Home Swapna Shastra नए जन्में शिशु का ख्याल कैसे रखें।

नए जन्में शिशु का ख्याल कैसे रखें।

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नए जन्में शिशु का ख्याल कैसे रखें।
नए जन्में शिशु का ख्याल कैसे रखें।

पहली बार मां बनना हर एक महिला के जीवन में यह खुशियों का ना भूलने वाला क्षण होता है। पहली बार मां बनने के साथ-साथ उस पर बच्चे की कई प्रकार की जिम्मेदारियां भी आ जाती है। नए जन्मे शिशु के आने के पहले से ही वह कई सारी उम्मीदें लगाएं रहती है। कई जन तो बच्चे के आने के पहले उसका कमरा सजाकर रखते हैं। उसके कपड़े, उसके खिलौने और कई सारी चीजें लाकर रखते हैं। बच्चे के साथ-साथ मां का भी एक प्रकार का नया जन्म ही होता है। बच्चा होने के बाद नए जन्मे शिशु का आपको अच्छी तरीके से ख्याल भी रखना आना चाहिए। दोस्तों, आज हम नए जन्में शिशु का ख्याल कैसे रखें। किस तरीके से उसको संभाला जाए, इस पर जानकारी प्राप्त करने वाले हैं। अगर आप पहेली बार मां बनी है तो आपको नए जन्मे शिशु की जिम्मेदारियां भी पता होनी चाहिए। बच्चे के जन्म के बाद ही उसकी देखभाल करना शुरू कर देना चाहिए। बच्चे को कब सुलाया जाए, कब उसको फीडिंग करना चाहिए, इन सभी प्रकार की बातों का आपको अच्छी तरीके से पता होना चाहिए। तो दोस्तों, चलिए जानते हैं, नए जन्मे शिशु का ख्याल कैसे रखें के बारे में।

नए जन्मे शिशु का ख्याल कैसे रखें।

शिशु का जन्म होते ही उसका अच्छी तरीके से ख्याल रखना पड़ता है। अगर आप पहली बार मां बनी है तो इस सभी प्रकार की जानकारी के बारे में आपको पता होना चाहिए। तो चलिए जानते हैं,

नए जन्में शिशु का ख्याल कैसे रखें।
नए जन्में शिशु का ख्याल कैसे रखें।

बच्चे को सही वक्त पर सुलाना चाहिए : Bacche Ko Sahi Waqt Pr Sulana Chahiye

शिशु का जन्म होते ही उसकी जिम्मेदारियां मां बाप पर आ जाती है। बच्चा स्वस्थ रहे शारीरिक रूप से मजबूत रहे इसके लिए उसके सोने का वक्त और खान-पान का वक्त का हमें अच्छी तरीके से ख्याल रखना आना चाहिए। नहीं शिशु का जन्म होने के बाद वह ज्यादा देर तक सोता रहता है। क्योंकि मां को दिए हुए इंसुलिन का असर बच्चे पर भी रहता है। इसीलिए, शुरू शुरू में बच्चा ज्यादा देर तक सोता रहेगा। अगर बच्चे की नींद अच्छी हो तो वह शारीरिक रूप से मजबूत और स्वस्थ भी रहेगा। बच्चे की सोने की स्थिति को आपको बीच-बीच में बदलते रहना है क्योंकि बच्चा एक ही देर तक में सोता है। शिशु का सर यह गोल रहे इसके लिए आपको बीच-बीच में स्थिति बदलना आवश्यक है। बच्चे तो ज्यादा देर तक सोते रहते हैं इसलिए उसको आपको बीच-बीच में उठाकर स्तनपान करना भी जरूरी होता है।

शिशु को स्तनपान करें : Shishu Ko Stanpan Kare

बच्चे का जन्म होने के बाद उसे सबसे पहले मां के स्तनपान की आवश्यकता होती है। बच्चे को स्तनपान करवाना है, या फिर फॉर्मूला मिल्क देना है, यह आपके ऊपर डिपेंड रहता है। लेकिन, अगर आप अपने शिशु को स्तनपान करें तो बेहतर होगा। स्तनपान करने से यह स्वास्थ्यवर्धक रहता है। शारीरिक रूप से मजबूत रहता है। बच्चे को फीडिंग करते समय उसको अपनी गोद में अच्छी तरह से लेकर फीडिंग करना चाहिए। डिलीवरी के बाद अक्सर माताओं को तकलीफ होती है और वह बिस्तर पर लेट कर ही बच्चे को स्तनपान करती है। इस वजह से बच्चे को तकलीफ भी हो सकती है। लेकिन अगर आप अपनी सेहत का ख्याल रखते हुए बैठने की कोशिश करके अगर बच्चे को बैठकर स्तनपान करें तो अच्छा होता है। स्तनपान करते समय बच्चे के मुंह में हवा भी जाती रहती है इसलिए, स्तनपान पूरा होने के बाद आपको बच्चे को 5 से 10 मिनट के लिए पकड़ कर उसकी पीठ थपथपानी चाहिए। इससे बच्चे के पेट के अंदर की हवा बाहर निकलने में मदद होती है। शुरू शुरू में बच्चे ज्यादा सोते हैं कोई चार से 6 घंटे तक सोता है तो कोई तीन से 4 घंटे तक सोता है। बच्चे के जन्म के बाद उसे दो 2 घंटे में स्तनपान करवाना जरूरी होता है। इसलिए, आपको बच्चे को दो 2 घंटे में उठवाकर स्तनपान कराना चाहिए। ऐसा करने से आपके बच्चे की सेहत भी अच्छी रहेगी बच्चे का वजन भी बढ़ता जाएगा। और बच्चा शारीरिक रूप से मजबूत होने में मदद होगी।

अगर आप को स्तनपान करने में कोई दिक्कत आ रही हो, आपके स्तनपान से अगर बच्चे का पेट नहीं भर रहा हो तो इसके लिए आप फार्मूला मिल्क भी बच्चे को दे सकती है। फार्मूला मिल्क यह दूध के बोतल की मदद से आप उसको दे सकती है। जब-जब अब फॉर्मूला मिल्क बच्चे को दूध की बोतल से देते हो तब तक आपको दूध की बोतल अच्छी तरह से साफ करवा लेनी चाहिए। जिसके वजह से बच्चे को कोई इंफेक्शन ना हो सके।

डायपर पहनाएं : Daiper Pahanaiye

अगर बच्चे का अच्छी तरह से पेट भर रहा है तो वह दिन में सात फिर आठ बार या फिर उससे ज्यादा मूत्र विसर्जन करता रहेगा और उसके साथ ही मल त्याग भी करेगा। इसलिए, आपको बच्चे को डायपर पहनाना चाहिए। अगर सोते वक्त उसने मूत्र विसर्जन कर दिया तो उसकी सोने की जगह गीली होने पर वह नींद से बार-बार जागेगा और उसकी नींद पर असर पड़ता जाएगा। इसलिए, आपको बच्चे को डायपर पहनाना चाहिए। और बीच-बीच में गिरे डायपर को भी चेंज करते रहना चाहिए। आप अपने बच्चे का जितना अच्छी तरह कैसे ख्याल रखेंगे उतना ही वह शारीरिक रूप से मजबूत होता जाएगा। बच्चे की सोने की जगह उसका कमरा साफ सुथरा रखना चाहिए। जिससे वह कई प्रकार की बीमारियों से दूर रह सकता है।

बच्चे का रोजाना अच्छी तरीके से नहाए : Rojana Accchi Tarah Se Nahaye

शिशु के जन्म के बाद उसके स्नान पर भी अच्छे से ध्यान देना पड़ता है। शिशु का जन्म होने के बाद अस्पताल में नर्स उसका अच्छी तरीके से स्नान करवाती है। और शिशु घर में आने के बाद उसके माताजी को या फिर उसके नानी जी को या फिर कोई घर की सदस्य को स्नान करवाना पड़ता है। शिशु को नहाने लेते जाते वक्त आपको उसके गर्दन पर सिर पर सहारा देना है। उसे अच्छी तरीके से पकड़ना चाहिए। नहाते समय शिशु के आंख, नाक, कान जैसे नाजुक जगहों पर ध्यान रखना चाहिए। हल्के साबुन का आपको इस्तेमाल करना चाहिए। शिशु को ठंड ना लगे इसलिए, आपको गर्म पानी का उपयोग करना चाहिए। जिससे वह सर्दी जुखाम से दूर रह सकता है। बच्चे को नहाते वक्त आपको उससे बातें करनी चाहिए जिससे बच्चे का ध्यान आपकी और हो और वह ना रोए। बच्चे के नहाने के बाद कॉटन के तौलिए में लपेटे, या फिर एक अच्छा सा साफ सुथरा कपड़ा से पोंछे। उसके बाद उसके कपड़े पहना कर उसको डायपर भी पहनाना चाहिए।

इन चीजों पर भी ध्यान रखें : In Chizon Par Dhyan Rakhe

  • जब जब आप अपने बच्चे को पकड़ेंगे तभी तब तब आपको आपके हाथ साफ सुथरा रखने हैं या फिर बच्चे को पकड़ने से पहले आपको अपने हैंडवाश कर लेने हैं।
  • बच्चे के सिरको गर्दन पर सहारा देना चाहिए। उसे अच्छी तरीके से पकड़ना आपको आना चाहिए।
  • बच्चे से आप का नाता मजबूत हो इसलिए आपको बच्चे से बातें करते रहना चाहिए।
  • बच्चे को स्तनपान करने के बाद उसका डकार अवश्य निकालें।
  • बच्चे को कभी अकेला मत छोड़े क्योंकि वह कुछ भी मुंह में डाल सकता है।
  • बच्चे को सवेरे रोजाना मालिश करवानी चाहिए। उसके सर से लेकर पांव तक अच्छी तरह से आपको उसका मसाज देना चाहिए। ताकि उसको नींद भी अच्छी से लग सके। और उसके शरीर को भी मजबूती प्रदान हो सके।
  • बच्चे के जन्म होने के बाद बच्चे को 1 वर्ष तक बीच-बीच में डॉक्टर के पास जांच पड़ताल के लिए लेकर जाना चाहिए।
  • बच्चे को समय-समय पर वैक्सीनेशन करवाना जरूरी है।
  • शिशु के जन्म के बाद उसके नाल का भी आपको अच्छी तरीके से ख्याल रखना चाहिए।

दोस्तों, पहली बार मां बनना आसान नहीं होता है। इसके लिए आपको कई प्रकार की जिम्मेदारियां भी उठानी पड़ती है। शिशु के जन्म के बाद उसके सभी प्रकार की बरकाइयो पर ध्यान रखना पड़ता है। उसकी हर एक हरकत पर नजर रखनी पड़ती है। बच्चा अच्छी तरह से स्तनपान कर रहा है या नहीं यह भी माता को ख्याल रखना पड़ता है। अगर आप अच्छी तरीके से अपने शिशु का ख्याल रखेंगे, तो वह मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेगा, मस्त रहेगा। तो दोस्तों, हमने दी हुई जानकारी आपको कैसी लगी, यह आप हमें हमारी कमेंट बॉक्स में लिखकर बता सकते हैं।

धन्यवाद।

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