Home Health Care पाचन क्रिया को तंदुरुस्त कैसे बनाते है ? जानिए आसान तरीका

पाचन क्रिया को तंदुरुस्त कैसे बनाते है ? जानिए आसान तरीका

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पाचन क्रिया को तंदुरुस्त कैसे बनाते है ? जानिए आसान तरीका
पाचन क्रिया को तंदुरुस्त कैसे बनाते है ? जानिए आसान तरीका

कैसे रखे पाचन क्रिया को तंदुरुस्त ? में हम जानेंगे कैसे अपने पेट की पाचन क्रिया को आप आसानी से तंदुरुस्त कर सकते हो |

दोस्तो पाचन क्रिया याने हमारे शरीर का डाइजेस्टिव सिस्टम यह होता है। पाचन क्रिया याने हम लोग रोजना जो खाना खाते है। उसे पचाने के लिए यह क्रिया होती है। यह पाचन संस्था खाये हुए भोजन में से एनर्जी लेकर सारे शरीर मे पहुंचाता है। जिसे हम खाना पचना कहते हैं।

यह क्रिया हमारे पेट के भीतर होती है, हमने खाया हुआ खाना गले से होकर जाने वाली अन्न नलिका से होते हुए पाचन संस्था तक पहुंचता है। फिर वह से पाचन क्रिया उस खाये हुए पदार्थो को सारे शरीर मे घुमाकर उसे पचाता है। और जो अन्न हमारे शरीर के कुछ काम का नही होता है, उसे वह शौंच के जरिये शरीर से बाहर निकल देता है। अब पाचन संस्था का खाना पचाने के कार्यकाल खाये हुए खाने पर निर्भर करता है। जैसे कि दाल, चावल जल्दी पच जाते है, उसी जगह मैदा, नॉनवेज इसे पचने में कहा जाता है, एक से 2 दिन लगते है।

पाचन क्रिया कैसे होती है ?

खाना हम खाने को दातो से चबाते है। जब हम लोग खाने को चबाते हैं, उस वक्त उस खाने में हमारे मुँह से दातो के भीतर से कुछ लिक्विड ग्रंथी निकलती है; उस खाने को नर्म बनाने के लिए। उसे हम सलाइवा कहते है। इसके कारण हम चबाया हुआ खाना आसानी से निगल सकते है। फिर वह पदार्थ हमारे नलिका मार्फ़त पेट के भीतर जाता है। फिर उसके बाद पेट मे स्टार्च एसिड रहता है जिसके कारण खाया हुआ खाना पेट मे पचता है।

स्टार्च एसिड के कारण खाया हुआ खाना और भी ज्यादा पतला ओर छोटे छोटे टुकड़ों बट जाता है; लेकिन पेट मे सिर्फ आधा ही खाना पचता । फिर पेट खाये हुए खाने को लीवर के जरिये छोटे इंटेस्टाइन में भेजता है। जहाँ पर लीवर उस खाने में और अलग अलग ग्रंथियों को खाने में मिला देती है, जिसकी वजह से खाना और भी छोटे छोटे पार्टिकल्स में बट जाता है। फिर छोटे इंटेस्टाइन के भीतर अनगिनत छोटे छोटे खून की कोशिकाएं होती है। जिन्हें विज्ञान की भाषा मे विली कहा जाता है। फिर वही खाना विली कोशिकाएं के जरिये ब्लड (खून) में मिल जाति है। जिसे हम एनर्जी, विटामिन, प्रोटीन, फैट, कैल्शियम ऐसे विभागों में बांट दिए है। और छोटे इंटेस्टाइन में जो भी खाना पाचन नही होता है; वह बड़े वाले इंटेस्टाइन में जाने के बाद वहा खाना और अलग अलग ग्रंथियों में मिलकर एक नर्म स्तिथि में आ जाता है। और बड़े वाले इंटेस्टाइन से होकर हमारे शौच विभाग में चला जाता है। और वह शरीर के किसिभी काम का नही होता है इसीलिए उसे हमारी पाचन संस्था पेट से निकल देती है।

यह चींजे करेंगे तो पाचन क्रिया हो जाएगी तंदुरुस्त :

1. खाना अच्छे से चबाना :

दोस्तो यह सबसे पहली और महत्वपूर्ण क्रिया है। हमारे पूर्वज और पुराने वैदिक लोगो का मानना है कि खाने का हर एक निवाला अगर आप 30 से 35 बार चबाते है, तो वह खाना पचाने में टाइम नही लगता और न ही पाचन संस्था को उसे पचाने में कथनीय होती है।

यह आज के विज्ञान और डॉक्टरों ने भी कहा है। तो खाना खाते वक्त बिना बात किये चुप चाप खाने पर ध्यान देकर हर एक निवाला30 से 35 बार चबाये।

2. गर्म खाना खाएं जिससे आपकी पाचन क्रिया मजबूत होगी :

बहुत घरो में यह देख गया है, कि लोग खाने को पहले ही बनाकर रखते है जब कि खाना खाने का टाइम अलग हैं। इससे यह होता है, की खाना ठंडा हो जाता है और चबाने में दिक्कत आती है। और पेट के भीतर जाने के बाद वह गर्म होने में टाइम लेता है। गर्म होने में याने हमारे शरीर मे खाने के टाइम पेट और आंतों के अंदर कुछ गर्म पित्त रस पैदा होता है। क्यो की खाने को पचा सके और छोटे छोटे टुकफो में बाँट सके।

अगर आप गर्म खाना खाते हो; तो पहले से ही गर्म खाने को और गर्म होने में टाइम नही लगता और वह जल्दी पाचन हो जाता है। अगर आप ठंडा और बासी खाना खाते हो तो आपको एसिडिटी या पेट की बीमारी हो सकती है। इसीलिए हमेशा गर्म खाने को ही खाये। और वह अच्छा भी लगता है। और हम भर पेट भी खाते है। जैसे कि जब हमलोग कही होटल में जाकर खाना खाते है तो वह लोग गर्म गर्म खाना ही परोसते है। जो कि हम बड़े चाव से कहते है। बस यही आपको करना है।

3. पाचन क्रिया अच्छी रखने के लिए खाने के आधे घंटे बाद पानी पिये :

दोस्तो इसका भी यही कारण है जो मेने ऊपर के सूची में बताया है। क्यो की पानी भी ठंडा ही होता है, और वह हमारे पेट के अंदर की ज्वाला को बुझा देता है। जिसके कारण कहना पाचन नही होता है। और अहम कारण यह भी है कि खाना खाते वक्त बीच बीच मे पानी पीना भी छोड दे।

अगर आप ऐसा करते है, तो खाने के पदार्थ पानी वे साथ मिलकर वह पेट मे से जल्द ही बाहर निकल जायेगा, और पेट की पाचन संस्था पानी मे से खाने को अलग नही कर सकती। इसीलिए कहते है खाने के आधे घंटे बाद एक लोटा भर के पानी पीना चाइये।

4. सुबह जागते ही भरपेट पानी पिये:

सुबह उठने के बाद दाँतो को मंजन किये बगैर भरपेट पानी पिये, इसके कारण पेट मे जो भी खराब गैसेस और एसिड्स होते है वह निकल जाते है। और आपको एसिडीटी का सामना करना नही पड़ता।

सुबह हो सके तो गर्म गुनगुना वार्म पानी पियेंगे तो भी और ज्यादा फायदेमंद रहेगा। और रात को सोते समय कम से कम पानी पिये जिससे पाचन क्रिया को खाना पचाने में कोई अड़चन नही आती।

5. रोजाना एक्सरसाइज करें :

आजकल के भागदौड़ भरी जिंदगी के वजह से हमारे शरीर का और पेट के पाचन संस्था का बैलेंस बिगड रहा है। जैसे कि फास्टफूड खाना, देर रात तक जगना, आधीरात खाना खाने का तरीका जब हमारी पाचन संस्था भी आराम कर रही होती है।

आधीरात तक जगना और खाना खाने का तरीका आपके पेट और चेस्ट में एसिडिटी पैदा करती है। जिससे शरीर का सारा बैलेंस खराब हो जाता है। तो दोस्तो उसी बैलेंस को सही रखने के लिए आपको सुबह जल्दी उठकर एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है।

6. थकान और तनाव को रखे दूर :

दोस्तो थकान और तनाव हमारे शरीर के सभी अंगों को निराश कर देता है। जिससे हमारे सभी अंग काम करना धीरे धीरे बन्द कर देते है। ज्यादा तनाव के कारण हमें भूक नही लगती न ही नींद लगती है। जिसके चलते इसका परिणाम हमारे पेट को झेलना पड़ता है। और हमे के सारी बीमारियों के शिकार हो जाते है।

अब थकान और तनाव तो जीवन का एक भाग है; तो इसे कैसे दूर रहे? इसके लिए आपको एक्सरसाइज या योगसाधना करनी पड़ेगी। जिससे आप और आपकी पाचन संस्था तंदुरुस्त रहेगी।

7. बंद कर दे शराब पीना, गुटखा खाना, और सिगरेट पीना :

शराब हमारे पेट की आंतो को और लीवर को खराब कर देती है जिसकी वजह से ना ही हम खाना खा पाते है। और ना ही उसे पचा पाते है, इसीलिए शराब पीना सेहद के लिए हानि कारण है। रही बात गुटखा और सिगरेट इसका सेवन करने से हमारी खाना निगलने वाली नाली सड़ जाती है, या तो वह ब्लॉक हो जाती है जिसमे में सुपारी के दाने अटक जाते है।

तो यह खाने को पेट तक पहुचने नही देता और हमे आपरेशन करके इसे निकलना पड़ता है। इसीलिए यह सब गंधी आदते आजसे ही अभी से ही बन्द कर दे।

8. पाचन क्रिया ठीक करें आयुर्वेदिक चूरन का सेवन :

जैसे अदरक और निम्बू को निचोड़कर चूसना इससे आपको खाना पचाने में मदद होगी।
आँवला और काले नमक को सुखाकर पाउडर बनाये और उसे रोज रात को खाने के बाद 1 चम्मच या आधा चम्मच खाये।

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