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मंदिरों में नारियल क्यों फोड़ा जाता है

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मंदिरों में नारियल क्यों फोड़ा जाता है
मंदिरों में नारियल क्यों फोड़ा जाता है

अक्सर कई बार हम जब छोटे थे तब से लेकर आज तक हम देखकर आए हैं। के कोई भगवान की पूजा हो उसमें नारियल जरूर रहता है। और नारियल के बिना वह भगवान की पूजा अधूरी रहती है। पर हमेशा मन में एक सवाल आता है। के ऐसा क्यों होता है।

अगर नारियल नहीं हो तो पूजा क्यों अधूरी रह जाती है, और हर मंदिरों में नारियल क्यों फोड़ा जाता है। कोई अलग फल क्यों नहीं फोड़ा जाता है? बचपन में हम कई बार यह बात सोचते थे इसी के साथ हमें लगता था इसकी कोई वजह ही नहीं होगी। वह तो बस ऐसे ही नारियल मंदिरों में फोड़ते होंगे। 

पर जैसे जैसे हम बड़े होते हैं। वैसे वैसे हम समझने लगते हैं। के नारियल के बिना कोई पूजा हो ही नहीं सकती इसी के साथ मंदिर में चाहे कौन सी भी पूजा हो नारियल हमेशा फोड़ा जाता है। इसमें कई बार शास्त्रों के हिसाब से कारण भी पता चले और कई धार्मिक कारण भी पता चले।

इसमें हमारे हिंदू धर्म में एक धार्मिक कारण है। जिसकी वजह से हम नारियल का इस्तेमाल हमारी पूजा में करते हैं। और नारियल ना होने की वजह से हमारी पूजा अधूरी रहती है। तो वह कारण क्या है। यह आज हम जाने वाले हैं। तो आइए चलिए जानते हैं। कि मंदिरों में नारियल क्यों फोड़ा जाता है।

मंदिर में नारियल फोड़ने की वजह : 

हमारे हिंदू धर्म में बहुत सारे छोटे-मोटे जात पात है। पर फिर भी सब लोग नारियल का ही इस्तेमाल करते हैं। इसकी एक वजह है। वह ऐसा है कि बहुत साल पहले जब भी पूजा हुई करती थी। तभी लोग किसी जानवर इंसान बलि देते थे, और जैसे जैसे वक्त गुजरता गया वैसे वैसे यह बलि देने की प्रथा बहुत लोगों को पसंद नहीं आने लगी।

इसीलिए ऐसा माना जाता है। कि भगवान और ऋषि मुनियों ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि अब से किसी भी पूजा में जानवर इंसान की बलि नहीं दी जाएगी। तो उसकी जगह पर नारियल फोड़ा जाएगा। और नारियल को बलिदान का प्रतीक भी मानते हैं। क्योंकि नारियल को एक सिर्फ पूछ और आंखें होते हैं। 

इसीलिए उसे बलिदान का प्रतीक मानते हैं। और हर पूजा में नारियल का इस्तेमाल किया जाता है। उसे फोड़ा जाता है। जिससे किसी के भी जान को खतरा ना हो और यह जो नारियल फल है। वह कोई भी दिन किसी भी दिन फोड़ा जा सकता है। इसी के साथ यह फल 12 महीनों में कभी भी आसानी से आपको मिल सकता है।

इसीलिए यह भी एक इसकी वजह है। इसी के साथ नारियल फल बहुत हद तक यह बहुत देर तक अच्छा रह सकता है। यह जल्दी खराब नहीं होता इसी के साथ नारियल को कल्प वृक्ष भी कहा जाता है। क्योंकि ऐसा भी माना जाता है। के जब भगवान विष्णु धरती पर आए। तो उन्होंने अपने साथ नारियल का पेड़ लाया था।

जिसे हम कल्प वृक्ष कहते हैं, क्योंकि नारियल एकमात्र ऐसा फल है। जिसे प्यास लगे तो पिया जा सकता है और भूख लगे तो खाया भी जा सकता है। इसी के साथ नारियल के हर 1 अंकों का बहुत तरीके से हम इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको अगर पता हो तो नारियल के जो पूछ होती है।

या उसके ऊपर जो उसका छिलका होता है। वह सुखाकर रसिया बनाई जाती है। और कई आदिवासी लोग नारियल के फलों का इस्तेमाल कुछ चीजें बनाने में करते हैं। तो कुछ लोग खाने और पीने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं। इसी के साथ नारियल का पानी हमारे शरीर के लिए तो बहुत अच्छा होता है।

नारियल का पानी पीने का फायदा : 

इसी के साथ नारियल और उसका पानी बहुत पवित्र भी माना जाता है। इसीलिए हर एक पूजा में नारियल का फल फोड़ा जाता है। और फोड़ने के बाद होने के बाद वह पानी भगवान के आसपास छिड़का जाता है। जिससे मंदिर के आजू-बाजू की जो भी जगह है वह पवित्र हो जाएगी।

ऐसा माना जाता है, कई बार हम देखते हैं। कि पूजा या फिर हवन होते हैं। उसमें भी बहुत बार नारियल का इस्तेमाल किया जाता है। क्योंकि नारियल एकमात्र ऐसा फल है। जो बहुत जल्दी से जल जाता है। इसीलिए कई बार हवन में भी जलाने के लिए नारियल का इस्तेमाल किया जाता है।

जैसे कि हमने कहा कि नारियल बहुत पवित्र है। इसीलिए यह भी एक मान्यता है। के नारियल हमेशा कोई भी आदमी ही फोड सकता है। या पंडित का पुजारी औरतें नारियल नहीं फोडते है। पर यह एक धार्मिक कारण है और हिंदू धर्म इतना बड़ा है। के हमारे वेदों में हमारे ग्रंथों में बहुत सारे धार्मिक वजह जिसकी वजह से आज भी हम वह धार्मिक वजह को मानते हैं।

तो दोस्तों आज हमने जाना कि मंदिर में हमेशा नारियल का इस्तेमाल पूजा किया जाता है। या नारियल क्यों फोड़ा जाता है। तो हिंदू धर्म के अनुसार जो इसका धार्मिक कारण है। वह हमने आज जान लिया है। इसका शास्त्रीय कारण अलग हो सकता है। पर यह केवल एक धार्मिक कारण है। लोगों किस धर्म से जुड़ी बात है और सदियों से चली आ रही यह प्रथा है।

जो की बहुत अच्छी भी है। इसीलिए आप हम सब इस प्रथा को मानते हैं। और हमारे पूजा में नारियल का इस्तेमाल करते हैं। आपको क्या लगता है इसकी कोई और भी वजह हो सकती है। तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं। इसी के साथ इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें। जिसकी मदद से उन्हें भी इस बात का पता चल जाएगा के असल में में मंदिरों में नारियल क्यों फोड़ा जाता है।

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