सभी को अपने स्वास्थ्य की ओर ध्यान देना चाहिए। अगर हम शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे तो कई प्रकार के संक्रमण से लोगों से हम बच सकते हैं। इसीलिए, हमें पहले से हमारे खान-पान में सभी प्रकार के विटामिंस युक्त पदार्थों का तथा कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, मिनरल्स, आयरन युक्त पदार्थों को हमको शामिल करना चाहिए। इससे हमारी सेहत भी अच्छी रहेगी और हमारे शरीर की प्रतिकारक क्षमता भी बनने में मदद होगी और मजबूत रहेगी। लेकिन, कई बार काम के भागदौड़ के वजह से हम अपने सेहत की और अच्छी तरह ध्यान नहीं दे पाते हैं। और न जाने इस वजह से कई प्रकार की समस्याओं से हमें जाना पड़ता है। दोस्तों, आज हम कोलाइटिस यह समस्या क्या है? और इस पर कौन सा इलाज हो सकता है? इस प्रकार की समस्या के बारे में जानने वाले हैं। कई लोगों को कोलाइटिस के समस्या से गुजरना पड़ता है। लेकिन, कोलाइटिस यह समस्या क्या होती है? यह समस्या क्यों आती है? अगर आपको भी कोलाइटिस यह समस्या है? तो इस पर आप कौन सा उपाय कर सकते हैं? इलाज कर सकते हैं? इसके बारे में आपको अवश्य ज्ञान लेना चाहिए। तो दोस्तों, चलिए जानते हैं कोलाइटिस या समस्या और उसके इलाज के बारे में।
कोलाइटिस के कारण और लक्षण : Colitis Ke Karan aur Lakshan
कई जनों को कोलाइटिस की समस्या होती है। कोलाइटिस मतलब कोलन के अंदरूनी हिस्से पर सूजन आना। अल्सरेटिव कोलाइटिस यह कोलाइटिस को कहा जाता है। कोलाइटिस यह एक प्रकार की पेट की बीमारी होती है। कोलाइटिस इस समस्या में पेशेंट के बड़ी आंतों में सूजन आती है। पेट के बड़ी आंतों में सूजन आने की वजह से पेशेंट को पेट से जुड़ी हुई कई प्रकार की समस्याओं से जाना पड़ता है। पेट के बड़ी आंतों में सूजन आने के कारण पेशेंट का पेट दर्द होने लगता है। वह शारीरिक रूप से कमजोर होने लगता है। कई बार इस वजह से तो उसको डायरिया भी हो जाता है। शारीरिक रूप से कमजोर होने के वजह से उसे जल्दी थकान आने लगती है। उसका वजन घटने लगता है कई बार तो उसको अच्छी तरीके से नींद भी नहीं लगती है। अनिद्रा की समस्या उसे आ सकती है। अगर यह समस्याएं कोलाइटिस के पेशेंट को आ जाए, तो जल्दी से उसको अपना इलाज करवाना पड़ता है। नहीं तो कई प्रकार की बड़ी समस्या में भी आ सकती है।
कोलाइटिस होने के कारण : Colitis Hone Ke Karan
इस समस्या का मुख्य कारण क्या हो सकता है? यह तो अभी तक पता नहीं चल चुका है। लेकिन, कोलाइटिस यह समस्या का मुख्य कारण पेशंट का मानसिक तनाव और उसके खानपान में पोषक तत्वों एवं पोषक घटकों की कमी यह माना जाता था। वैसे तो डॉक्टर के अनुसार और भी कई कोलाइटिस के कारण हो सकते हैं जैसे कि,
- अगर घर में किसी को यह समस्या पहले आ चुकी है, तो घर में और किसी सदस्य को यह समस्या आ सकती है। मतलब अनुवांशिकता यह एक कारण हो सकता है।
- अगर आपकी ई इमूनो सिस्टम खराब हो चुकी है, तो इस वजह से आपको यह समस्या आ सकती है।
- ज्यादा मानसिक टेंशन लेना तथा खानपान में पोषक तत्वों एवं पोषक घटकों की पूर्ति ना होना।
- बैक्टीरिया और वायरस के कारण
- किसी चीज के एलर्जी के कारण
दोस्तों, यह कुछ कारण हो सकते हैं जिस वजह से आपको या समस्या आ सकती है। कोलाइटिस या समस्या आने से आप में कई प्रकार के लक्षण देख सकते हैं जैसे कि,
लक्षण : Lakshan
- पेट में जोरो से दर्द होना।
- पेट में ऐठन होना।
- खाने की इच्छा ना होना मतलब भूख ना लगना।
- कई बार आंखों में सूजन होना।
- जोड़ों में दर्द की समस्या।
- जल्दी थकान आना।
- शारीरिक रूप से कमजोरी आना।
- इस वजह से वजन घटना।
- शरीर में एकदम से पानी की मात्रा की कमी होना।
- रेक्टम मैं दर्द और उससे बिल्डिंग की समस्या आना।
- दस्त होना।
- कई बार ज्यादा मात्रा में ब्लीडिंग होने की वजह से एनीमिया की समस्या आना।
दोस्तों, कोलाइटिस होने की वजह से इन समस्याओं से इन लक्षणों से आपको गुजरना पड़ सकता है। यह समस्या जाने के लिए आप कौन सा उपाय कर सकते हैं? कौन से इलाज कर सकते हैं? तो चलिए जानते इस पर कुछ उपाय।
कोलाइटिस होने पर इलाज : Colitis Hone Par Ilaj
यह समस्या पेट से जुड़ी होने पर कई प्रकार के लक्षणों से गुजरना पड़ता है। पेशेंट को कई प्रकार की समस्या से सामना करना पड़ता है। इस पर क्या इलाज हो सकता है? कौन से उपाय हम कर सकते हैं? तो चलिए जानते हैं।
यह समस्या होने पर डॉक्टर पहले पेशेंट के लक्षणों की जांच करते हैं। पेशेंट को क्या-क्या समस्या आ रही है, कौन-कौन से लक्षण उसमें नजर आ रहे हैं, उस पर अभ्यास करके उसका इलाज शुरू किया जाता है। इस वजह से पेशेंट को कोलाइटिस या समस्या क्यों आई है? इसके बारे में भी पता चलता है। इलाज में डॉक्टर पेशेंट की शारीरिक जांच करवाते हैं। अगर पेशेंट के रेक्टम से बिल्डिंग हो रही है, तो यह बिल्डिंग क्यों हो रही है? उसकी भी जांच करवाते हैं। तथा पेशेंट के मल की भी जांच कराई जाती है। पेशेंट के इलाज में एक्स-रे तथा सिटी स्कैन का उपयोग किया जाता है। कोलाइटिस यह कई प्रकार की होती है। पेशेंट की जांच करने के बाद पेशेंट को कौन से प्रकार के कोलाइटिस हुई है यह जांच कराई जाती है। और उसके बाद ही पेशेंट का इलाज कराया जाता है। तथा पेशेंट के बड़ी आंतों में जो सूजन आई है, उसको कम किया जाता है। इस वजह से पेशेंट को कई समस्या से गुजरना पड़ता है।
इलाज में पेशेंट को दवाइयां दी जाती है। और उसमें एंटीबायोटिक दवाइयों को भी शामिल किया जाता है। कई बार तो इस प्रकार की समस्या में सर्जरी भी की जाती है।
- इस समस्या से बचने के लिए आपको आपके खानपान में सभी प्रकार के पोषक तत्वों एवं पोषण घटकों युक्त तथा सभी प्रकार के विटामिंस, कैल्शियम,प्रोटीन, मिनरल्स, आयरन, पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
- जो पदार्थ तरल होते हैं उनका सेवन नहीं करना चाहिए। मतलब जाना तरल पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए।
- जिन पेड़ों में कार्बोनेटेड है उन से बचना चाहिए।
- दिनभर मैं आपको थोड़ी थोड़ी मात्रा में खाते रहना चाहिए।
- योगा तथा ध्यान का आपको अभ्यास करना चाहिए।
- मानसिक तनाव मुक्त रहने की कोशिश करें।
कोलाइटिस यह समस्या ना आ सके इसलिए आपको कुछ तरीके अपनाने चाहिए। हमने बताए हुए तरीके आप अपना कर देख सकते हैं। अगर आपको भी यह समस्या आई है तो जल्दी से आपको डॉक्टर के पास जाकर जांच करानी चाहिए और यह जल्दी से इलाज कराना चाहिए।
तो दोस्तों, हमने दी हुई जानकारी आपको कैसी लगी यह आप हमें हमारे कमेंट बॉक्स में लिखकर बता सकते हैं।
धन्यवाद।