क्रीम को आपको अपने आइब्रोज पर 5 मिनट के लिए मसाज देना है। ऐसा करने से आपके आइब्रोज के बाल नहीं झड़ेंगे और आपकी आइब्रोज अच्छी होने लगेगी।

बादाम का तेल का प्रयोग।

 

    बादाम के तेल में विटामिन ई यह अच्छी मात्रा में पाया जाता है। आपकी आइब्रोज पतली है या फिर आइब्रोज के बाल झड़ रहे हैं तो इसके लिए बादाम का तेल का प्रयोग भी आप कर सकते हैं।

बादाम का तेल लेकर अपने आइब्रोज पर अच्छी तरह से लगा ले और 2 से 3 मिनटों तक अच्छे से मसाज करें। ऐसा करने से आपके आइब्रोज घने और काले होने में मदद हो सकती है।

जैतून का तेल का प्रयोग।

 

    जैतून का तेल का प्रयोग हम अपने त्वचा के लिए कर सकते हैं। जैतून के तेल में विटामिन इ यह अच्छी मात्रा में रहता है। अगर आप रोजाना जैतून का तेल अपने आइब्रोज पर लगाकर 5 मिनट के लिए उस पर मसाज करते हैं तो ऐसा करने से आपके आइब्रोज घने और काले होने लगेंगे। तथा बेहद खूबसूरत दिखने लगेंगे। आपके आइब्रोज के बालों का झड़ना भी रोकने में मदद हो सकती है।

प्याज का रस।

 

     प्याज हमारे बालों का झड़ना रोकने के लिए बहुत ही असरदार होता है। अगर आपके आइब्रोज के बाल भी झड़ रहे हैं, या फिर पतले हो रहे हैं, तो इसके लिए आप प्याज का उपयोग कर सकते हैं। प्याज का रस निकालकर उसे रूई की मदद से अपने आइब्रोज पर लगा ले और 2 से 3 मिनट तक मसाज करें। 

    एक-दो घंटे के लिए छोड़ दें और बाद में अपना चेहरा ठंडे पानी से वॉश कर ले। ऐसा करने से आपके आइब्रोज के बाल घने दिखने लगेंगे और नए केस भी उगने लगेंगे।

आंवला।

 

    बालों का झड़ना रोकने के लिए हमें आंवला का जूस का सेवन करना चाहिए। दोस्तों, आंवला में विटामिन सी यह अच्छी मात्रा में पाया जाता है। अगर आप नियमित रूप से एक आंवले का जूस सेवन करते हैं, तो इससे आपकी कई प्रकार की समस्या दूर हो सकती है। तथा बालों का झड़ना, आइब्रोज के बालों का झड़ना भी रुक सकता है।

     आइब्रो घनी और अच्छी होने के लिए आप आंवले का तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। रात को सोते वक्त आपको आंवले का तेल अपने आइब्रोज पर लगाकर 5 मिनट के लिए मसाज देना है ऐसा करने से जल्दी आपके आइब्रोज के बाल झड़ना रूकने लगेंगे और आपकी आइब्रोज घने और काले होने लगेंगे।

    दोस्तों, आइब्रोज की बालों के झड़ने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए तथा अगर आपके आइब्रोज के बाल पतले होने लगे हो, तो यह उपाय आप अपना कर देख सकते हैं। यह उपाय करने से आपके आइब्रोज घने और काले दिखने लगेंगे। साथ ही आइब्रोज की बालों का झड़ना भी रुकने लगेगा।

   दोस्तों साथ ही आपको आपके खानपान में पोषक तत्व एवं पोषक घटकों का सभी प्रकार के विटामिंस युक्त पदार्थों का सेवन करना चाहिए। साथ ही आप को नियमित रूप से योगा करना चाहिए। पानी ज्यादा मात्रा में सेवन करना चाहिए।

 ‌‌       तो दोस्तों, आइब्रो के बालों की देखभाल कैसे करे जानकारी आपको कैसी लगी, यह आप हमें हमारे कमेंट बॉक्स में लिखकर बता सकते हैं।

         धन्यवाद।

Also See : किसी भी तरह के एडिक्शन से छुटकारा कैसे पाएं

 

सपने में त्रिफला चूर्ण देखना, इसका मतलब क्या है?

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     कैसे हो दोस्तों? सपनों के रहस्यमई दुनिया में आप सबका स्वागत है। सपनों की दुनिया एक अनोखी ही दुनिया होती है। सपने हमारे जीवन काल से ही जुड़े होते हैं कुछ सपने अच्छे होते हैं तो कुछ सपने बुरे भी हो सकते हैं दोस्तों एक बार तो इतने डरावने सपने भी आते हैं जिन्हें देखकर हमारी नींद खुल जाती है। सपने में त्रिफला चूर्ण देखना यह सपना आयुर्वेदिक औषध खाने वाले लोगो के बारे मे माना जाता है ।

किसी को सपने में खाने की चीजें वस्तुएं दिखाई देती है तो किसी को सपने में अलग-अलग प्रकार के पुरानी दिखाई देते हैं। तो किसी को सपने में फल सब्जियां भी दिखाई देते हैं।

    आज हम सपने में त्रिफला चूर्ण देखना, इसका मतलब क्या हो सकता है? इस प्रकार के सपने के बारे में जानने वाले हैं। त्रिफला चूर्ण आयुर्वेदिक चूर्ण होता है। जिसको एसिडिटी, कब्ज,गैसेस की प्रॉब्लम होती है, तो उस व्यक्ति को त्रिफला चूर्ण लेना चाहिए, क्योंकि त्रिफला चूर्ण लेने से उसे इन प्रकार की समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।

   अगर दिन भर में आपने त्रिफला चूर्ण के बारे में सोचा होगा, या फिर खुद लिया होगा, तो इस प्रकार का सपना आपको आ सकता है। जैसे कि, सपने में त्रिफला चूर्ण खाते हुए देखना। सपने में त्रिफला चूर्ण खरीदते देखना। सपने में त्रिफला चूर्ण बेचते देखना।

   सपने में त्रिफला चूर्ण तैयार करते देखना इन प्रकार के सपनों का क्या मतलब हो सकता है? इसके बारे में आपको अवश्य जान लेना चाहिए। तो चलिए जानते हैं, सपने में त्रिफला चूर्ण देखना इसका मतलब क्या है? और इसका हमारे जीवन पर क्या असर पड़ सकता है।

सपने में त्रिफला चूर्ण देखना।

 

     सपने में अगर आपने त्रिफला चूर्ण देखा है, तो यह एक अच्छा सपना माना जाता है। इस प्रकार के सपने का यह मतलब है, कि आने वाले दिनों में आप आपके कार्य में सफल होने वाले हैं। आपका कारोबार अच्छा चलने वाला है। आप आपके कार्य में खूब मेहनत लेने वाले हैं।

सपने में त्रिफला चूर्ण खाते देखना।

 

     सपने में अगर आप त्रिफला चूर्ण खाते हुए देखते हैं, तो यह एक अच्छा सपना माना जाता है। इस प्रकार के सपने का यह मतलब है कि आने वाले दिनों में, आप शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने वालें हैं। आपकी सेहत अच्छी रहने वाली है।

सपने में त्रिफला चूर्ण तैयार करते हुए देखना।

 

     सपने में अगर आप से पहले चूर्ण तैयार करते हुए देखते हैं, तो यह एक अच्छा सपना माना जाता है। इस प्रकार के सपने का यह मतलब है कि, आने वाले दिनों में आप जल्द ही एक नया कारोबार शुरू करने वाले हैं। जिसमें आपको बड़ी सफलता मिलने वाली है।

सपने में त्रिफला चूर्ण खरीदते देखना।

 

     सपने में अगर आप त्रिफला चूर्ण खरीदते हुए देखते हैं, तो यह एक अच्छा सपना माना जाता है। इस प्रकार के सपने का यह मतलब कि, आने वाले दिनों में आप आर्थिक रूप से मजबूत बनाने वाले हैं।आपका कारोबार दिन-ब-दिन बढ़ते जाने वाला है।

सपने में त्रिफला चूर्ण बेचते देखना।

 

     सपने में अगर आपने पहले चोरों ने बेचते हुए देखते हैं तो यह एक अच्छा सपना नहीं माना जाता। इस प्रकार के सपने का यह मतलब है कि आने वाले दिनों में आप किसी मानसिक टेंशन में आने वाले हैं। आप आर्थिक रूप से कमजोर बनने वाले हैं।

सपने में त्रिफला चूर्ण बनाने की सामग्री देखना।

 

    सपने में अगर आपने त्रिफला चूर्ण बनाने की सामग्री देखी है, तो यह एक अच्छा सपना माना जाता है। इस प्रकार के सपने का यह मतलब है, कि जल्दी आपका सपना साकार होने वाला है। आपके मन की कोई इच्छा पूरी होने वाली है।

सपने में त्रिफला चूर्ण की खूब सारी डिबिया देखना।

 

    सपने में अगर आपको त्रिफला चूर्ण की खूब सारी डिबिया दिखाई दी है, तो यह एक अच्छा सपना माना जाता है। इस प्रकार के सपने का यह मतलब है, कि आने वाले दिनों में आप जिस क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, काम कर रहे हैं, उसमें आप जल्द ही सफल होने वाले हैं। आप कामयाबी हासिल करने वाले हैं। आपके प्रगति के मार्ग खुलने वाले हैं।

      दोस्तों, सपने में त्रिफला चूर्ण देखना इसका मतलब क्या हो सकता है?  इस प्रकार के सपने के बारे में हमने जान लिया है। तो दोस्तों हमने दी हुई जानकारी आपको कैसी लगी, यह आप हमें हमारे कमेंट बॉक्स में लिखकर बता सकते हैं।

          धन्यवाद।

Also See : मासिक धर्म का खून का रंग बताता है आपकी सेहत के बारे में

किसी भी तरह के एडिक्शन से छुटकारा कैसे पाएं

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       हमारे जीवन में हमें कभी ना कभी किसी ना किसी की एडिक्शन लग जाती है। एडिक्शन मतलब लत लगना। अलग-अलग लोगों अनुसार उनके अलग-अलग प्रकार की एडिक्शन होती है। अगर कोई भी चीज की आदत हमें हद से ज्यादा हो जाए तो उसको हम एडिक्शन बोल सकते हैं। किसी भी एडिक्शन से छुटकारा कैसे पाएं यह आज हम विविध प्रकार से देखते है ।

     किसी को चाय पीने की एडिक्शन होती है तो किसी को कोई भी काम का तनाव लेने की एडिक्शन होती है। किसी को ज्यादा काम करने की तो किसी को शराब पीने की किसी को जुआ खेलने की सबकी अलग-अलग प्रकार की एडिक्शन होती है। तू कुछ लोगों को बार बार खाना खाने की भी एडिक्शन होती है वह दिन भर में कुछ ना कुछ खाते ही रहते हैं।

    दोस्तों एडिक्शन इसको हम एक बुरी आदत भी बोल सकते हैं। एक बार जो एडिक्शन लग जाए तो उससे छुटकारा पाना मुश्किल हो जाता है। किसी भी चीज की एडिक्शन के वजह से हमारा तथा हमारे परिवार का और हमारे शारीरिक स्वास्थ्य का भी नुकसान हो सकता है। कोई भी कार्य हम शुरुआती में अपनी इच्छा से करते हैं लेकिन यही हमारी आदत बन जाए तो यह  एडिक्शन हमारे लिए बुरी भी साबित हो सकती हैं।

    दोस्तों, क्या आपको भी किसी ना किसी चीज की एडिक्शन लग चुकी हैं? क्या आपको इस से छुटकारा पाना है? इसके लिए हम क्या उपाय कर सकते हैं? इसके बारे में आपको अवश्य जान लेना चाहिए। आज हम किसी भी तरह के एडिक्शन से छुटकारा कैसे पाएं? 

    इस समस्या पर जानकारी प्राप्त करने वाले हैं। अगर हमें कोई एडिक्शन लग चुकी है तो इस समस्या से छुटकारा कैसे पाएं? कैसे हमारी एडिक्शन छुड़वाए? इसके बारे में आज हम जाने वाले हैं तो चलिए जानते हैं।

किसी भी एडिक्शन से छुटकारा कैसे पाएं :- 

एडिक्शन से छुटकारा कैसे पाएं।

 

     किसी भी चीज की शुरुआत हम अपनी मर्जी से करते हैं। चाहे काम करना हो, चाय पीना हो, या कॉफी पीना हो, शराब पीना हो, गुटखा खाना हो, या अन्य कोई आदत हो जो हम अपनी मर्जी से शुरु करते हैं। लेकिन, धीरे-धीरे यह आदत हमारी मजबूरी बन जाती है। और हम चाह कर भी इस आदत को छोड़ नहीं सकते, तो इसी को ही हम एडिक्शन बोल सकते हैं।

    दुनिया में हर तीन व्यक्ति में ऐसा एक व्यक्ति होता है जिसे किसी ना किसी चीज की एडिक्शन लग जाती है। ज्यादातर इन मामलों में कम उम्र वाले लोग ही शामिल हैं। और कुछ तो कम उम्र वाले बच्चे भी इनमें शामिल है जो सही गलत नहीं समझ पाते हैं। लेकिन, वह अपने जीवन में कुछ ऐसी चीजें की आदत डाल लेते हैं जो उनकी मजबूरी बन जाती है और धीरे-धीरे वह एडिक्शन में रूपांतरित हो जाती है।

    कम उम्र में ही कुछ बच्चे कोकीन, शराब, जुवा, नशे के शौकीन हो जाते हैं। इसलिए, उन्हें जल्द से जल्द यह आदत छुड़वानी चाहिए। नहीं तो आगे चलकर वह अपनी जिंदगी में भटक सकते हैं और अपने जीवन का नुकसान भी कर बैठते हैं।

     दोस्तों, अगर आपको भी कोई एडिक्शन लग चुकी है, तो उसे सही समय पर ही जल्द से जल्द छुड़वाना चाहिए। एडिक्शन से छुटकारा पाने के लिए आपको कुछ उपाय करने चाहिए। अगर आपके मन से चाहो तो आप अपनी एडिक्शन छुड़वा भी सकते हैं। तो चलिए जानतें हैं,किसी भी तरह की एडिक्शन छुड़वाने के लिए कुछ उपाय।

अपने अंदर की बुरी आदतों को  छोड़ने का प्रयास करें।

 

    कई बार हम अपने अंदर की बुरी आदतों की वजह से किसी चीज के शौकीन हो जाते हैं और यह हमारी एडिक्शन बन जाती है। किसी किसी को काम बढ़ने पर कार्य का प्रेशर आ जाता है और वह तनाव लेने लगते हैं और ज्यादा तनाव लेने से वह एडिक्शन के शिकार हो जाते हैं। इसीलिए हमें कोई भी कार्य सकारात्मक सोच रखकर पूरा करना चाहिए।

    इसके लिए आपको मेडिटेशन की आदत डाल लेनी चाहिए। मेडिटेशन करने से आप तनावमुक्त रह सकते हैं। आपके अंदर किन-किन चीजों की कमी है उसको ढूंढ कर उसे पूरा करने का प्रयास करना चाहिए। अपने आप को सक्षम बनाना चाहिए।

    कोई भी समस्या आपके सामने आकर खड़ी हो जाए तो उसे सामना करने की शक्ति आपको अपने आप में लानी चाहिए। अगर आप शारीरिक तथा मानसिक रूप से सक्षम होंगे तो किसी एडिक्शन का आप शिकार नहीं हो सकते।

हेल्थी डाइट लेना शुरू करें।

 

     किसी भी तरह की एडिक्शन से बाहर निकलने के लिए आपको हेल्थी डाइट लेना चाहिए। हेल्थी डाइट से शुरुआत करनी चाहिए। आर्मी से आपको सभी प्रकार के विटामिंस, पोषक तत्वों एवं पोषक घटक युक्त पदार्थों को शामिल करना चाहिए।

    मौसमी फलों का सेवन आपको करना चाहिए। फलों का जूस लेना चाहिए। अगर आप शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे, तो मानसिक रूप से भी आप स्वस्थ रहेंगे और जल्दी से आप किसी भी एडिक्शन से बाहर निकल सकते हैं।

अच्छी आदतें डाले और अपना शौक पूरा करें।

 

    एडिक्शन से बाहर निकलने के लिए आपको आपके जीवन में कुछ अच्छी आदतें डाल लेनी चाहिए और आपके जो हैबिट्स है, आपके जो शौक है उसे आपको अपने अंदर से बाहर निकालना चाहिए। मतलब आपको जो शौक है उसे आपको पूरे करने चाहिए।

    किसी को पेंटिंग करने का शौक होता है, तो किसी को डांस करने का, तो किसी को घूमने का शौक होता है। तो अपने शौक को आपको पूरा करना चाहिए। जिससे आप किसी भी एडिक्शन से जल्दी बाहर निकल सकते हैं। और अपने डेली रूटीन में अच्छी आदतें डालने का प्रयास करें।

योगा का अभ्यास करें।

 

    किसी भी तरह की एडिक्शन से बाहर निकलने के लिए आपको आपसे डेली रूटीन योगा को शामिल कर लेना चाहिए योगा करने से कई प्रकार की बीमारियां, संक्रमण से हम दूर रह सकते हैं। अगर आपको किसी भी चीज की एडिक्शन लग चुकी है तो आपको योगा का अभ्यास करना चाहिए सवेरे जल्दी उठकर मॉर्निंग वॉक के लिए जाना चाहिए तथा  मेडिटेशन करना चाहिए। हंसने का योगा करना चाहिए।

    हंसने से हमारा मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है और कोई भी तनाव हो तो उससे जल्दी बाहर निकलने में मदद होती है। योगा करने से हमारा शारीरिक स्वास्थ्य तथा मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहने में मदद होती है तो आपको अपने डेली रूटीन में व्यायाम की आदत डाल लेनी चाहिए जिससे आपको कोई भी एडिक्शन से बाहर निकलने में मदद हो सकती है।

दोस्तों के साथ वक्त बिताए।

 

    कई बार हमें किसीना किसी कारणवश मानसिक तनाव आ जाता है। हमारे अंदर में कुछ ऐसी बातें होती है जो हमें बाहर निकालने की जरूरत होती है। अगर वह बातें हमारे मन में ही रह जाए तो उसका हमारे जीवन पर बुरा असर पड़ सकता है तथा मानसिक स्वास्थ्य भी खराब हो सकता है। और जल्दी से उस वजह से किसी ना किसी लत के हम शिकार हो जाते हैं।

     इसीलिए, आपको अपना मन खोलने के लिए, आपकी मन की बातें बताने के लिए, दोस्तों के साथ वक्त बिताना चाहिए। अपनी मन की बातें उन्हें बतानी चाहिए। जिससे कुछ ना कुछ हल निकल सकता है। और आपका मन भी हल्का होने में मदद हो सकती है। दोस्तों के साथ आपको घूमना चाहिए, मौज-मस्ती करनी चाहिए। ऐसा करने से भी आप एडिक्शन से बाहर निकल सकते हैं।

अपने आप से झूठ मत बोले।

 

     कुछ लोग अक्सर अपने आप से झूठ बोलने लगते हैं। मतलब कोई भी कार्य करते वक्त वह इमानदारी से नहीं करते हैं।  लेकिन, इस वजह से ही उन्हें किसी ना किसी चीज की लत लग जाती है। इसीलिए, आपको अपने जीवन में खुद से ईमानदार रहना चाहिए।

अपने आप से कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए। अगर हम अपने आप से इमानदार रहेंगे, तो किसी भी चीज की एडिक्शन से हम दूर रह सकते हैं।

खुद के लिए आराम का वक्त निकाले।

 

    अक्सर इस भागदौड़ की जिंदगी में हम अपने आपके लिए वक्त नहीं निकाल पाते हैं। खुद को आराम नहीं दे पाते हैं। लेकिन, इस वजह से अपने आप को आराम देने के लिए हम किसी ने किसी लत के शिकार हो जाते हैं। और ना चाहते हुए हम अपना ही खुद का नुकसान कर बैठते हैं।

इसके लिए आपको भागदौड़ की जिंदगी से अपने आप को वक्त देना चाहिए। आराम करना चाहिए। काम से छुट्टी लेकर कहीं घूमने टहलने के लिए जाना चाहिए, जिससे आप एडिक्शन से जल्दी बाहर निकल सकते हैं।

किसी भी एडिक्शन से छुटकारा पाएं डॉक्टर की मदद ले।

 

    अगर किसी भी चीज की आपको एडिक्शन कुछ ज्यादा ही हद में लग चुकी है, तो इससे छुटकारा पाने के लिए आपको डॉक्टर की मदद अवश्य लेनी चाहिए। डॉक्टर कुछ ऐसी दवाइयां देंगे, जिसकी वजह से आपकी एडिक्शन छूटने में मदद हो सकती है तथा कुछ उपाय बताएंगे।

    अगर समय रहते ही आप अपने एडिक्शन को छोड़ने के लिए उपाय करते हैं, तो एडिक्शन से आप जल्दी ही छुटकारा पा सकते हैं।

     दोस्तों, अगर कोई भी काम हम अपने इच्छा से करते हैं मर्जी से करते हैं, तो उसे अपनी आदत न बनाए, ना मजबूरी बनाए। क्योंकि यह एक एडिक्शन का रूप धारण कर लेती है और इस वजह से हमारी जिंदगी भी खराब हो सकती है इसलिए अगर आप किसी एडिक्शन के शिकार हो गए हैं तो जल्दी से आपको इससे छुटकारा पाने के लिए उपाय करने चाहिए इस एडिक्शन से बाहर निकलना चाहिए।

   दोस्तों हमने बताई हुए यह उपाय आप अपनाकर देख सकते हैं। यह तरीके अपनाने से आपकी एडिक्शन से बाहर निकलने में मदद हो सकती है। एडिक्शन से बाहर निकलने के लिए आपको डॉक्टर की भी हेल्प लेनी चाहिए।

       तो दोस्तों, हमने दी हुई जानकारी ( किसी भी एडिक्शन से छुटकारा कैसे पाएं ) आपको कैसी लगी, यह आप हमें हमारे कमेंट बॉक्स में लिखकर बता सकते हैं।

           धन्यवाद।

Also See : ब्राजील में शाकाहारियों में मांस खाने वालों की तुलना में अधिक उदास होने की संभावना क्यों है

मासिक धर्म का खून का रंग बताता है आपकी सेहत के बारे में

मासिक धर्म का खून के बारे में ज्यादा बातें नहीं की जाती लेकिन क्या आपको पता है आपके मासिक धर्म का खून का कलर आपकी सेहत के बारे में बता सकता है ?जब आपको मासिक धर्म आना शुरू हो जाता है उस समय से मासिक धर्म के समय दो से तीन चम्मच का खून निकलता है और यह निकलना नॉर्मल भी है | देखा जाए तो मासिक धर्म का खून कितनी मात्रा में निकल रहा है और खून का रंग क्या है यह आपकी सेहत के बारे में बता देता है | क्या आपको पता है मासिक धर्म का खून का रंग बताता है आपकी सेहत के बारे में मासिक धर्म का खून का रंग में बदलाव क्यों आता है ?

 जब महिला का मासिक धर्म आना शुरू होता है तो उस समय क्या होता है ?

जो आपको आपका पहला पीरियड आता है उस समय आपके शरीर से गर्भाशय के ऊपरी परत बढ़ना शुरू हो जाती है और यह मासिक धर्म के खून के साथ ऊपरी परत निकल जाती है जिसे आसानी से पीरियड्स का ब्लड कहा जाता है |

मासिक धर्म का खून का रंग
मासिक धर्म का खून का रंग

अब हम जानते हैं कि कलर का क्या महत्व माना गया है ? Colour Ka Mahatv :

पीरियड के दौरान लड़की के यौन अंग से जो खून बाहर निकलता है उसका रंग लाल रंग का होता है, कभी-कभी यह डार्क ब्राउन हो सकता है | अगर आपको उसके के दौरान डार्क ब्राउन रंग का खून दिखाई दे रहा है तो चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है यह नॉर्मल है |

पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग होने पर महिलाएं अक्सर पीरियड्स के खून का रंग की तरफ ध्यान नहीं देती है, इसी वजह से वह अपने शरीर की स्थिति क्या है उसका अंदाजा नहीं लगा पाती |

सेहत के बारे में खयाल रखने के लिए महिला को अपने मासिक धर्म के ब्लड का रंग की तरफ ध्यान देना बहुत जरूरी होता है | आइए अब हम जानते हैं मासिक धर्म के दौरान खून का रंग बदलने का अर्थ क्या होता है ?

मासिक धर्म के ब्लड के रंग में बदलाव : Masik Dharm Ke Blood Ke Rang Mein Badlav

पीरियड्स के रंग से महिला शरीर की प्रकृति के बारे में जानने के लिए आपको अलग अलग रंग के रक्त का क्या मतलब होता है और इसका आपके शरीर पर क्या प्रभाव पड़ सकता है अब हम जान लेते हैं |

पीरियड के दौरान डार्क रेड और ब्राउन रंग का रक्त : Dark Red Aur Brown Rang Ka Blood

अक्सर महिलाओं के  उस धर्म के खून का रंग डार्क ब्राउन या फिर लाल रंग में पाया जाता है और यह मासिक धर्म के शुरुआती दिनों में और समाप्ति के दिनों में दिखाई देना आम बात है |

मासिक धर्म का रंग ब्राउन देना इसका मतलब है कि आपके शरीर से जो खून बाहर निकल रहा है वह पुराना खून है | अक्सर यह रंग का ब्लड आपको पीरियड्स में आने में देरी होने के समय दिखाई देता है |

महिला के शरीर से डार्क ब्राउन रंग का खून निकल रहा है तो इसका मतलब यह होता है कि यह आपके शरीर में यूट्रस और वजाइना को आने वाले पीरियड साइकिल के लिए तैयार कर रहा है |

जब महिला के मासिक धर्म के रक्त में स्पॉटिंग आने लगते हैं जाने कि वह रास्ते जम जाता है तो उसका रंग डार्क ब्राउन हो जाता है और इसी वजह से वह हमारा शरीर साफ होने का संकेत होता है |

बच्चे को जन्म देने के बाद या फिर मिसकैरेज होने के बाद भी अक्सर महिलाओं को जब मासिक धर्म आना शुरू हो जाते हैं, तब डार्क लाल रंग का खून दिखाई देता है |

पतला लाल कलर का खून दिखाई देना : Patla Lal Colour Ka Khun Dekhna

मासिक धर्म के दौरान जब महिला को अधिक मासिक प्रसव की समस्या होती है तब उस समय अक्सर पतले लाल रंग का खून दिखाई देने लगता है |

पीरियड शुरुआती दिनों में इस रंग का ब्लड दिखाई देना मतलब यह हेवी ब्लड फ्लो के लक्षण है | जैसे जैसे दिन बदलते जाते हैं वैसे वैसे ही यह खून डार्क लाल होना शुरू हो जाता है | जब आपको दिखाई देगी आपका पीरियड का ब्लड डार्क लाल हो रहा है, तो आपके हैवी पीरियड्स खत्म होने के संकेत यह माने गए है |

प्रेगनेंसी स्पॉटिंग की वजह से भी यह खुल ब्राइट लाल रंग का दिखाई देता है | अगर आपको इस रंग का खून दिखाई दे रहा है तब आपको डॉक्टर की सलाह लेनी जरूरी होती है |

पीरियड्स में ऑरेंज कलर का खून निकलना : Orange Colour Ka Khoon 

महिला शरीर में इंफेक्शन होने की वजह से मासिक धर्म का  Cervical fluids के साथ मिलन होने की वजह से उनका कलर ऑरेंज रंग का दिखाई देता है | यदि आपको ऑरेंज पीरियड ब्लड दिखाई दे रहा है तो यह इंफेक्शन का संकेत माना गया है | जब महिला की वैजाइना में इन्फेक्शन होने होने लगता है, तब अक्सर यह ऑरेंज रंग का खून दिखाई देने लगता है |

जब ऑरेंज रंग का खून निकलने लगता है तब इस से बदबू आने की भी समस्या होने लगती है | सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन की वजह से या फिर बैक्टीरियल इनफेक्शन की वजह से इस रंग का ब्लड दिखाई देने लगता है | जब भी आपको ऑरेंज रंग का खून दिखाई देने लगता है तब आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी आवश्यक है |

पीरियड्स में पिंक रंग का खून : Pink Rang Ka Blood

पीरियड दौरान फर्टाइल cervical fluids के साथ पीरियड का ब्लड जब मिक्स होता है तब उस खून का कलर गुलाबी दिखाई देने लगता है | मासिक धर्म में गुलाबी रंग का खून आना मतलब शरीर में एस्ट्रोजन लेवल के कम होने का संकेत माना गया है |

अधिक शारीरिक कसरत जैसे की एक्सरसाइज या रनिंग की वजह से शरीर में एस्ट्रोजन की मात्रा कम होने लगती है | एस्ट्रोजन की मात्रा कम होने की वजह से आपके खून का रंग पिंक कलर का हो जाता है |

 पीरियड में ग्रे या काले रंग का खून दिखाई देना : Gray Ya Kale Rang Ka Khun

जब महिला के पीरियड्स में ग्रे कलर का या फिर काले रंग का खून दिखाई देने लगता है उस समय महिला को बहुत बड़ा हो सकती है |अक्सर ऐसा पाया गया है कि जिस महिला के पीरियड्स काले रंग के आते हैं, उसका गर्भवती होना बहुत मुश्किल होता है और उस महिला को फाइब्रॉयड एंडोमेट्रियोसिस जैसी समस्या से भी जूझना पड़ सकता है |

तो दोस्तों यह था पीरियड के ब्लड का रंग बताता है आपकी सेहत के बारे में की जानकारी | यदि आपको किसी भी प्रकार की समस्या हो रही है तो आप नीचे कमेंट में लिख कर पूछ सकती है |

धन्यवाद|

मासिक धर्म के दौरान क्या सावधानियां बरतें

पीरियड्स में ब्लड क्लॉट्स (खून के थक्के) आना

पीरियड में काला खून निकलना मतलब क्या है ? जानिए इलाज

कई बार पीरियड आने के टाइम पीरियड में काला खून निकलने की समस्या महिलाओं को होती है और यह क्यों होता है और इसके कारण क्या हो सकता है ? यह जानने का प्रयास करती है | ज्यादातर लडकियों का मासिक धर्म आने की शुरुआत 12 से 13 उम्र की दौरान होना शुरू हो जाता है | महिला का मासिक धर्म महिला के शरीर से गर्भाशय की ऊपरी परत को खून की सहायता से निकलने वाले स्त्राव को पीरियड का आना कहां जाता है |American Academy of Obstetricians and Gynecologists टीम ने यह कहा है कि, महिला को नियमित तरीके से पीरियड आना यह महिला के सेहत को दर्शाता है | अगर नियमित तरीके से लड़की का पीरियड आ रहे हैं तब उस महिला को सेहत से किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं है, लेकिन महिलाओं के पीरियड खून के रंग को जानकर भी आप महिला के शरीर में होने वाले बदलाव को थोड़ा बहुत समझ सकते हैं |कई बार महिलाओं को पीरियड के दौरान ऑरेंज कलर का खून आना और डार्क ब्राउन कलर का खून आने की समस्या होती है | लेकिन पीरियड के दौरान काला खून आना इसका मतलब क्या आपको पता है ? अचानक से ब्लैक कलर का पीरियड होना बहुत ही डरावना हो सकता है, क्योंकि आमतौर पर पीरियड का खून का कलर लाल कलर का होता है और आपको जब काले रंग का खून दिखाई देता है, तो आपको डॉक्टर की सलाह लेने की आवश्यकता पड़ सकती है |

पीरियड में काला खून क्यों आता है ?

वैसे देखा जाए तो पीरियड में काला खून आने के कई सारे कारण हो सकते है , जिनमे से कुछ –

पीरियड में काला खून निकलना
पीरियड में काला खून निकलना

पीरियड लेट होने के कारण : Period Late Hone Ke Reason

अक्सर महिलाओं का पीरियड लेट होने के कारण महिलाओं को जल्दी से पीरियड नहीं आता है और यह खून शरीर में जमा रहने के कारण उसके खून के थक्के बनते जाते हैं और यह डार्क लाल कलर से काला दिखाई देने लगता है |

आमतौर पर यह पीरियड आने के शुरुआती दिनों में दिखाई देता है, या पीरियड खत्म होने के आखिरी दिन में दिखाई देता है |

गलती से योनि के अंदर कुछ रह जाने के कारण : Galti Se Yoni Ke Andar Kuch Rah Jane Ke Karan

अगर आप टैंपोन का इस्तेमाल करती है और आप टैंपोन अपने शरीर में डालने के बाद उसे निकालना भूल जाती है, तो वह कई बार महिलाओं की योनि में फंस जाता है और अक्सर इसी वजह से भी महिलाओं की योनि में इंफेक्शन होने का खतरा रहता है और इसके कारण महिलाओं के योनि से निकलने वाला खून का स्त्राव काले रंग का दिखाई देने लगता है |

सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीज के कारण : Sexually Transmitted Deasease Ke REason

पीरियड आने के पहले काले रंग का खून आना यह महिला के योनि में इन्फेक्शन का लक्षण दिखाता है |

अगर आपको योनि से –

  • बहुत गंदी बदबू आ रही है |
  • पेशाब करते समय दर्द हो रहा है |
  • सेक्स करते समय बहुत दर्द हो रहा है |
  • योनि में खुजली हो रही है |

ऐसे समय में आपको समझ जाना चाहिए कि आपको सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीज का खतरा हो सकता है और ऐसी समस्या के दौरान आपको डॉक्टर से सलाह लेनी बहुत आवश्यक होती है |

पीरियड में काले खून को रोकने के लिए क्या करें ? : Kale Khun Ko Rokne Ke Liye Kya Kare? 

ज्यादातर महिलाओं में मासिक धर्म में काला खून आने का पीरियड देरी से आने के कारण होता है, लेकिन अगर सही समय पर पीरियड आ रहे हैं और फिर भी मासिक धर्म का रंग काला है, महिलाओं को कुछ चीजों के बारे में ख्याल रखना चाहिए जैसे कि –

  1. अपने वजन को नियंत्रित रखने के लिए आपको योग या एक्सरसाइज करनी चाहिए |
  2. हो सके तो दिन में 1 बार अदरक की चाय पीना चाहिए |
  3. विटामिन डी का और विटामिन बी को अपने शरीर में संतुलित रखना चाहिए |
  4. हो सके तो आप सेब के सिरके का सेवन एक गिलास पानी में आधा चम्मच सेब का सिरका पीना चाहिए |
  5. आप अनानस और पपाया का रस का सेवन भी कर सकते हैं |
  6. रात को सोते समय दूध में हल्दी मिलाकर पी सकते हैं |

अगर आपको कुछ पीरियड मे काला खून रोकने के घरेलू उपाय आजमाकर भी पीरियड में काला खून आने की समस्या नहीं रुक रही है, तो आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी आवश्यक है |

धन्यवाद|

ब्राजील में शाकाहारियों में मांस खाने वालों की तुलना में अधिक उदास होने की संभावना क्यों है

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एक नए अध्ययन में पाया गया है कि ब्राजील में मांस नहीं खाने वालों में अवसाद की उच्च दर उनके आहार की पोषण सामग्री के कारण नहीं होती है।

एक नए अध्ययन के अनुसार शाकाहारियों में मांस खाने वालों की तुलना में लगभग दुगना अवसाद होता है।

अध्ययन, ब्राजील के सर्वेक्षण के आंकड़ों पर आधारित, पहले के शोध के साथ झंकार करता है जिसमें मांस खाने वालों में अवसाद की उच्च दर पाई गई। हालांकि, नए अध्ययन से पता चलता है कि यह लिंक पोषण सेवन से स्वतंत्र है।

आहार और विशिष्ट स्वास्थ्य समस्याओं के बीच एक कड़ी को देखने के लिए यह सीधा लग सकता है और यह मान सकता है कि पूर्व किसी प्रकार की पोषण संबंधी कमी के कारण बाद वाला हो रहा है।

फिर भी जर्नल ऑफ अफेक्टिव डिसऑर्डर में प्रकाशित नए विश्लेषण में कुल कैलोरी सेवन, प्रोटीन सेवन, सूक्ष्म पोषक तत्वों का सेवन और खाद्य प्रसंस्करण के स्तर सहित पोषण संबंधी कारकों की एक विस्तृत श्रृंखला को ध्यान में रखा गया। इससे पता चलता है कि शाकाहारियों में अवसाद की उच्च दर उनके आहार की पोषण सामग्री के कारण नहीं होती है।

तो शाकाहार और अवसाद के बीच की कड़ी को क्या समझा सकता है? क्या कोई गैर-पोषक तंत्र है जो पूर्व कारण को बाद वाला बनाता है? या रिश्ता पूरी तरह से किसी और चीज से जुड़ा है?

सबसे पहले, यह संभव है कि उदास होने के कारण लोगों के शाकाहारी बनने की संभावना बढ़ जाती है, न कि इसके विपरीत। अवसाद के लक्षणों में नकारात्मक विचारों के साथ-साथ अपराधबोध की भावनाएँ शामिल हो सकती हैं।

यह मानते हुए कि उदास और गैर-उदास लोगों को बूचड़खानों और कारखाने की खेती की परेशान करने वाली सच्चाई का सामना करने की समान रूप से संभावना है, यह संभव है कि उदास लोग उन विचारों पर चिंतन करने की अधिक संभावना रखते हैं, और मांग पैदा करने में अपने हिस्से के लिए दोषी महसूस करने की अधिक संभावना है। .

इस मामले में उदास शाकाहारी, इस तरह सोचने के लिए जरूरी नहीं है। जबकि अवसाद को कभी-कभी अवास्तविक रूप से नकारात्मक धारणाओं के रूप में वर्णित किया जाता है, इस बात के प्रमाण हैं कि हल्के से मध्यम अवसाद वाले लोगों में अनिश्चित घटनाओं के परिणाम और अपनी भूमिकाओं और क्षमताओं की अधिक यथार्थवादी धारणाओं के बारे में अधिक यथार्थवादी निर्णय होते हैं।

ऐसे में वास्तव में मांस उत्पादन में पशुओं के साथ क्रूर व्यवहार होता है। और यह वास्तव में सस्ते मांस की उपभोक्ता मांग के कारण होता है।

खुश पोषक तत्व : Khush Poshak Tatv

दूसरा, यह संभव है कि शाकाहारी भोजन का पालन करने से पोषण के अलावा अन्य कारणों से अवसाद हो। यहां तक ​​​​कि अगर शाकाहारी भोजन में “खुश पोषक तत्व” की कमी नहीं है, तो ऐसा हो सकता है कि मांस का त्याग अन्य तरीकों से अवसाद का कारण बनता है।

उदाहरण के लिए, शाकाहारी भोजन को अपनाने से दूसरों के साथ संबंध और सामाजिक गतिविधियों में भागीदारी प्रभावित हो सकती है, और कभी-कभी इसे छेड़ने या सामाजिक बहिष्कार के अन्य रूपों से जोड़ा जा सकता है।

विशेष रूप से, नया अध्ययन ब्राजील में एकत्र किए गए सर्वेक्षण के आंकड़ों पर आधारित है, जो अपने मांस-भारी आहार के लिए प्रसिद्ध देश है। कुछ सर्वेक्षण आंकड़ों ने हाल के वर्षों में ब्राजील में शाकाहार में तेज वृद्धि की ओर इशारा किया है, जो 2012 में 8% से बढ़कर 2018 में 16% हो गया है। हालांकि, हाल के पेपर में 14,000 से अधिक ब्राजीलियाई लोगों का सर्वेक्षण किया गया और केवल 82 शाकाहारी पाए गए – मुश्किल से आधे प्रतिशत से अधिक .

किसी को आश्चर्य होना चाहिए कि क्या भारत या अन्य देशों में शाकाहार और अवसाद के बीच समान संबंध देखा जाएगा जहां शाकाहार एक सामाजिक आदर्श है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि जैसे-जैसे यूके और अन्य विकसित देशों में शाकाहार की दर बढ़ती है, क्या हम समय के साथ संबंध गायब होते देखेंगे?

अंत में, यह संभव है कि न तो शाकाहार और न ही अवसाद दूसरे का कारण बनता है, लेकिन दोनों किसी तीसरे कारक से जुड़े हैं। यह शाकाहार और अवसाद दोनों से जुड़े कई लक्षण या अनुभव हो सकते हैं।

उदाहरण के लिए, पुरुषों की तुलना में महिलाओं के शाकाहारी होने और अवसाद का अनुभव करने की संभावना अधिक होती है। हालाँकि, ब्राज़ीलियाई अध्ययन ने इस विशेष तीसरे चर को खारिज करते हुए, सेक्स को ध्यान में रखा।

एक चर जिसकी जांच नहीं की गई थी, लेकिन शाकाहार और अवसाद दोनों से काफी हद तक जुड़ा हुआ है, मांस उद्योग की हिंसक छवियों के संपर्क में है। मांस से परहेज करने के लिए शाकाहारियों द्वारा सबसे अधिक उद्धृत कारण जानवरों के प्रति क्रूरता को रोकना है।

ब्राजील में डोमिनियन और अर्थलिंग्स : Brazil Mein Dominion Aur Earthlings

डोमिनियन और अर्थलिंग्स जैसे वृत्तचित्र जो मांस उद्योग में क्रूरता को दर्शाते हैं, उन्हें आसानी से फील-गुड फिल्मों के रूप में वर्णित नहीं किया जा सकता है। कोई आसानी से कल्पना कर सकता है कि एक व्यक्ति जो इस तरह के मीडिया का सेवन करता है, दोनों शाकाहारी हो जाएगा और, खासकर जब ज्यादातर लोग दूसरी तरफ देखना पसंद करते हैं, उदास।

शाकाहार और अवसाद के बीच संबंध के कई संभावित कारण हैं। इस नए अध्ययन से पता चलता है कि शाकाहारी पोषण अवसाद का कारण नहीं है।

ब्राजील में शाकाहारियों में मांस खाने वालों की तुलना में अधिक उदास होने की संभावना क्यों है
ब्राजील में शाकाहारियों में मांस खाने वालों की तुलना में अधिक उदास होने की संभावना क्यों है

इसके बजाय, शाकाहारी सामाजिक अनुभव अवसाद में योगदान दे सकता है, अवसाद के कारण शाकाहारी बनने की संभावना बढ़ सकती है, या शाकाहार और अवसाद दोनों तीसरे चर के कारण हो सकते हैं, जैसे हिंसक मांस उद्योग की कल्पना के संपर्क में।

मासिक धर्म के दौरान क्या सावधानियां बरतें

महिला की जीवन वैसे कई सारी समस्याएं होती है इनमें से एक समस्या है पीरियड का आना | यानी कि मासिक धर्म आने के कारण महिलाओं को कोई भी काम खुलकर नहीं कर सकती क्योंकि इस समय उनके प्राइवेट पार्ट से खून बाहर निकलता है और महिला को इस समय अपने शरीर में बहुत थकान और दर्द महसूस होता हैपीरियड के दौरान हम लोगों को कई सारी समस्या होती है जैसे कि मासिक धर्म खुलकर नहीं आता या फिर पीरियड को आने में देरी हो जाती है | कई बार अपने स्वास्थ्य के तरफ ध्यान न देने की वजह से महिलाओं को पीरियड आने में देरी होती है या फिर उनका मासिक धर्म अनियमित हो जाता है | महिला को प्रेगनेंट होने के लिए उसका मासिक धर्म बहुत ही जरूरी होता है | दोस्तों आज हम मासिक धर्म के दौरान क्या सावधानियां बरतें इसके बारे में जानने वालें है तो चलिए जानते है उसके बारे में|

पीरियड में क्या सावधानी बरतें ?

वैसे देखा जाए तो मासिक धर्म के दौरान अगर कुछ सावधानियां बरती जाए तो इस समस्या से महिलाओं को छुटकारा मिल सकता है | अब हम जानते हैं कि मासिक धर्म के दौरान क्या ख्याल रखना जरूरी होता है |

मासिक धर्म के दौरान क्या सावधानियां
मासिक धर्म के दौरान क्या सावधानियां

खानपान की तरफ ध्यान देना : Khanpan Ki Taraf Dhyan Dena

पीरियड नियमित तरीके से आने के लिए महिला को अपने खानपान की तरफ ध्यान देना बहुत जरूरी है, मासिक धर्म के दौरान तला हुआ खाना नहीं खाना चाहिए | आप को उस धर्म के दौरान मटर और चीज जैसी चीजों से दूर रहना है | ऐसा करने से आपका मन शांत रहता है और आपका शरीर मैं गैस की समस्या नहीं होती |

खाना खाते समय आपको तीखा ऑइली खाना खाने से बचना है | हमेशा आपके डाइट की तरफ ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है | अगर आप अपने खान-पान की तरफ ध्यान रखती हो तो आपका मासिक धर्म नियमित तरीके से आता है |

मेडिटेशन करना जरूरी है : Meditation Karna Jaruri Hai

कई लोगों के मन में यह सवाल होता है कि मेडिटेशन करने से पीरियड्स के दौरान क्या फायदा होता है ? वैसे तो हम आपको बता देगी जब आपका मन शांत होता है तब आप किसी भी काम को बड़ी आसानी से कर सकते हो | मासिक धर्म के समय यदि आपको एक जगह पर शांत करते हो तो आपका मासिक धर्म का दर्द कम होता है | आपको किसी भी प्रकार का तलाव महसूस हो रहा है तो आप मेडिटेशन की सहायता से उच्च तनाव को दूर कर सकते | तनाव आने की वजह से कई बार महिलाओं के मासिक धर्म में अनियमितता होने लगती है | इसलिए जितना हो सके आप अपना तनाव से बाहर रहने का प्रयास करें |

पानी का अधिक सेवन करें : Pani Ka Aadhik Sevan Kare

मासिक धर्म के दौरान शरीर हाइड्रेटेड अवस्था में होना बहुत जरूरी होता है क्योंकि हाइड्रेटेड होने की वजह से आपके शरीर में गैस की समस्या नहीं होती है और मासिक धर्म के दौरान पाद आने की वजह से भी हमें खून बाहर निकलने का खतरा रहता है | हो सके तो आप मासिक धर्म के दौरान नींबू पानी का भी सेवन कर सकती हो | जितना हो सके उतना हाइड्रेटेड होने की जरूरत हमारे शरीर को होती है |

हाइजीन रहना है जरूरी : Hygine Rahna Jaruri

मासिक धर्म के दौरान हाइजीन रहना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि इस समय महिला को इंफेक्शन होने का खतरा अधिक होता है | महिला को दिन में तीन बार अपना सेनेटरी पैड चेंज करना बहुत जरूरी होता है |

कभी भी महिला को सेनेटरी नैपकिन पैड का इस्तेमाल 7 घंटे से अधिक नहीं करना है | अगर आप 7 घंटे से अधिक सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल करना चाहते हो तो आप सेनेटरी पैड के अंदर टैंपोन का इस्तेमाल कर सकती हो |

सेनेटरी पैड चेंज करते समय महिला को अपने को एंटी फंगल लिक्विड से साफ करना चाहिए, इसके लिए आप डेटॉल का इस्तेमाल भी कर सकती हो | कभी भी सेनेटरी पैड चेंज करने के बाद अपने हाथों को अच्छे से साफ करना है |

पीरियड के दिनों में नहाना बहुत जरूरी होता है, नहाते समय आपको अपने यौन अंगों को अच्छे से साफ करना बहुत जरूरी है |

आराम भी जरूरी : Aram Bhi Jaroori

मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को अधिक परिश्रम नहीं करना चाहिए , अभी ब्लड लीक होने की समस्या हो सकती है | पीरियड के दौरान जितना हो सके उतना आराम करना आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद है | आराम करने से मेंस्ट्रूअल क्राइम्स कम होती है |

शारीरिक संबंध : Sharirik Sambandh

ज्यादातर शादीशुदा कपल लोग पीरियड्स के दौरान भी सेक्स करने का सोचते है| लेकिन हम आपको याद करा देना चाहते हैं कि कभी भी आपको उस समय शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए |

कई लोगों ऐसा भी लगता है कि मासिक धर्म के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से मासिक धर्म खुलकर आता है, लेकिन यह बिल्कुल गलत सोच है | जब भी आप मासिक धर्म के दौरान यौन संबंध बनाने जाते हो उस समय में इंफेक्शन का खतरा अधिक होता है | इंफेक्शन होने की वजह से आने वाले समय में आपकी योनि पर सूजन या खुजली भी हो सकती है |

अगर आप फिर भी उस समय यौन संबंध बनाना चाहते हो तो आपको पहले 2 दिनों में गलती से भी संभोग नहीं करना है | पीरियड के शुरूआती 2 दिनों में महिला की ओवरी से अंडे खून के माध्यम से बाहर निकलते हैं | पीरियड में सेक्स करने का सोच रहे हो तो आप बाथरूम में शावर सेक्स कर सकते हो |

वैक्स ना करें : Wax Na Kare

अगर आपको मासिक धर्म के कुछ दिनों बाद किसी फंक्शन में जाना है और आपको वैक्स करने का मन हो रहा है तो आपको इस बात का ख्याल रखना है कि कभी भी मासिक धर्म के दौरान वैक्सिंग नहीं करना है | उसके दौरान शरीर पर वैक्सिंग करने से आपके शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर असंतुलित होने की वजह से आपका मासिक धर्म खुल कर नहीं आएगा |

सफेद पैंट का इस्तेमाल ना करें : Safed Pet Ka Istemal Na Karen

मासिक धर्म के समय अगर आप सफेद रंग की पैंट का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आपको सफेद रंग का कपड़े का इस्तेमाल नहीं करना है | सफेद रंग की पैंट पहनने की वजह से पैंट के ऊपर हिस्से पर खून का दाग लगता है और यह बाहर की ओर देख सकता है इसलिए आपको कभी भी उसके  के दौरान सफेद रंग का कपड़े का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए |

यदि आप ऊपर दिए हुए कुछ बातों का खयाल रखती हो तो आपका मासिक धर्म का समय हैप्पी हैप्पी बीत जाएगा | यदि आपको किसी भी प्रकार का सवाल अपने मन में पैदा हो रहा है, तो आप नीचे कमेंट मैं लिख सकती हो |

धन्यवाद|

अनियमित मासिक धर्म (Irregular Periods) के लक्षण कारण और उपाय

आमतौर पर महिलाओं का मासिक चक्र 28 दिनों का होता है, लेकिन कुछ महिलाओं का अलग हो सकता है | जब आपके पीरियड्स को आने में 35 दिनों से ज्यादा देरी हो गई है, तो इसका मतलब है कि यह अनियमित मासिक धर्म की समस्या है | महिलाओं को पीरियड्स का आना यह एक मासिक चक्र का हिस्सा है | पीरियड्स क्या होते हैं ? यह आपको तो पता ही है, लेकिन अनियमित पीरियड्स के बारे में जानकारी | आपको मिल जाएगी | आमतौर पर महिलाओं के पीरियड्स उम्र के 10 साल से लेकर, 16 साल की उम्र से शुरू हो जाते हैं और जब महिला 45 से 55 साल की हो जाती है, तब उसके पीरियड का आना बंद हो जाता है, इसे मेनोपॉज कहा जाता हैं | शरीर में असंतुलन बनने के कारण या हार्मोन मैं बदलाव के कारण अनियमित मासिक धर्म की समस्या शुरू हो जाती है |वैसे देखा जाए तो अगर यह पीरियड्स की समस्या आपको साल में एक दो बार होती है तो इसका इलाज करने की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर आपको यहां समस्या बार-बार हो रही है तब आपको अनियमित मासिक धर्म का इलाज करना बहुत जरूरी होता है |

अनियमित मासिक धर्म के लक्षण क्या है ?

महिलाओं की पीरियड साइकिल 28 दिनों से 35 दिनों तक की हो सकती है यह महिलाओं के शरीर पर निर्भर करता है | ज्यादातर महिलाओं के 11 से 13 बार पीरियड्स हर साल आते हैं और यह ब्लीडिंग 5 से 7 दिनों तक चलती है |

  •  जब लड़की के पीरियड आना शुरू हो जाते हैं तब शुरुआती 2 साल तक उस में अनियमितता होती है, लेकिन जैसे-जैसे लड़की बड़ी होती जाती है,  वैसे वैसे लड़कियों के पीरियड्स नियमित आना शुरू हो जाते हैं और हर पीरियड के आने का समय लगभग एक जैसा हो जाता है |
  • कुछ महिलाओं का पीरियड्स का आने का समय आगे पीछे होता रहता है, अगर यह समस्या बार बार हो रही है तो इससे अनियमित मासिक धर्म कहा जाता है |
  • पीरियड साइकिल  का 35 दिनों से अधिक  देर से आना यह अनियमित मासिक धर्म का प्रमुख लक्षण है |
  • पीरियड्स आने के बाद खून में 2.5 सेंटीमीटर से बड़ी गठिया नजर आ रही है, तो यह भी अनियमित मासिक धर्म का लक्षण माना जाता है |
  • अनियमित मासिक धर्म
    अनियमित मासिक धर्म

अनियमित पीरियड्स होने के कारण क्या है ? Aniyamit Periods Hone Ke Karan Kya Hai ?

वैसे देखा जाए तो अनियमित पीरियड्स होने के कई कारण हो सकते हैं, यह ज्यादातर हार्मोन के निर्माण के समय पर निर्भर करते हैं |

  1. एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के बदलाव से पीरियड्स में अनियमितता आती है |
  2. अगर शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन ठीक से बन रहे हैं, तो इससे पीरियड आने में देरी नहीं होती है |
  3. हार्मोन बदलाव के कारण, मेनोपॉज, प्रेगनेंसी, बच्चे को जन्म देना, बच्चे को दूध पिलाने के कारण महिलाओं का पीरियड साइकिल बदल सकता है |
  4. जब लड़की के पीरियड आना शुरू होते हैं उस समय पर अनियमित मासिक धर्म होना आम बात है, क्योंकि एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन का संतुलन बनाए रखने के लिए एक 2 साल लगते ही है और यह आपके पीरियड को नियमित रखने के लिए जरूरी होता है |
  5. महिलाओं के पीरियड बंद होने से पहले 1 से 2 साल उन्हें अनियमित मासिक धर्म की समस्या हो सकती है और जब पीरियड्स आने में 12 महीने से ज्यादा समय हो जाता है, तब उससे मेनोपॉज कहा जाता है | मेनोपॉज होने के बाद महिलाओं को कभी पीरियड्स नहीं आते |
  6. गर्भावस्था में महिलाओं के पीरियड्स रुक जाते हैं, क्योंकि उनके गर्भाशय में अंडे का फर्टिलिटी होना रुक जाता है और ज्यादातर महिलाओं को प्रेगनेंसी के बाद बच्चे को दूध पिलाने के समय में पीरियड्स नहीं आते है |
  7. जब महिला गर्भ निरोधक गोली का इस्तेमाल करती है, तब उसे बार-बार ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है और यह ब्लडिंग कम मात्रा में होती है | लेकिन इसी कांट्रेसेप्टिव पिल के कारण उन्हें अनियमित मासिक धर्म का सामना करना पड़ सकता है |

अनियमित मासिक धर्म के कुछ अन्य कारण : Reasons

  • अचानक से वजन कम होना |
  • अचानक से वजन का बढ़ना |
  • किसी चीज के बारे में अधिक सोचना |
  • हमेशा तनाव में रहना |
  • खानपान की तरफ ध्यान ना देना |
  • ज्यादा एक्सरसाइज या रनिंग करने के कारण भी |

वैसे देखा जाए तो पीरियड्स का अनियमित होना कई चीजों पर निर्भर करता है |

अनियमित मासिक धर्म के कारण क्या समस्या हो सकती है ? Aniyamit Masik Dharm Ke Karan Kya Samsya Ho Sakti Hai ?

महिलाओं में पीरियड्स का नियमित ना आना उनके स्वास्थ्य की खराबी का संकेत होता है | कई बार इससे बच्चा पैदा करने में भी समस्या आ सकती है |

महिला के गर्भाशय में अनियमित पीरियड्स के कारण खून की गठिया बन जाती है, इसे पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम भी कहा जाता है | इसके कारण महिला के शरीर से अंडे बाहर नहीं निकल पाते |

इसी वजह से उनके शरीर पर अचानक से बदलाव आना शुरू हो जाते हैं जैसे कि मोटापा, चेहरे पर पिंपल्स और  शरीर पर अधिक बाल आना जैसे बदलाव दिखाई देने लगते हैं |

जिन महिलाओं में पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम होता है, उन महिलाओं में पुरुष सेक्स हार्मोन ज्यादा पाए जाते हैं और एंड्रोजन और टेस्टोस्टेरोन की समस्या होने लगती है |

अमेरिका में महिला स्वास्थ्य समिति ने अपने सर्वे में यह बताया गया है कि पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम 10% से 20% महिलाओं को होता है और कम से कम उम्र में 11 साल की उम्र में यह पाया जाता है |

थायराइड की वजह से : Thyroid Ki Vajah

अनियमित मासिक धर्म का प्रमुख कारण है थायराइड क्योंकि थायराइड मे आई सूजन की वजह से शरीर में  मेटाबॉलिज्म पर बुरा प्रभाव पड़ता है और यह पीरियड्स को आने में देरी कर सकता है |

गर्भाशय का कैंसर की वजह से : Garbhashay Ka Cancer Ki Vajah Se

कुछ महिलाओं को गर्भाशय में कैंसर होने की वजह से पीरियड्स में खून अधिक निकलता है या फिर यौन संबंध बनाते समय अधिक मात्रा में खून निकलता है, इससे भी पीरियड्स को आने में देरी हो सकती है |

ओवरी की कोशिकाओं का बाहर निकलना : Overy Ki Koshikaon Ka Bahar Niklana

महिलाओं के यूट्रस में कोशिकाएं होती है और जब यह कोशिकाएं यूट्रस के बाहर बढ़ने लगती है, तब इसके कारण पीरियड्स साइकिल पर बुरा प्रभाव पड़ता है इसे एंडोमेट्रियोसिस भी कहते हैं | यूट्रस के बाहरी बढ़ने वाले कोशिकाओं की वजह से पीरियड्स का ब्लड बाहर निकलने के लिए दिक्कत आती है |

असामान्य गर्भाशय का रक्तस्राव होने के कारण : Garbhashay Ka Blooding Hone Ke Karan

औरत के प्राइवेट पार्ट से जो सामान्य रक्त स्त्राव होता है, उसे पीरियड कहा जाता है | लेकिन पीरियड चक्र के दौरान अचानक से किसी भी समय महिला गुप्तांग से जब खून निकलता है, तो उसे असामान्य गर्भाशय रक्तस्राव कहा जाता है | यह भी पीरियड्स को देरी से आने का कारण हो सकता है |

अनियमित पीरियड्स के समय डॉक्टर से सलाह कब लेनी चाहिए ? : Us Ke Samay Doctor Se Salah Kab Leni Chahiye ?

  1. उम्र के 15 साल के बाद भी अगर सही समय पर पीरियड्स नहीं आ रहे हैं तो आप तो डॉक्टर की सलाह लेनी बहुत जरूरी है |
  2. पीरियड्स साइकिल को अगर 90 दिनों से अधिक समय हो गया है तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी बहुत जरूरी है |
  3. मासिक धर्म के समय 7 दिनों से अधिक रक्तस्राव हो रहा है तो आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए |

अनियमित मासिक धर्म से छुटकारा पाने का योग आसन : Usase Chutkara Pane Ka Yog Aasan

अगर आपको ऐसा लग रहा है कि आप को मासिक धर्म में अनियमितता आ रही है, तो आपको बाबा रामदेव जी के योग आसन करने चाहिए | वैसे देखा जाए तो बाबा रामदेव जी प्राकृतिक तरीके से अपने समस्या का निदान करने की सलाह देते हैं, इसीलिए आपको रामदेव योग करना बहुत जरूरी है |

वज्रासन आसन का इस्तेमाल : Vajrasan Aasan Ka Istemal

बाबा रामदेव जी ने अनियमित पीरियड्स के लिए वज्रासन करने की सलाह दी है |

  1. इस आसन में आपको जमीन पर नीचे पैर जोड़कर अपनी एड़िया ऊंचा उठानी है |
  2. अपने पेट को पीछे की ओर धकेल कर अपने हाथों को हल्के से अपनी जांघों पर रखना है |
  3. ऐसा करने के बाद आपको अपनी सांस को धीरे धीरे से अंदर बाहर करना है, यह आप रोजाना 5 मिनट के लिए करेंगे तो आपको जरूर फायदा मिलेगा |

तितली आसन का इस्तेमाल : Titali Aasan Ka Istemal

अगर आपको मासिक धर्म के समय अधिक दर्द हो रहा है या सही समय पर मासिक धर्म नहीं आ रहा है, तो आपको तितली आसन बहुत लाभदायक है |

तितली आसन करने से आप की प्रजनन क्षमता तो बढ़ती ही है लेकिन आपके पेट के विकार भी इससे दूर होते हैं |

  1. तितली आसन करते समय आपको नीचे फर्श पर रीड की हड्डी को सीधा रखते हुए बैठना है और धीरे-धीरे अपनी दोनों घुटनों को मोड़ना है |
  2. घुटनों को मोड़ने के बाद अपने पैरों के तलवे को एक साथ रख के करीब लेकर आना है |
  3. धीरे धीरे आपको फर्श की और अपने घुटनों को लेकर जाना है |
  4. घुटनों को जो खाते समय आप को हल्के से सांस को अंदर बाहर करना है |
  5. तितली आसन करते समय आपको एक तितली की तरह अपने पैरों को 5 मिनट के लिए ऊपर नीचे करते रहना है |

यह आसन करने से आपको पीरियड्स में देरी की समस्या से छुटकारा मिल सकता |

अनियमित मासिक धर्म का घरेलू इलाज कैसे करें ? : Gharelu Ilaj

वैसे देखा जाए तो इस समस्या का समाधान आप डॉक्टर की सलाह से करेंगे, तो आपके लिए बहुत फायदेमंद है लेकिन अगर आपको घरेलू उपाय का इस्तेमाल करके पीरियड में देरी की समस्या को दूर करना है तो आप :

अदरक का इस्तेमाल करें : Adarak Ka Istemal

अनियमित माहवारी को नियमित करने के लिए आधा चम्मच अदरक का रस आधे कप पानी में उबालकर इसे गुनगुना होने के बाद पीना है |  ऐसा करने से अदरक आप की माहवारी की समस्या को दूर करता है, क्योंकि अदरक गर्माहट पैदा करने के लिए बहुत ही गुणकारी माना गया है |

दालचीनी का सेवन करें : Dalchini Ka Sevan Kare

अगर आपके शरीर में इंसुलिन का स्तर नियमित रहता है तो आपको मासिक धर्म में देरी की समस्या नहीं होती है, इसीलिए यदि आप दालचीनी का पिसा हुआ पाउडर दूध के साथ सेवन करते हो, तो इससे आपको इंसुलिन का स्तर नियंत्रित रखने में मदद मिलती है और यह आपके मासिक धर्म को नियमित करने में मदद करता है |

कच्चे पपीते का सेवन करें : Kacche Papite Ka Sevan

अक्सर आपने पपीते का इस्तेमाल पीरियड्स के लिए सुना होगा, क्योंकि पपीता आपके गर्भाशय में मौजूद मांसपेशियों के फाइबर को संकुचन करने में मदद करता है जो पीरियड जल्दी लाने के लिए लाभदायक है |

नोट: मासिक धर्म के समय आपको पपीते का सेवन नहीं करना है |

अनियमित पीरियड्स के लिए पतंजलि दवा : Periods Ke Liye Patanjali Dava

अगर आप आयुर्वेदिक तरीके से अनियमित मासिक धर्म के लिए दवा खोज रहे हो तो आपको स्वदेशी पतंजलि मेडिसिन बहुत लाभदायक होती है, क्योंकि इससे आपको कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं |

पतंजलि अशोकारिष्ट अनियमित पीरियड्स की दवा : : Ashokarisht Aniyamit Periods Ki Dawa

महिलाओं के यौन संबंधी विकारों के लिए दिव्य अशोकारिष्ट गुणकारी माना जाता है, यह पीरियड्स का कम आना या पीरियड का देरी से आने की समस्या के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है |

अशोकारिष्ट में एंटीबैक्टीरियल गुण होने की वजह से यह इनफेक्शन के शुरुआती जगह पर जाकर उसका इलाज करता है | अशोकारिष्ट का सेवन करने से आपकी इम्यूनिटी पावर बढ़ती है और एमेनिटी पावर बढ़ने से अनियमित मासिक धर्म  खुलकर आता है, इसीलिए आप इसका सेवन भी कर सकते हो |

अनियमित मासिक धर्म के लिए आयुर्वेदिक मेडिसिन : Ayurvedic Medicine

अनियमित मासिक धर्म के लिए कई सारी आयुर्वेदिक मेडिसिंस उपलब्ध होती है, जैसे कि :

सप्तस्वरम क्वाथ : Saptswaram Kvath

सही समय पर मासिक धर्म आने के लिए 15ml सप्तस्वरम क्वाथ को 60ml गुनगुने पानी में मिलाकर दिन में दो बार इसका सेवन करने से आप की अनियमित मासिक धर्म की समस्या कम होती है |

दिव्य रज प्रवर्तनी वटी : Divya Raj Pravartini Vati 

दिव्य रज प्रवर्तनी वटी का सेवन मासिक धर्म खुलकर आने के लिए किया जाता है | पुराने जमाने से यह अनियमित मासिक धर्म की बेस्ट आयुर्वेदिक दवाई मानी गई है |

दिव्य फल घृत : Divya Phal Ghrit

अगर आपको मासिक धर्म 35 दिनों के बाद भी नहीं आ रहे हैं, तो आपको दिव्य फल घृत का सेवन करना चाहिए | ऐसा 3 महीने तक इसका सेवन करने से आपकी समस्या का इलाज हो जाता है |

धन्यवाद|