क्या प्रेग्नेंट ना हो कर भी आपके पीरियड मिस हो रहे हैं ? या आपके पीरियड सही समय पर नहीं आ रहा है ? कई बार महिलाओं के साथ ऐसा होता है कि, वह प्रेग्नेंट ना होने के कारण भी उनके पीरियड आने में लेट हो जाता है और वह परेशान रहती है | वैसे देखा जाए तो पीरियड का लेट होना यह सिर्फ प्रेगनेंसी का कारण नहीं होता है इसके अन्य कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि शरीर में हार्मोन असंतुलन की वजह से |
महिला के जीवन में आमतौर पर पीरियड आगे पीछे होना या फिर पीरियड लेट होना, एक जब उसके पीरियड शुरू होते हैं और दूसरा जब उसके पीरियड आना बंद हो रहे होते हैं, इसे मेनोपॉज कहते हैं, इस समय साधारण माना जाता है |
जब आपके शरीर में बदलाव होता है तो आप की मासिक धर्म के चक्र में बदलाव आ सकता है, लेकिन आमतौर पर यह जब बदलाव होता है तभी पीरियड आगे पीछे होना साधारण माना जाता है |
पीरियड मिस होने के कारण :
ज्यादातर महिलाओं का मेनोपॉज होने से पहले मासिक धर्म 28 दिनों की पीरियड साइकिल का होता है | लड़कियों के मासिक पीरियड का समय आमतौर पर 21 से 35 दिनों का साधारण माना जाता है | अगर आपके पीरियड्स 21 से 25 दिनों के अंदर नहीं आते हैं तो यह नीचे दिए हुए कुछ कारणों की वजह से भी लेट हो सकते हैं |
प्रेगनेंसी के कारण :
पीरियड मिस होने का सबसे बड़ा कारण होता है प्रेगनेंसी | अगर आपने कुछ दिनों पहले या कुछ महीनों पहले अपने पार्टनर के साथ यौन संबंध बनाया है और इस समय के बाद आपको सही समय पर पीरियड नहीं आया हैं तो इसका मतलब यह होता है कि, आपको प्रेग्नेंट होने का खतरा है |
अगर आपको बच्चा पैदा करना है, तो आपको पीरियड मिस होना बहुत जरूरी है | प्रेग्नेंट होने की वजह से पीरियड मिस होते हैं, यह जानने के लिए आपको पीरियड मिस होने के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करनी बहुत जरूरी है, इससे आप अपने होने वाले बच्चे का पहले से ही ख्याल रखना चालू कर सकती हो |
अगर आप गर्भवती हो तो आपको बच्चे को जन्म देने तक मासिक धर्म नहीं होगा | इस समय आपको डॉक्टर की सलाह लेनी सबसे ज्यादा आवश्यक है |
शरीर का वजन कम होना :
कुछ महिलाएं अपने खानपान की तरफ ध्यान ना देने की वजह से अपना वजन कम कर लेती है | मासिक धर्म के लेट होने का कारण अचानक से वजन में कमी हो सकती है | अपनी ऊंचाई के अनुसार 10% से ज्यादा वजन कम होना मतलब महिला के लिए खतरे का निशान होता है, क्योंकि कम वजन होने की कारण वह अपने ओवुलेशन साइकिल को खो बैठती है |
महिला को प्रेगनेंट होने के लिए उसकी ओवुलेशन का समय बहुत जरूरी होता है | अपने खानपान की तरफ ध्यान देने की वजह से आप अपने वजन में कमी की समस्या को दूर कर सकते हो और अपने मासिक धर्म की प्रक्रिया को नियमित कर सकती हो |
मोटापे की वजह से :
जिस प्रकार का वजन कम होने की वजह से पीरियड्स में आने में देरी होती है, ठीक उसी तरह ज्यादा वजन होने की वजह से भी हमारे शरीर में हारमोंस में बदलाव आते हैं | उचित खानपान रखने से आप अपने मोटापे को कम और अपने पीरियड साइकिल को नॉरमल कर सकते हैं | अगर आपको ऐसा लग रहा है की आपका वजन अधिक है और आपके पीरियड आने में देरी हो रही है, तब आपको डॉक्टर की सलाह लेनी है बहुत जरूरी है | इस समस्या डॉक्टर आपको उचित डाइट और एक्सरसाइज बता देंगे, जो आपके पीरियड को नियमित करने के लिए फायदेमंद रहेगा |
अधिक एक्सरसाइज करने की वजह से :
क्या आप ज्यादातर समय कोई मेहनती काम कर रही हो ? कर रही हो तो आपको तुरंत रुक जाना चाहिए, क्योंकि ज्यादा मेहनत वाला काम और अधिक एक्सरसाइज करने की वजह से आपके मासिक धर्म के चक्र में बदलाव आ सकता है | पीरियड साइकिल लेट होने का प्रमुख कारण है ज्यादा एक्सरसाइज और मैराथन में दौड़ |
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के कारण :
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है, जिस स्थिति मैं महिला शरीर में पुरुष हारमोंस अधिक बढ़ते हैं | महिला गर्भाशय में अधिक ऊतकों के बनने की वजह से मासिक धर्म आने में देरी होती है, या फिर मासिक धर्म आना रुक जाता है |
शरीर में इंसुलिन की मात्रा मे बदलाव आने की वजह से भी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की स्थिति पैदा होती है | ऐसी स्थिति में शरीर में इंसुलिन का स्तर नियंत्रित रखना जरूरी होता है | आपको पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की समस्या होने पर डॉक्टर की सलाह लेनी बहुत ही आवश्यक है |
गर्भनिरोधक का इस्तेमाल :
जब भी आपने गर्भनिरोधक गोली का सेवन किया है तो आपको एहसास हुआ होगा कि आपके पीरियड्स को आने का समय आगे पीछे हो रहा है | क्योंकि गर्भनिरोधक गोली में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टिन हार्मोन मौजूद होते हैं और यह आपके गर्भाशय को अंडे बाहर निकालने से रोकते हैं |
जब भी आप गर्भनिरोधक गोली का सेवन करती हो, तब आने वाले 6 महीने तक आपको पीरियड्स में आने में देरी हो सकती है | कभी भी गर्भनिरोधक गोली का सेवन करने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है |
अलग अलग बीमारी की वजह से :
मासिक धर्म आने में देरी के कई कारण है जैसे कि डायबिटीज या फिर सीलिएक रोग | शरीर में खून में शक्कर की मात्रा में बदलाव होने के कारण भी मासिक धर्म में आ संतुलन बना रहता है | इसलिए साधारण डायबिटीज भी यानी कि मधुमेह भी आपके पीरियड्स में रुकावट बन सकता है |
सीलिएक रोग होने की वजह से हमारे पेट का उत्तक खराब हो सकता है इस कारण आपको खाना हजम करते समय परेशानियां हो सकती है और यह आपके पीरियड लेट होने का कारण भी हो सकता है |
जल्दी मेनोपॉज होने की वजह से :
ज्यादा तर महिलाओं का पीरियड 45 से 55 की उम्र होने तक बंद होते हैं, अगर किसी महिला के पीरियड 40 साल की उम्र में या फिर उसके पहले बंद होते हैं, तो आपके शरीर में अंडो का निकलना बंद हो जाता है जो आपके मासिक धर्म को बंद करता है |
थायराइड की समस्या के कारण :
मासिक धर्म का रुकना या देरी से आने का सबसे बड़ा कारण हो सकता है थायराइड की समस्या, क्योंकि इस समस्या के समय आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म पर बुरा प्रभाव पड़ता है | थायराइड की वजह से आपके शरीर में हारमोंस में बदलाव आता है, इसलिए आपको अच्छी दवाई से थायराइड का इलाज करना बहुत जरूरी है | थायराइड का इलाज होने के बाद आपको तुरंत पीरियड का आने में बदलाव आप महसूस कर सकते हो |
पीरियड मिस होने की परेशानी से बचने के लिए योगा का इस्तेमाल :
अगर आप घरेलू तरीके से पीरियड जल्दी लाने का प्रयास कर रही हो, तो आपके लिए योगा से बड़ा कोई अच्छा इलाज नहीं है | बाबा रामदेव जी के योग आपको इस दुविधा से बचने के लिए बहुत काम में आने वाले हैं | मासिक धर्म के लिए बाबा रामदेव योगा यह सबसे बेस्ट मेडिसिन मानी गई, योगा करने से आपको मासिक धर्म में अधिक खून आना और मासिक धर्म का दर्द कम होता है |
पीरियड जल्दी लाने के लिए योगा कैसे फायदेमंद है ?
- योगा करने से आपका तनाव दूर होता है, इससे मासिक धर्म में देरी रूकती है |
- बाबा रामदेव योग करने से आपका शरीर रिलैक्स होता है, इससे की मासिक धर्म का दर्द कम होता है |
- शरीर में खून का प्रवाह अच्छे से होने की वजह से पीरियड्स को आने में देरी नहीं होती है |
- पीरियड जल्दी लाने के लिए शरीर में हार्मोन का संतुलन होना जरूरी होता है, योगा करने से आपके शरीर में हार्मोन संतुलित होते हैं |
पीरियड जल्दी लाने के लिए योग आसन :
भुजंगासन :
भुजंगासन करने से आपके शरीर में लचीलापन आता है | मासिक धर्म आने में देरी होने से बचने के लिए आपको रोजाना 5 मिनट के लिए भुजंगासन करना बहुत जरूरी है |
धनुरासन :
धनुरासन यह ऐसी योग क्रिया है जिसमें हमें हमारा शरीर तीर की तरह मोड़ना पड़ता है | धनुरासन करने से हमारे पेट से जुड़ी कोई समस्या नहीं होती है | पेट से जुड़े विकारों का रोग निवारण करने के लिए धनुरासन लाभदायक है | जब हमारा पेट अच्छा रहता है तब हमें मासिक धर्म आने में देरी नहीं होती है |
वज्रासन :
मासिक धर्म में अधिक खून निकलने की समस्या से निजात पाने के लिए आपको वज्रासन करना फायदेमंद होता है | वज्रासन करने की स्थिति में आपको अपने पैरों को पीछे की ओर करना पड़ता है और अपने घुटनों के बल बैठना पड़ता है |
सूर्य नमस्कार :
सदियों से सूर्य नमस्कार सभी योगासन लाभदायक माना गया है | सूर्य आसन करने से आपके शरीर में लचीलापन आता है, माहवारी देरी से आने की समस्या कम होती है | सूर्य आसन करने से पहले आपको इस बात का ख्याल रखना है कि कभी भी पीरियड के दौरान आपको सूर्य नमस्कार आसन नहीं करना है | अगर आपके शरीर में किसी प्रकार की चोट आयी है, तो भी आपको यह आसन नहीं करना है |
पीरियड जल्दी लाने की पतंजलि दवा :
पीरियड देरी में आने की वजह से हमें हमारे ओवुलेशन का समय पता नहीं चलता है और इससे बच्चा पैदा करने में बहुत परेशानियां होती है |
बाबा रामदेव जी की सलाह से यदि आप योग क्रिया और पतंजलि दवा का सेवन करते हो इससे आपके पीरियड जल्दी लाने में आपको मदद मिलेगी |
वैसे देखा जाए तो आयुर्वेदिक दवाइयों से पीरियड जल्दी लाने में आपको कोई नुकसान नहीं होता है |
पतंजलि फल घृत :
पीरियड मिस होने बचने के लिए पतंजलि फल घृत सबसे फायदेमंद है | जब भी आप इस पतंजलि दवा का सेवन करते हो तो आपके पीरियड सही समय पर आने लग जाते हैं |
वैसे देखा जाए तो पीरियड जल्दी लाने की आयुर्वेदिक दवा को जब आपको पीरियड जल्दी आने में बहुत समय लग रहा है तो ही लेना चाहिए | रोजाना चार चम्मच पतंजलि दवा का सेवन करने से आप की पीरियड सही समय पर आती है |
पीरियड जल्दी लाने के घरेलू उपाय :
अगर आपको अपनी मासिक धर्म की डेट जल्दी लाने का तरीका चाहिए, तो आप घरेलू उपाय से भी अपनी मासिक धर्म की डेट जल्दी ला सकते हैं | घरेलू उपाय करने से आपको कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है बस आपको किसी भी घरेलू उपाय को करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए |
पीरियड जल्दी लाने के घरेलू दवा है पपीता :
शरीर में हार्मोन में असंतुलन होने की वजह से मासिक धर्म में देरी आ सकती है, इसलिए आपको पपीते का सेवन बहुत ही लाभदायक है | पपीता शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन को प्रोत्साहित करता है, एस्ट्रोजन हार्मोन को प्रोत्साहित होने की वजह से महिला को मासिक धर्म सही समय पर आने लगता है | पपीता का सेवन करने से आपके शरीर में गर्मी को नियंत्रण में रखने का काम यह करता है |
पीरियड जल्दी लाने के लिए अदरक का सेवन :
शरीर में गर्माहट पैदा होने की वजह से मासिक धर्म खुलकर आता है ऐसा माना जाता है, यदि आप अदरक का सेवन नियमित तरीके से करते हो तो आपके मासिक धर्म में देरी नहीं होती है | 1 दिन में दो कप चाय अदरक की चाय पीने से आपके मासिक धर्म जल्दी लाने के लिए मदद मिलती है |
विटामिन सी का नियमित सेवन :
शरीर में एस्ट्रोजन की मात्रा बनाए रखने के लिए विटामिन सी बहुत ही जरूरी होता है | मासिक धर्म खुलकर आने के लिए और नियमित आने के लिए आपको विटामिन सी का नियमित सेवन करना चाहिए | विटामिन सी आपको कई सारे फलों में मिल जाता है जैसे कि संतरा मौसंबी पाइनएप्पल या नींबू में |
मेथी के बीज करेगा जब पीरियड को रेगुलर :
मेथी के बीज आपके मासिक धर्म में देरी होने से रोकते हैं | कई बार 35 दिन होने के बाद भी मासिक धर्म नहीं आते हैं इस समय आप मेथी के बीज का सेवन कर सकती हो, रात को मेथी के दानों को भी भिगोकर रखने से सुबह पानी पीने से आपका पीरियड सही समय पर आता है | आप पानी में मेथी के बीजों को उबालकर उसे छानकर भी पी सकते हैं |
सौंफ के बीज लाएगा आपके पीरियड को सही समय पर :
अगर आपको अलग अलग तरीके का इस्तेमाल करने के बाद भी आपके पीरियड जल्दी नहीं आ रहे हैं, तो आपको सौंफ के बीज का सेवन जरूर आजमाकर देखना चाहिए | रात में एक गिलास पानी में एक से दो चम्मच मिलाकर उसे सुबह छानकर पीना चाहिए | कई सारी महिलाएं पीरियड्स को जल्दी लाने के लिए नुस्खे का सेवन करती है |
तिल के बीज है पीरियड जल्दी लाने की दवा :
दिन में दो बार गर्म पानी के साथ एक चम्मच तिल के बीज का सेवन करना है, ऐसा नियमित करने से आपका मासिक धर्म जल्दी आता है |
डॉक्टर की सलाह लेनी कब जरूरी है ?
आमतौर पर महिलाएं पीरियड मिस होने पर घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल करके उसे ठीक करना चाहती है | लेकिन हम आपको सलाह देंगे कि, अगर आपको नीचे दिए हुए कुछ लक्षण आपके जीवन में महसूस हो रहे हैं तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी बहुत जरूरी है |
असामान्य लक्षण :
- मासिक धर्म में अधिक खून निकलना |
- बुखार की समस्या होना |
- मासिक धर्म में अधिक दर्द होना |
- मासिक धर्म आने से पहले उल्टियां होना |
- 7 दिनों से अधिक ब्लीडिंग होना |
- मेनोपॉज होने के समय 1 साल होने के बाद पीरियड ना आने के बाद भी खून का निकलना |
अगर आपको ऊपर लिखे हुए असामान्य लक्षण महसूस हो रहे हैं तो आपको डॉक्टर के सलाह लेनी सबसे जरूरी होती है |