![पीरियड्स क्या होता है ? मासिक धर्म की जानकारी पीरियड्स क्या होता है ? मासिक धर्म की जानकारी](https://fsi.org.in/wp-content/uploads/2019/03/Periods-Kya-Hota-Hai-768x432.png)
पीरियड्स आना मतलब लड़की के लिए किशोरावस्था से यौनअवस्था की तरफ जाना ऐसा कहा जाता है | महिलाओं की जिंदगी में सबसे बड़ा बदलाव तब शुरू होता है, जब उन्हें पीरियड्स आना शुरू हो जाते हैं | इस समय महिलाओं को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए बहुत सारी लड़कियां सोचती है पीरियड्स क्यों आते हैं ?
पीरियड के वजह से कई बार लड़कियां डिप्रेशन में चली जाती है, लेकिन पीरियड्स क्या सिर्फ आपको ही आते है ?, नहीं ना ? यह हर लड़की को आते हैं |
शुरुआती दिनों में पीरियड बहुत बड़ी बात लगती है, लेकिन धीरे धीरे जैसे-जैसे कुछ महीने चले जाते हैं, लड़कियों को इसकी आदत हो जाती है | लेकिन फिर भी लडकियों के मन में कई सारे सवाल होते हैं और उन सवालो के जवाब आसानी से नहीं मिल पाता है |
इसलिए अब हम आपको पीरियड्स के बारे में जानकारी देना चाहते हैं, जिससे कि आपके मन में कभी पीरियड्स का डर कभी ना बना रहे |
क्या आपको पता है ?
- ज्यादातर महिलाओं को पीरियड 28 दिन के बाद होता है |
- पीरियड्स आने के बाद 4 से 5 दिन साधारण पीरियड्स होते हैं |
- हर पीरियड के समय 4 चम्मच खून निकलता है |
पीरियड्स क्या होते हैं ?
अक्सर लडकिया यह सोचती है की लड़कियों को पीरियड क्यों होते है ? लेकिन देखा जाए तो यह महिलाओं में जब बच्चा पैदा करने की क्षमता आ जाती है, तब शुरू होते हैं | हर महीने महिला के गर्भाशय का आकार बड़ा होता जाता है, गर्भाशय पर टिशु बनने के कारण ही ऐसा होता है और लड़की का गर्भाशय हर महीने अंडे फ़र्टिलाइज़ करता है |
जब गर्भाशय से निकले अंडे को शुक्राणु मिलते हैं, तो वह पेट में गर्भ तैयार करता है | यह अंडे महिला को प्रेगनेंट करते हैं | अगर इन अंडों को शुक्राणु का संपर्क नहीं होता है, तो वह हर महीने महिला के प्राइवेट पार्ट से बाहर निकलते हैं |
जब यह टिशु महिला के प्राइवेट से बाहर निकलते हैं, तो वह ब्लड के स्वरुप में आते हैं और इसी खून की बाहर निकलने की प्रक्रिया को मासिक धर्म यानी कि पीरियड्स कहा जाता हैं |
आम तौर पर पहली बार पीरियड कब आते हैं ?
ज्यादातर लड़कियों को मासिक धर्म उम्र के 11 से 14 की उम्र में शुरू हो जाते हैं, लेकिन देखा जाए तो पीरियड्स आने का समय लड़की के उम्र के 8 साल से 16 साल तक चालु हो जाता हैं, इसलिए 16 साल तक ब्लीडिंग नहीं हुई तो डरने की जरूरत नहीं है |
दोस्तों देखा जाए तो लड़कियों के पीरियड्स जल्दी आ जाते हैं, इसलिए बहुत सारी लड़कियां परेशान हो जाती है कि उनकी सहेली को जल्दी आए और अपने खुद के अभी तक पीरियड्स क्यों नहीं आए ?
वैसे देखा जाए तो यह आपके शरीर के ऊपर निर्भर करता है, इसीलिए किसी के साथ आपको कंपेयर करने की जरूरत नहीं है |
आमतौर पर उम्र के 50 साल तक महिला को पीरियड आते हैं और 50 साल के बाद महिला का पीरियड्स आना बंद हो जाते हैं, जिसे हम पीरियड का रुक जाना यानी कि मेनोपॉज कहते हैं | इस समय पर पीरियड का रुक जाना यानी कि अब महिला को बच्चे नहीं हो सकते यह भी माना जाता है |
पहली बार पीरियड आने वाले है यह कैसे पता चलता है ?
आपको पता है कि हम क्या बात कर रहे हैं ? जब आपको लग रहा है कि आपके स्तन बड़े हो रहे हैं और आपके प्राइवेट पार्ट पर बाल आने लगे हैं और आपके प्राइवेट पार्ट से सफेद पानी की तरह कुछ निकल रहा है तो इसका मतलब यह है कि जल्द ही आपको पीरियड्स आने वाले हैं |
जब यह आना शुरू हो जाता है तब आपको खुद ही आपके शरीर में दर्द महसूस होने लगेगा, जैसे की कमर दर्द होने लगता है इसे प्रीमेच्योर सिंड्रोम भी कहते हैं | इस समय कमर में दर्द के साथ साथ सिर दर्द होने लगता है |
लड़की के पीरियड्स कब तक चलते हैं ?
आमतौर पर मासिक धर्म 4 से 5 दिनों तक रहता है | कई बार यह 7 से 8 दिन भी ले सकता है | पीरियड्स का आना आपके मासिक धर्म का चक्र पर निर्भर करता है |
मासिक धर्म का चक्र क्या होता है ?
वैसे देखा जाए तो मासिक धर्म चक्र हर महीने के पीरियड्स आने के समय को कहते हैं, यह कई महिलाओं का 28 दिन का होता है, तो कई महिलाओं का 30 से 32 दिनों का होता है |
जब किसी महिला का मासिक धर्म शुरू होता है तब मासिक धर्म शुरू होने की पहली तारीख से अगला मासिक धर्म शुरू होने की तारीख इस समय के दौरान जितने दिन आते हैं, उन दिनों को गिन कर मासिक चक्र कितने दिन का है यह पता लगा सकते हैं |
कई कई महिलाएं ऐसी भी होती है जिनके पीरियड्स साल में दो बार यानी कि 6 महीने के बाद या फिर 3 महीने के बाद भी आते हैं, इसलिए उन महिलाओं ने अपने मासिक धर्म चक्र यानी कि पीरियड साइकिल पर ध्यान देना बहुत जरूरी है |
मासिक धर्म के समय कितना खून निकलता है ?
वैसे देखा जाए तो मासिक धर्म में अधिक खून निकलने के कारण महिलाओं को विकनेस आती है और यह उनकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है | आमतौर पर पीरियड्स के समय तीन से चार चम्मच खून निकलना यह नार्मल पीरियड माना जाता है | शुरुआती दिनों में अधिक खून निकलना आम बात है, लेकिन 2 से 3 दिन बाद यह कम होना चाहिए |
पीरियड्स आने के बाद इस विषय में किससे बात करे ?
कम उम्र में शारीरिक बदलाव के कारण लडकिया इस विषय में बारे मे बात करने के लिए घबराती है | लडकिया किसी से इस बदलाव के बारे में बात करना तो चाहती है, लेकिन कैसे और किससे बात करे यह समझ नहीं आता है |
हम आपको सुझाव देंगे की मां और बेटी का रिश्ता बहुत करीबी होता है, इसलिए जब भी आपको लगे कि आपके शरीर में थकान महसूस हो रही है और आपका वाइट डिस्चार्ज हो रहा है, तो आपको सबसे पहले इस बात को अपनी मां से कहना है और आमतौर पर लड़कियां ऐसा ही करती है, लेकिन कई बार अपनी मां को इस बारे में कैसे बताओ ऐसा सोचकर कई लड़कियां परेशान होती है, इसलिए आपको डरने की जरूरत नहीं है |
सबसे पहले आपको अपनी मां को इस बारे में बताना है, क्योंकि वह भी और औरत है और उसे इस बारे में अधिक पता होने से वह आपकी इस विषय में बहुत मदद कर सकती है |
आपको फिर भी आपको मासिक धर्म के बारे में कोई दिक्कत आ रही है, तो आप निचे कमेंट में पूछ सकते हैं | हम जल्द से जल्द आपको सहायता करने का प्रयास करेंगे |