![सी टी स्कैन क्या है और सी टी स्कैन क्यों कराया जाता है ? सी टी स्कैन क्या है और सी टी स्कैन क्यों कराया जाता है ?](https://fsi.org.in/wp-content/uploads/2019/10/सी-टी-स्कैन-क्या-है-और-सी-टी-स्कैन-क्यों-कराया-जाता-है--768x432.jpg)
नमस्ते दोस्तों आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएँगे कि सी टी स्कैन क्या होता है? सिटी स्कैन क्यों कराया जाता है? उसके संबंधित जानकारी बताएँगे।
सी टी स्कैन का पूरा नाम कंप्यूटेड टोमोग्राफी (Computed Tomography ) है। यह एक मेडिकल टेस्ट है। सिटी स्कैन एक्स-रे इमेजिंग टेक्निक है। इसकी मदद से डॉक्टर कई समस्याओं का निदान करते हैं। इससे पता चलता है कि क्या इलाज करे । जिससे इंसान का पूरे शरीर का घूमती मशीन और कंप्यूटर की सहायता से चित्र लिया जाता है। यानी कि एक्स रे (X-Ray) लिया जाता है।
इसका यह प्रमुख फायदा है कि यह सामान्य एक्सरे से विस्तारित रूप में जानकारी प्राप्त होने में डॉक्टर को सहायता होती है। सिटी स्कैन की मदद से शरीर से संबंधित कोई भी अंदरुनी समस्या की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
इसका प्रयोग कंधे, रीढ़ की हड्डी, गुटने, पेट दर्द और छाती और मस्तिष्क से जुड़ी समस्याओं की जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता है। सी टी स्कैन की सलाह डॉक्टर तभी देते हैं जब उनको किसी चीज में ज्यादा बड़ी परेशानी लगे या ऐसी अंदरूनी चोट जिसका पता सामान्य अक्सर ऐसे नहीं किया जाता।
तभी डॉक्टर यह टेस्ट कराने की सलाह देते हैं। इसकी सहायता से शरीर की कोई भी अंदरूनी चोट का पता किया जा सकता है। और उस पर समय रहते इलाज किया जा सकता है। सीटी स्कैन की मदद से शरीर की पूरी तरह से जांच की जा सकती है और एक्सरे की सहायता से शरीर की सभी कोशिकाओं और हड्डी की जांच होती है।
सिटी स्कैन की मदद से शरीर की टुकड़ों में चित्र लिए जाते हैं। सामान्य एक्स-रे से इसमें ज्यादा डिटेल में जानकारी प्राप्त होती है। इसके लिए सी टी स्कैन की सलाह डॉक्टर देते हैं। सी टी स्कैन की मदद से शरीर के स्पष्ट इमेज दिखती है। जिससे कि किसी भी बीमारी का पता आसानी से चल जाता है। यह सामान्य एक्स-रे से बहुत ही महत्वपूर्ण जांच होती है।
सिटी स्कैन करने से पहले क्या करते हैं ?
- सिटी स्कैन हॉस्पिटल और रेडियोलॉजिस्ट क्लीनिक में किया जाता है।
- सी टी स्कैन करने से पहले इंसान को दो से तीन घंटे पहले कुछ भी नहीं खाना होता है।
- सिटी स्कैन के लिए स्पेशलिस्ट होते हैं जो यह जांच करते हैं।
- सी टी स्कैन का एक मशीन होता है उसमें एक टेबल होता है उस पर इंसान को लेटा देते हैं।
- सी टी स्कैन करने से पहले अगर इंसान ने कुछ भी जेवर पहने है तो उसको निकालना पड़ता है।
- जभी सी टी स्कैन की मशीन में वह टेबल अंदर जाता है तो। न्यारो एक्स-रे भिन्न की मदद से शरीर के पूरे हिस्से के चित्र लिए जाते हैं।
- कंप्यूटराइज की सहायता से यही विभिन्न चित्र को कंप्यूटर 3D इमेज में बदलाव किया जाता है। जिससे कि डॉक्टर अच्छे से समझने में आए।
सी टी स्कैन क्यों किया जाता है ?
शरीर में अंदरूनी चोट और दूसरे किसी गंभीर बीमारियों का इलाज करने से पहले डॉक्टर मरीज़ को सिटी स्कैन कराने की सलाह देते हैं।
सि टी स्कैन द्वारा लिए गए कंप्यूटर के चित्र से इंसानी शरीर के अंदर का पता लगाया जा सकता है, कि किस कारण वश यह बीमारी या कोई भी सा समस्या उत्पन्न हुई है। और डॉक्टर को उसके संबंधित उपचार करने में आसान हो जाता है।
शरीर के किन हिस्सों का सिटी स्कैन किया जाता है और कब किया जाता है ?
- आंतरिक चोट और अंदरुनी रक्त प्रवाह की जांच के लिए।
- दिमाग में चोट या ब्रेन ट्यूमर की जांच के लिए।
- और यदि एक्सीडेंट में मस्तिक का फैक्चर हो जाता है तो उसकी जांच की जाती है।
- कैंसर और ह्रदय रोग की जांच के लिए किया जाता है।
- इंसान की अंदरुनी शारीरिक रचना की जांच के लिए भी सिटी स्कैन किया जाता है।
- किसी भी दुर्घटना के बाद होने वाली अंदरूनी रक्त प्रवाह की जांच के लिए।
- कोई भी अंदरूनी सर्जरी करने से पहले डॉक्टर सिटी स्कैन करने की सलाह देते हैं।
- जोड़ों की समस्या एवं हड्डी के फ्रैक्चर की जानकारी के लिए भी डॉक्टर सी टी स्कैन की सलाह देते हैं।
सीटी स्कैन की जांच कराने के लिए कितना पैसा लगता है ?
आमतौर पर सरकारी हॉस्पिटल में कम से कम ₹600 लगते हैं। जबकि प्राइवेट और बड़े हॉस्पिटल में इसका खर्चा डबल हो जाता है।
जैसे कि 2000 और 2500 तक हो जाता है। सीटी स्कैन की जांच कराने की कीमत पूर्णताः किस शरीर के हिस्से की जांच करनी है। इस पर ही निर्धारित होता है। उसके अनुसार इसके लिए पैसे लगते हैं। हर एक क्लीनिक में सिटी स्कैन की अलग-अलग कीमत होती है।
सी टी स्कैन से होने वाले नुकसान :
सिटी स्कैन कई प्रकार की बीमारियां अंदरूनी चोट और किसी भी सर्जरी से पहले या जाने वाली जांच है इसमें डॉक्टर को पता चलता है, कि इस बीमारियों का कैसे इलाज करें इसके कुछ दुष्परिणाम हो सकते हैं।
- सि टी स्कैन करते समय आपका शरीर रेडिएशन के संपर्क में आता है। जो आपके शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे त्वचा के विकार और कैंसर जैसे बड़ी बीमारियां भी हो सकती है।
- सि टी स्कैन कराने से कभी-कभी एलर्जी भी हो सकती है।
- अगर कोई महिला गर्भवती है। तो उनको यह बात डॉक्टर को पहले ही बता देनी चाहिए। अगर उनको सिटी स्कैन की जांच कराने बोला गया है। क्योंकि इससे आपके गर्भ पर दुष्परिणाम हो सकता है।
- अगर आपको किसी भी तरह का किडनी या डायबिटीज की परेशानी है। तो इस बात की सूचना पहले ही डॉक्टर को दे दीजिए इससे भी समस्या हो सकती है।