Home Health Care एसिडिटी का इलाज कैसे करें? Acidity ki Problem?

एसिडिटी का इलाज कैसे करें? Acidity ki Problem?

0
एसिडिटी का इलाज कैसे करें? Acidity ki Problem?
एसिडिटी का इलाज कैसे करें?

नमस्कार दोस्तों स्वागत है; आपका हमारे फ्री सिंपलीफाइड इंफॉर्मेशन की वेबसाइट पर जहां पर आज हम एसिडिटी का इलाज कैसे करें? इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं| जो कि आपको आपके निजी जीवन में बहुत ही उपयुक्त और फायदेमंद साबित होने वाली है| क्योंकि एसिडिटी यह दुनिया में 100 में से 90 इंसानों को होती ही है, दोस्तों एसिडिटी यह हो हमारे पाचन तंत्र से जुड़ी हुई बीमारी है जिसके बारे में हम आप को संक्षिप्त रूप में जानकारी देने वाले हैं| कि एसिडिटी क्यों होती है, एसिडिटी होने के पीछे किस प्रकार के कारण होते हैं, और अगर आपको एसिडिटी की बीमारी है, तो आप उसको कैसे दूर कर सकते हैं, एसिडिटी पर घरेलू उपाय किन प्रकार के होते हैं,एसिडिटी का इलाज कैसे करें?  इत्यादि सवालों के जवाब हम आज आपको आर्टिकल के माध्यम से देने वाले हैं|

एसिडिटी कैसे होती है? Acidity kaise hoti hai?

दोस्तों इंसान के शरीर में तीन प्रकार की व्याधि होती है; वात पित्त और कफ तो इनमें से पित्त और कफ यह एसिडिटी से जुड़े हुए होते हैं| जैसे कि; पित्त यह आपके पाचन तंत्र के संबंधित काम करता है अगर पाचन तंत्र का बैलेंस बिगड़ जाता है, तो उसी से आपको एसिडिटी होने लगती है| एसिडिटी का इलाज कैसे करें? एसिडिटी यानी कि शरीर में एसिड का प्रमाण बढ़ जाना जिसके परिणाम स्वरूप आप को न जाने कई प्रकार के लक्षण आपके शरीर में दिखेंगे जिनके बारे में हम आपको आगे के जानकारी में बताने वाले हैं|

  • अधूरी नींद की वजह से आपको एसिडिटी होती है|
  • ज्यादा अमली पदार्थ खाने की वजह से भी आपको एसिडिटी हो सकती है|
  • स्मोकिंग ड्रिंकिंग करने की वजह से यानी कि शराब पीने की वजह से एसिडिटी होना स्वाभाविक होता है|
  • अगर आप गुटका तंबाकू खाते हैं तो आपको एसिडिटी होती है|
  • सोने के समय अगर आप ज्यादा खाना खा लेते हैं तो उसके कारण आपके पाचन तंत्र को खाना हजम करने में परेशानी होती है और उसका परिणाम स्वरूप आपको एसिडिटी में दिखाई देता है|
  • अगर कोई महिला प्रेग्नेंट है तो उसको प्रेगनेंसी में होने वाले हार्मोन चेंज इसकी वजह से एसिडिटी होना स्वाभाविक होता है|
  • अगर आप किसी बीमारी के लिए दवाइयों का सेवन करते हैं तो आपको उन दवाइयों का साइड इफेक्ट एसिडिटी के रूप में दिखाई देता है|
  • लगातार ज्यादा तीखी और मसालेदार चीजें खाने की वजह से एसिडिटी होती है|
  • अधिक चाय पीना अभी एसिडिटी का एक कारण होता है|
  • समय पर खाना ना खाने की वजह से भी एसिडिटी होती है|

तो दोस्तों इत्यादि प्रकार के कारणों की वजह से आपको एसिडिटी होती है| तो आगे की जानकारी में हम यह जान लेते हैं कि एसिडिटी होने पर किस प्रकार का इलाज या किस प्रकार का घरेलू उपाय आजमाकर आप आसानी से एसिडिटी से छुटकारा पा सकते हैं|

एसिडिटी होने पर क्या करें? Acidity Hone Par kya kare?

दोस्तों एसिडिटी यह शरीर में एसिड की मात्रा बढ़ने के कारण होता है; और एसिड बढ़ने के कारण हमने आपको ऊपर की जानकारी में बताएं हैं जिसकी वजह से आपको एसिडिटी होती है| अगर आपकी एसिडिटी गंभीर रूप में हो तो आपको आपके निजी डॉक्टर से जांच पड़ताल कराकर उनकी सलाह अनुसार दवाइयों का सेवन करना है| जिससे आप एसिडिटी से जल्द से जल्द राहत पा सकते हैं; आपको बाजार में किसी भी मेडिकल की दुकान पर एसिडिटी पर आसानी से एंटीबायोटिक टैबलेट्स मिल जाएगी जिनका सेवन करके आप एसिडिटी से छुटकारा पा सकते हैं|

एसिडिटी पर घरेलू उपाय : Acidity par gharelu upay :

दोस्तों एसिडिटी का घरेलू उपाय आजमाकर आप आसानी से उसी से राहत पा सकते हैं आपको किसी भी प्रकार की कोई भी टेबलेट लेने की जरूरत नहीं होती है; तो हम आपको एसिडिटी के इलाज के लिए घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं तो सबसे पहले बढ़ते हैं, पहला उपाय की ओर

एसिडिटी पर ठंडा दूध : Acidity par thanda Milk :

एसिडिटी होने पर सबसे पहले आपको ठंडा दूध पीना है; खाना खाने के बाद आपको सोने से पहले ठंडे दूध से भरा हुआ एक गिलास पीना है जिससे आपके सीने में होने वाली जलन कम हो जाती है और एसिडिटी से छुटकारा पाने में मदद मिलती है|

अदरक का इस्तेमाल है : Ginger ka istemal :

एसिडिटी होने पर आपको अदरक का एक छोटा टुकड़ा जब आना है; जिससे आप एसिडिटी से राहत पा सकते हैं; अदरक में एंटी इन्फ्लेमेटरी नाम का गुण होता है, जिसकी वजह से एसिडिटी से छुटकारा पाने की में अदरक का इस्तेमाल किया जाता है| आप अदरक का काढा या अदरक को गर्म पानी में उबालकर भी पी सकते हैं; जिससे आपकी एसिडिटी जड़ से खत्म हो जाएगी|

अजवाइन और जीरा : Ajwain or jeera :

दोस्तों अजवाइन और जीरे में रोगप्रतिकारक शक्ति को बढ़ाने के गुण होते हैं; जिससे आपको एसिडिटी से राहत पाने में मदद होती है| जैसे कि जीरा और अजवाइन को आपको तवे पर भूनना है, और दोनों को पीसकर उसका एक चम्मच पाउडर आप शक्कर के साथ मिलाकर खा सकते हैं| पाउडर खाने के बाद आपने थोड़ा पानी पीना है जिससे जीरा और अजवाइन का पाउडर आपके शरीर के भीतर जाने में मदद हो| जीरा और अजवाइन के मिश्रण से आपके छाती में होने वाली जलन या गले में होने वाली जलन से आपको तुरंत राहत मिलती है|

एसिडिटी होने पर सौंफ खाए : Saunf ka istemal :

दोस्तों सौंफ यह बहुत ठंडी होती है, और खाना खाने के बाद मुंह को फ्रेश करने के लिए सौंफ खाते हैं; ठीक उसी तरह अगर आप एसिडिटी होने पर सौंफ खाते हैं तो आपको एसिडिटी से राहत पाने में मदद मिलती है|

आंवला और काला नमक का इस्तेमाल :Aamla or black sault :

दोस्तों आंवले में विटामिन सी होता है यह सभी को पता है, जो कि शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, अगर आप आंवले को काले नमक के साथ खाते हैं, तो इससे आपकी एसिडिटी दूर हो जाती है| अगर आपको एसिडिटी की परेशानी बार-बार होती है; तो आप नहीं आंवले का पाउडर बनाकर रखना है, जिससे जब कभी भी आपको ऐसी ड्यूटी हो तो उस वक्त आंवले का पाउडर खाकर एसिडिटी को दूर कर सकते हैं|

एसिडिटी होने पर केला खाए : Banana khaye :

दोस्तों एसिडिटी होने पर केला उस पर प्रभावी रूप से असर करता है; और एसिडिटी को जड़ से उखाड़ फेंकता है| केला यह अंदर से अत्यंत शीतल यानी कि ठंडा रहता है, जिसके वजह से वह पेट में जाते ही पेट में होने वाली जलन को बंद कर देता है, जिससे आपको एसिडिटी से राहत पाने में मदद होती है|

तो दोस्तों इत्यादि प्रकार के घरेलू उपाय आप आजमा कर एसिडिटी से छुटकारा पा सकते हैं|

एसिडिटी के लक्षण? Symptoms of Acidity?

  • एसिडिटी होने के कारण पेट में दर्द होता है|
  • छाती पेट और गले में जलन होना|
  • खट्टी डकार आना|
  • छाती में कफ जमाना|
  • छाती में दर्द होना|
  • खाना खाने की इच्छा ना होना|
  • खाना निगलते वक्त शादी में भयंकर रूप से जलन होना|
  • जी मचलना जिसकी वजह से आपको उल्टियां होना

इत्यादि प्रकार के लक्षण एसिडिटी होने पर है; आपको होते हैं, तो ऐसे में बिना डरे हमने बताए हुए घरेलू उपाय को अगर आप आजमाते हैं, तो एसिडिटी से जल्द से जल्द राहत पाने में आपको मदद होती है| पर आप आसानी से एसिडिटी से छुटकारा पाकर एक सेहत भरी जिंदगी जी सकते हैं| धन्यवाद|

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here