लड़कियों को कई बार अपने मन में यह सवाल परेशान करता है कि, पीरियड के दौरान शावर यानी कि नहाना चाहिए या नहीं | वैसे देखा जाए तो यह सवाल आना कोई बड़ी बात नहीं है, क्योंकि पीरियड के दौरान महिला की योनि से मासिक धर्म का खून बाहर निकलता है और यह हर महीने आता रहता है |
जब लड़की 10 से 12 साल की हो जाती है, तब उसे अपना पहला पीरियड आता है और तभी से ऐसे कई बार नहाते समय परेशानियां होती है जैसे कि, यदि कोई लड़की बाथटब में नहा रही है तब उसे अक्सर पीरियड का खून बाथटब में लिकेज होने का डर रहता है और इसी वजह से यदि वह खून नहाने के पानी में मिल जाता है, तब उस पानी के अंदर बैठने का उसका मन नहीं होता है | इसीलिए अक्सर लड़कियों को इस बात का ख्याल अपने मन में आता रहता है की,
पीरियड के दौरान नहाना जरूरी है ? या नहीं ?
जैसे कि हमने आपको पहले ही बताया महिला को हर महीने अपना मासिक धर्म आता रहता है और इसी दौरान यदि वह अपने साफ सफाई की तरफ ध्यान ना दें, तो उससे उसे आने वाले समय में परेशानी हो सकती है |
क्या पीरियड्स में नहाना चाहिए ?
इस सवाल का जवाब है हां पीरियड में आप नहा सकती हो |
मासिक धर्म के दौरान यदि आप गर्म पानी से शावर लेती हो तो आपको मासिक धर्म का दर्द या क्रेम्प्स की समस्या कम होती है | शरीर में गर्माहट पैदा होने की वजह से महिलाओं को मासिक धर्म की पीड़ा कम महसूस होती है |
पीरियड में नहाते समय क्या ख्याल रखें ?
मासिक धर्म के दौरान यदि आपको कैसे नहाना चाहिए ? इस बात का पता नहीं है, तो आप यह जानकारी जरुर पढ़े-
टैम्पोन का इस्तेमाल करें :
आपको ऐसा महसूस हो रहा है कि आपको हेवी ब्लड फ्लो यानी कि अधिक मासिक स्राव हो रहा है और आपको यदि बाथटब में नहाना है, तब आप नहाने से पहले टैम्पोन का इस्तेमाल करना चाहिए | टैम्पोन का इस्तेमाल करते समय आपको अपने यौन अंग को अच्छे से गर्म पानी से साफ कर देना चाहिए और एक कपड़े से पूछने के बाद हे टैम्पोन को अंदर लगाना चाहिए |
गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें :
कभी भी मासिक धर्म के दौरान आपको अधिक गर्म पानी का इस्तेमाल नहीं करना है, क्योंकि अक्सर अधिक गर्म पानी की वजह से शरीर में ज्यादा गर्माहट पैदा हो जाती है और इसी के कारण हमें नार्मल पीरियड के बजाय हैवी ब्लड फ्लो हो सकता है | जितना हो सके उतना गुनगुना पानी आप पीरियड के दौरान ले सकती हैं |
बाथटब में नहाना टाले :
पीरियड में अक्सर ब्लड लीकेज का खतरा रहता है और इसी वजह से अक्सर महिलाओं को अस्वस्थ महसूस होता है | जब भी आप नहाने जाए तब हो सके तो आपको बाथटब का इस्तेमाल नहीं करना है | यदि आपको बाथटब में नहाना है तो आप टैंपोन का इस्तेमाल कर सकती हो |
हो सके तो शावर से नहाये :
पीरियड के शुरुआती दिनों में यदि आप नहाते समय गुनगुने पानी से शावर ले रही हो, तो आपको अपना हाइजीन बरकरार रखने में मदद मिलती है |
शावर की वजह से शावर का पानी आपके शरीर के ऊपर से नीचे तक जाता है और इसी वजह से आपका मासिक धर्म का खून पानी में मिलने के बाद भी यह पैरों को छूकर बह जाता है | शावर की वजह से आपको बैक्टीरियल इनफेक्शन और वजाइनल इन्फेक्शन का खतरा कम हो जाता है |
नहाने से पहले सैनिटरी नैपकिन उतार ले :
जब भी आप नहाने जा रही हो तब आपको सैनिटरी पैड या नैपकिन नहाते समय अपने यौन अंग पर नहीं रखना है |
नहाने से पहले आपको सैनिटरी नैपकिन निकाल कर फेंक देना चाहिए और नहाने के बाद आपको नया सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल करना है | कभी भी एक बार इस्तेमाल किया हुआ सैनिटरी पैड का इस्तेमाल दोबारा नहीं करना चाहिए |
नहाने के पानी में टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल करें :
यदि आपको मासिक धर्म में अपने यौन अंग को हाइजीन रखना है, तब आपको सबसे पहले अपने नहाने के पानी में एक दो बूंदे की ट्री ऑयल मिल आना है और इस पानी से नहाने से आपके शरीर पर मौजूद बैक्टेरिया निकल जाते हैं |
टी ट्री ऑयल सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है और यह हाइजीन बरकरार रखने में मदद करता है | अक्सर पीरियड में महिलाओं को इंफेक्शन होने का खतरा अधिक होता है और यदि आपकी ट्री ऑयल की बूंदे पानी में मिलाती हो, तब आपको बैक्टीरियल इनफेक्शन से मुक्ति मिल जाएगी |
पीरियड में गर्म पानी से नहाने के फायदे क्या है ?
अक्सर महिलाएं पीरियड में ठंडे पानी से नहाती है लेकिन आप ठंडे पानी से नहाने के बजाएं पीरियड में गर्म पानी से नहाती है, तो आपको इसके कई सारे फायदे मिल सकते हैं जैसे कि –
- मासिक धर्म के दौरान गर्म पानी से नहाने की वजह से आपके शरीर में खून का प्रवाह अच्छे से होता है और इससे ह्रदय तंदुरुस्त रहता है |
- मासिक धर्म के दर्द को कम करने के लिए यह फायदेमंद है | डेलीमेल ने इस बात की पुष्टि की है |
- पीरियड में माइग्रेन की समस्या हो रही है, तो इससे आपको सिर दर्द से छुटकारा मिल सकता है |
- अक्सर महावारी के समय पैरों में दर्द होने की समस्या होती है, तो इस से यह समस्या खत्म हो सकती है |
- गर्म पानी से नहाने के बाद आपके शरीर में नसों में आराम मिलता है और नसों में आराम मिलने की वजह से आपको नींद अच्छे से आती है |
- मासिक धर्म के समय 10 से 15 मिनट गर्म पानी से शावर लेने के बाद आपको मानसिक तनाव दूर करने में सहायता मिलती है | 10 से 15 मिनट शांत बैठने की वजह से आपका मन आपके काबू में आ सकता है |
क्या पीरियड में नहाने से पीरियड आना बंद हो जाते हैं ?
लोगों ने अक्सर पीरियड के बारे में कई सारी गलतफहमियां अपने मन में रखी है जैसे कि कई बार लड़कियों को ऐसे लग जाता है कि, पीरियड में नहाने से उनका होने वाला पीरियड रूक जाता है | लेकिन देखा जाए तो यह बिल्कुल गलत है, पीरियड में नहाने की वजह से आपको किसी भी प्रकार की पीरियड रुकने की समस्या नहीं होती है |
पीरियड में ठंडे पानी से नहाने से पीरियड का आना कम हो जाता है यह भी गलतफहमी है | पीरियड में अपना हाइजीन बरकरार रखना सबसे महत्वपूर्ण होता है, इसलिए आपको पीरियड में नहाना ही चाहिए |
महीने में दो बार पीरियड आना मतलब क्या होता है ?
दोस्तों यह थी पीरियड में नहाने के बारे में जानकारी, यदि आपको किसी भी प्रकार का सवाल है तो आप नीचे कमेंट में लिख सकती हो |