अक्सर हम अपनी सेहत की अच्छी देखभाल रखकर भी कई समस्याओं से हमें सामना करना पड़ता है। जैसे कि, हेयर फॉल। ऐसे कई लोग हैं जिन्हें हेयर फॉल की समस्या आ जाती है। बालों की समस्या कई प्रकार की होती जैसे कि, स्कैल्प में डैंड्रफ होना, बाल झड़ना, बाल रूखे सूखे से दिखना, बालोंका ना बढ़ना वगैरह। और ज्यादा से ज्यादा तर बालों का झड़ना यह समस्या सभी को आती रहती है। हेयर फॉल के लिए कई लोग अलग-अलग तरीकों को अपनाते हैं, तो कोई अपना शैंपू को बदलता है। हेयर ऑयल बदलता है, तो कुछ लोग हेयर फॉल के महंगे प्रोडक्ट्स लाकर उसे अपनाके देखते हैं। लेकिन फिर भी अगर उसमें कुछ फर्क नहीं पड़ता है तो डॉक्टर से ट्रीटमेंट करवाते हैं। कुछ लोगों के तो बाल इतने झड़ जाते हैं, कि जहां पर ज्यादा बाल थे वह कम बाल दिखने लगते हैं। इसलिए, हेयर ट्रांसप्लांट के बारे में सोचने लगते हैं। लेकिन, हेयर ट्रांसप्लांट करने के लिए घबराते है। दोस्तों, आज हम हेयर ट्रांसप्लांट क्या है? और इसे कैसे करते हैं? इस प्रक्रिया के बारे में जानने वाले हैं। अगर आपको भी आपके गंजेपन से छुटकारा पाना है, तो आपको हेयर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया के बारे में जान लेना आवश्यक है। दोस्तों, हेयर ट्रांसप्लांट क्या है? इसे कैसे करते हैं? तो चलिए जानते हैं इस प्रक्रिया के बारे में।
हेयर ट्रांसप्लांट क्या है? और उसे कैसे किया जाता है? : Hair Transplant Kya Hai? Aur use Kaise Kiya Jata Hai?
कई लोगों ने हेयर ट्रांसप्लांट के नाम के बारे में तो सुना होगा। लेकिन, हेयर ट्रांसप्लांट कैसे होता है? यह क्या तकनीक है? इसके बारे में अनजान रहते हैं। तो दोस्तों, आज हम इस प्रक्रिया के बारे में जानने वाले हैं।
हेयर ट्रांसप्लांट इसको बाल प्रत्यारोपण भी कहा जाता है। हेयर ट्रांसप्लांट के एक सर्जिकल प्रक्रिया होती है। अगर आप के सर के बाल कुछ ज्यादा ही झड़ रहे हैं और वहां पर गंजापन आ रहा है, तो इस सर्जिकल प्रक्रिया को आप कर सकते हैं। हेयर ट्रांसप्लांट के वजह से आपके सर पर फिर से बाल उगना शुरू हो जाते हैं। दोस्तों, हेयर ट्रांसप्लांट यह एक बड़ी लंबी प्रक्रिया होती है। इसमें बहुत टाइम लगता है। इस प्रक्रिया में बालों का प्रत्यारोपण होता है। हेयर ट्रांसप्लांट के दो प्रक्रिया होती है। माइक्रोग्राफ और स्लिटग्राफ यह उन प्रक्रियाओं के नाम है। दोस्तों, हेयर ट्रांसप्लांट में सबसे पहले सर्जन हेयर लाइन डिजाइन करते हैं। सर्जरी में यह एक इंपॉर्टेंट चीज होती है। इससे पेशेंट की लूक कैसे दिखेगी? यह डिपेंड करता है। बाद में पेशेंट की एलर्जी सेंसटिविटी चेक की जाती है। इससे यह जाना जाता है कि, पेशेंट को कोई एलर्जी है या नहीं। उस हिसाब से उसे दवाइयां भी दी जाती है। पेशेंट के सिर पर जहां पर थोड़े बाल बचे हुए हैं, उसे भी ट्रीम किया जाता है। पेशेंट को इंजेक्ट करने के लिए कैनुला लगाया जाता है। इसके मदद से सर्जरी के दौरान कई दवाइयों का इंजेक्ट किया जाता है। बाद में पेशेंट को लोकल एनएसथीसिया दीया जाता है। तथा पूरे सर्जरी के दौरान पेशन के बीपी, सास और पल्स को भी मॉनिटर किया जाता है। सर्जरी के दौरान पेशेंट के सिर पर सॉल्यूशन इंजेक्ट किया जाता है। जिस वजह से ब्लीडिंग कम हो सकती है। बाद में सर्जन पेशेंट के सर पर जहां बाल नहीं है वहां पर स्लिट्स बनाते हैं। स्लिट्स बनाते वक्त यह ध्यान रखना होता है कि स्लिट्स यह बहुत ही पास पास हो और उसका डायरेक्शन भी सही हो, जिससे बाल घने हो सकते हैं। और दिखने में भी अच्छे लगे। यह काम बहुत ही सावधानी से करना पड़ता है। बाद में जहां पर पेशेंट के सर पर बाल है वहां से स्केल पल की मदद से बाल या फिर बालों की एक पट्टी निकाली जाती है। बाद में वहां पर टाका भी लगाया जाता है। और यह बाल हेयर ट्रांसप्लांट किया जाता है। जहां पर बाल नहीं है वहां पर एक एक बाल की ट्रांसप्लांट की जाती है। यह काम बहुत ही सावधानी से किया जाता है। हेयर ट्रांसप्लांट होने के बाद पेशेंट के सर को ड्रेसिंग किया जाता है। हेयर ट्रांसप्लांट होने के 1 घंटे के बाद पेशेंट घर भी जा सकता है।
हेयर ट्रांसप्लांट यह सर्जरी करवाने के बाद क्या होता है : Hair Transplant Yah Surgery Krvane Ke Bad Kya Hota Hai ?
हेयर ट्रांसप्लांट होने के बाद पर्सन 1 घंटे के बाद घर जा सकता है लेकिन हेयर ट्रांसप्लांट होने के बाद पेशेंट का सिरदर्द हो सकता है। क्योंकि, यह एक सर्जरी ही होती है। इंजेक्ट का असर खत्म होने के बाद पेशेंट का सर दर्द होने लगता है। इसके लिए पेशेंट को दवाइयां भी दी जाती है। यह दवाइयां उसे टाइम पर लेनी पड़ती है। दवाइयां लेने से दर्द कम होने में मदद हो सकती है। कई बार हेयर ट्रांसप्लांट के बाद संक्रमण होने की संभावना होती है। इसके लिए संक्रमण रोकने के लिए एंटीबायोटिक्स भी दिया जाता है। दवाइयां लेने से सर की सूजन कम होने में मदद हो सकती है। और आप अपने डेली रूटीन के काम पर भी जा सकते हैं। हेयर ट्रांसप्लांट के 2 से या फिर 3 हफ्ते बाद बाल झड़ना यह एक सामान्य समस्या मानी जाती है क्योंकि, इसके बाद नए वालों का विकास होता है। कुछ लोगों को 10 से 12 महीने बाद नए बाल उगने शुरू होते हैं। किसी को हेयर ट्रांसप्लांट का जल्दी असर होता है। तो किसी को असर होने में देर लगती है। बालों का विकास अच्छा होने के लिए डॉक्टर कुछ दवाइयां भी लिख कर देते हैं, जो पेशेंट को लेनी पड़ती है। जिससे उनके बाल घने होने में मदद होते हैं तथा उनका लुक पहले जैसे होने में मदद हो सकती है।
दोस्तों, हेयर ट्रांसप्लांट क्या है? यह सर्जरी कैसे करते हैं? इस प्रक्रिया के बारे में हमने जान लिया है। तो दोस्तों, हमने दी हुई जानकारी आपको कैसी लगी, यह आप हमें हमारे कमेंट बॉक्स में लिखकर बता सकते हैं।
धन्यवाद।