नमस्कार दोस्तों । फ्री सिंपलीफाइड इंफॉर्मेशन वेबसाइट में आप सभी का हम स्वागत करते हैं । आज हम आपको हमारे इस आर्टिकल में आँखों के सामने कालापन आना और वो क्यू आता है ओर इससे जुड़ी जानकारी बताने वाले है. आँखो के सामने कालापन आना चेतना की हानि है या पूर्ण या आंशिक स्मृति की हानि है। कालापन आने के संभावित कारन है मिर्गी और बड़ी मात्रा में शराब पीना। यदि कोई व्यक्ति किसी को बेहोश होते हुए देखता है, तो उन्हें बैठने की स्थिति में रखना चाहिए या उन्हें लेटने में मदद करनी चाहिए ताकि उन्हें कोई चोट न पहुँचे।
आँखो के सामने कालापान आना क्या है?
कुछ लोग आँखो के सामने कालापन आने को चेतना को थोड़े देर के लिए रुक जाने को कहते है जो आमतौर पर कुछ मिनटों तक रहता है। कुछ अध्ययनों से पाया गया है कि शराब के अधिक सेवन से अल्कोहल-प्रेरित काला पन होता है, जिसमे चेतना को नुकसान होने के बजाय स्मृति को नुकसान होता है।
ब्लैकआउट के अन्य कुछ संभावित कारण है जैसे बेहोशी, मिर्गी और तनाव।
शराब की वजाह से आँखो के सामने कलापण आना।
शराब पीने से ब्लैकआउट के दो अलग-अलग प्रकार होते हैं: एन ब्लॉक और ब्रेक डाउन।
- जब कोई व्यक्ति बहुत अधिक मात्रा में शराब का सेवन करता है, तो एक ब्लॉक ब्लैकआउट होता है। इस स्थिती में शराब पीते वक्त उन्होंने क्या किया है,उन्हें कुछ भी याद नहीं रहेता।
- ब्रेक ब्लैकआउट केवल स्मृति के एक पैच को प्रभावित करते हैं, इसलिए किसी ने व्यक्ति संकेत देने पर स्मृति को एकसाथ याद कर सकता है।
सिंकोप की वजह से आँखो के सामने कालापण आना।
सिंकोप एक एसी स्थिती है जिसमे रक्त प्रवाह ब्रेन तक नही पहुंच पाता है। लोग इस प्रकार के ब्लैकआउट को बेहोशी भी कहते हैं। लो रक्तचाप आमतौर पर बेहोशी का कारण होता है क्योंकि हृदय मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन युक्त रक्त नहीं दे सकता है।
सिंकोप ब्लैकआउट के दो मुख्य प्रकार हैं: तंत्रिका मध्यस्थता और हृदय।
मध्यस्थ सिंकोप थोड़ा सौम्य होता है और इसके लिए आगे के उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। यह ज्यादातर डिहाइड्रेशन और अचानक सो कर उठने के बाद हो सकता है। कार्डियक सिंकोप को अगर जल्दी ईलाज नही मिलता तो इंसान की मौत भी हों सकती है।
मिर्गी की वजह से आँखो के सामने कालापण आना।
मिर्गी में मस्तिष्क में न्यूरोनल गतिविधि की गड़बड़ी होती है औरुसी वजह से मिर्गी अटैक आता है । इन एपिसोड के दौरान, लोगों को मिर्गी दौरे का अनुभव होता है। इंसान की मांसपेशियां सिकुड़ ने लगती हैं, और वे अनकंट्रोल होते है.कालापन आना मिर्गिका एक प्रमुख लक्षण है।
सायकोजेनीक कालापन आना।
कुछ व्यक्ति में तनाव के कारण ब्लैकआउट होता है, तो इसे साइकोजेनिक ब्लैकआउट कहा जाता है। ये ब्लैकआउट सिंकोप और मिर्गी के ब्लैकआउट के समान नही हैं, इसके कई कारण हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जब लोग एक खतरनाक भावना, विचार या स्मृति का अनुभव कर रहे होते हैं, तो यह उन्हें साइकोजेनिक कालापन आता है।
साइकोजेनिक आँखो मे कालापन के कुछ लक्षण है
- बेहोशी और गिरना
- हाथ और पैर को मरोड़ते हरकत
- मूत्राशय और आंत्र पर नियंत्रण न रहना
- ब्लैंक होना
आँखो के सामने कालापन आने का क्या कारण है ?
ब्लैकआउट दो प्रकार के होते हैं: आंशिक और पूर्ण।
आंशिक ब्लैकआउट मतलब आपको कुछ समय बाद सारी घटनाएं याद हो सकती है। पूर्ण ब्लैकआउट में आपको कुछ भी घटनाएं याद नही रहती। अगर आपको कुछ संकेत भी दिए जाते है तो भी आपको याद नहीं होगा कि इस दौरान क्या हुआ था।ब्लैकआउट अक्सर शराब के सेवन से होते हैं। बहुत से लोगों के लिए, बहुत जल्दी या खाली पेट बहुत अधिक शराब पीना, ब्लैकआउट का कारण बनती है।
ब्लैकआउट के कुछ और भी कारण हैं :
- मिरगी के दौरे
- बेहोशी
- कम रक्त दबाव
- सिकोजेनिक शॉक
- लो ब्लड शुगर
- कुछ औषधियां
- ऑक्सीजन की कमी
क्या आँखो के सामने कालापन आणे से जटिलताएं हो सकती हैं ?
आंखो के सामने कलापन आने से कॉम्प्लिकेशन बढ़ सकते है। इसके अनेक कारण होते है। आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
द्आपको नीचे दी गई समस्या का सामना करना पड़ सकता है:
- स्थिर चलने में तकलीफ
- निर्णय लेने मे तकलीफ
- आवेगों को नियंत्रित करें।
आप को ये भीअनुभव आ सकते हैं:
- सिर दर्द
- शुष्क मुँह
- जी मिचलाना
- दस्त
एक भी ब्लैकआउट होना खतरनाक हो सकता है। अत्यधिक शराब का सेवन, तनाव, दवा और मिर्गी सभी ब्लैकआउट का कारण हैं। जबकि ब्लैकआउट एक भयावह अनुभव है,इसका योग्य निदान इव उपचार जरूरी है. तो आज हमने देखा आँखो के सामने कलापन आने कारणों को देखा है जो हमने ऊपर देखा है, हम आशा करते हैं कि आप इस लेख से लाभान्वित हुए होंगे।
धन्यवाद् !