नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे फ्री सिंपलीफाइड इंफॉर्मेशन वेबसाइट में आज का हमारा विषय है बाल झड़ने की समस्या के बारे में आज हम आपको जानकारी देने वाले हैं बाल झड़ने के लिए क्या उपाय करना चाहिए और किन-किन चीजों से हमें बालों की सुरक्षा करनी चाहिए तो चलिए जानते हैं
बाल झड़ने की समस्या(Hair Fall Problems)
आजकल बाल झड़ना एक आम समस्या हो गई है। हर व्यक्ति को बाल झड़ने से परेशान है। बाल समय से पहले इतने झड़ जाते हैं कि गंजापन आ जाता है इसके वजह से लोग हेयर ट्रांसप्लांट कर लेते हैं। अगर बाल ज्यादा झड़ रहे तो इसका जल्दी से जल्दी इलाज करना भी जरूरी है। आज काल की जीवन शैली बहुत खराब हो चुकी है। इस वजह से खानपान पर भी बुरा असर होता है। ऊपर से प्रदूषण और हेयर प्रोडक्ट केमिकल के कारण बालो पर भी असर पड़ता है। बाल झड़ने लगते हैं तो लोग सुगंधित शैंपू ,सुगंधित तेल यूज करने लगते हैं। कई कबार तो तेल और शैंपू यूज़ करने से और समस्या बढ़ जाती हैं। पहले के जमाने में सुगंधित तेल से सुगंधित शैंपू ऐसा कुछ भी नहीं था। महिलाएं रीठा शिकाकाई आंवला इसे कुट कर अपने बालों पर लगाती थी।
यह आयुर्वेदिक उपाय हैं इससे कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है। परिणाम स्वरुप इनके बाल ज्यादा झड़ते भी नहीं थे, इतना ही नहीं समय से पहले इन के बाल सफेद भी नहीं होते थे। ना उनके बालों में कभी डैंड्रफ रहता था। आजकल की जीवनशैली इतनी व्यस्त हो गई है कि इतना करने के लिए किसको टाइम है। जब हमारे बाल झड़ते हैं तो हम जल्दी से मेडिकल पर जाकर कोई भी केमिकल वाला शैंपू या तेल लेकर आते हैं इसका परिणाम उल्टा ही दिखाई देता है। बाल और भि झड़ने लगते हैं। बालों का अधिक झड़ना तब परेशान करता है जब सिर पर नए बालों का विकास नहीं होता है। अगर आपकी हेयर ग्रोथ अच्छी है तो दिन में कितने भी बाल झड़ते हैं तो हमें कोई भी दिक्कत नहीं होती है।असल में बाल गिरने की समस्या को पहले तो नजरअंदाज करते हैं इसलिए सही समय पर उसका इलाज नहीं कर पाते हैं। इसलिए समय से ही उपाय करना जरूरी है।
लंबी बीमारी ,इंफेक्शन, गंभीर संक्रमण, शारीरिक तनाव, हरमन में बदलाव आना, दवाई के दृष्टि परिणाम, खराब मौसम, धूल प्रदूषण, किसी बीमारी के लक्षण, जरूरत पोषक तत्व नहीं मिलना, अनुवांशिक, महिलाओं के मासिक पीरियड, इनके कारण बाल झड़ सकते हैं।
लेकिन आयुर्वेदिक नुसार बाल झड़ने के अलग कारण भी हो सकते हैं। जैसे कि वात पित्त होने के कारण बाल झड़ सकते हैं। वात के साथ मिला हुआ पित्त रोम कुपो में जाकर बालों को गिरा देता है। इतना ही नहीं रक्त के साथ मिला हुआ कफ रोम छिद्र को बंद कर देता है। इसके वजह से दूसरे बाल आना भी बंद हो जाते हैं। आयुर्वेद अनुसार नमक का अधिक सेवन करने से बाल झड़ने लगते हैं।
चलिए तो अब जान लेते हैं बाल झड़ने के कारण।
बाल झड़ने के कारण(Causes of Hair Fall)
- बाल झड़ने के कारण
- तनाव
- हार्मोन असंतुलन
- अपर्याप्त पोषक तत्व
- संक्रमण
- दवाइयों के दृष्ट परिणाम
- लापरवाही
- विटामिन और पोषक तत्वों की कमी
- गलत प्रकार के शैंपू तेल का प्रयोग
- पित्त वर्धक आहार
- धूल प्रदूषण
- बदलता हुआ मौसम
- फंगल इन्फेक्शन
- थायराइड
- रेडियो थेरेपी
- केमोथेरपी
बाल झड़ने से रोकने के लिए आयुर्वेदिक उपाय(Solution on Hair Fall)
ऊपर हमने देखा कि बाल झड़ने के कौन से कौन से कारण होते हैं चलिए तो अब जानते हैं बाल झड़ने से रोकने के लिए आयुर्वेदिक उपाय।
एलोवेरा का इस्तेमाल से(aloe vera ka istmal se)
एलोवेरा बालों को ही नहीं हमारे त्वचा को भी बहुत मददगार है। हमारा चेहरा निखारने के लिए एलोवेरा बहुत फायदेमंद है। एलोवेरा ऐसा पौधा है जो घर के आस-पास आसानी से मिल जाता है। उसे से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। एलोवेरा को बीच में काट कर उसके निकलने वाले गधों को अपने बालों पर डायरेक्टली लगाइए। उससे अच्छे से मालिश कीजिए। अपने बालों को जड़ों को अच्छे से लगाइए। थोड़ी देर के बाद गुनगुने पानी से बाल धो लीजिए। इससे बाल झड़ने से रुकते ही हैं लेकिन बाल मुलायम और शाइनिंग हो जाते है। अगर आपके घर के आसपास एलोवेरा का पौधा नहीं है तो आप एलोवेरा जेल भी लगा सकते हैं।
आंवला रीठा और शिकाकाई हैं फायदेमंद(awala or ritha or shikakai ka istmal se)
आंवले में विटामिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं। रीठा में आयरन भरपूर मात्रा में होता है। शिकाकाई इन दोनों सामग्रियों को अवशोषित करने में मदद करती हैं। आंवला रीठा शिकाकाई को एकत्रित करके हमारे बालों में लगा सकते हैं। यह बालों के कोशिकाओं को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। यहां बालों के झड़ने की समस्याओं को भी दूर करते हैं। इतना ही नहीं नए बाल आने के लिए भी मदद करते हैं। इससे हमारे बाल मुलायम और चमकदार हो जाते हैं।
भृंगराज बनाए बालों को मजबूत(bhriraj ke istemal se)
भृंगराज एक पौधा है। कई बीमारियों को छुटकारा पाने के लिए मदद करता है। भृंगराज बालों को मजबूत, बालों को झड़ने से रोकने के लिए, डैंड्रफ को हटाने के लिए फायदेमंद है। इसके इस्तेमाल से बाल सफेद भी नहीं होते हैं। और बालों को अच्छे से शाइनिंग आती है। आप भृंगराज तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं वह बाजारों में आसानी से मिल जाता है। इसमें विटामिन ई होता है। जो बालों के लिए अच्छे विटामिनों में से एक है। बालों को बेहतरीन बनाने के लिए भृंगराज का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
मेथी के दाने बालों के लिए फायदेमंद(methi ke istemla se)
मेथी के दाने में भरपूर मात्रा में फोलिक एसिड ,निकोटिन एसिड ,विटामिन ए, विटामिन सी ,विटामिन के, प्रोटीन पाया जाता है। मेथी बालों के विकास में वृद्धि करते हैं। इसीलिए झड़ते बालों की समस्या दूर हो जाती है। रात में मेथी के दाने भिगो कर रखीए। सुबह होते ही मेथी के दाने का पेस्ट बना लिजिए। यह पेस्ट अपने बालों को लगा लीजिए। सुखा होने के बाद गुनगुने पानी से धो लीजिए। हफ्ते में दो बार यह उपाय करने से आपको जरूर बाल झड़ने से राहत मिल सकती हैं। नारियल के तेल में एक चम्मच मेथी के दाने गर्म कर लीजिए। मेथी ब्राउन होने के बाद इसे ठंडा होने दीजिए। बाद में यह तेल छान लीजिए। यह तेल बोतल में भर कर रखे। बाल धोने से 1 घंटे पहले इस तेल से मसाज कीजिए। 1 घंटे के बाद बाल धो लीजिए। जिससे बाल चमकदार मजबूत और लंबे होते हैं।
नीम के पत्ते बालों के लिए हैं गुणकारी(neem ke patto se)
नीम आपके जोड़ों को स्वस्थ रखती हैं । और बालों का विकास बढ़ाती है डैंड्रफ दूर करने के लिए मदद करती हैं।यह त्वचा के रक्त प्रवाह को भी उत्तेजित करती हैं।नीम के पत्ते पानी में उबाल लीजिए। उस पानी से अपने बाल को धोए हफ्ते में तीन बार ऐसा करने से आपको बाल झड़ने की समस्या कम दिखाई देगी। नहीं तो नीम के पत्ते अच्छे से साफ कीजिए उसका पेस्ट बना लीजिए और यह पर अपने बालों पर लगा लीजिए 2 घंटे के बाद गुनगुने पानी से धो लीजिए। कुछ दिनों के बाद इसका आंसर आपको बालों को जरूर दिखेगा। नीम के पत्ते जूए और लिखे भी खत्म करती हैं।
मुलेठी बनाए बालों को मजबूत(mulethi ke istemal se)
मुलेठी बालों मे लगाने से बालों के जुड़े मजबूत रहती है। बालों की जड़ों को स्वस्थ रखता है। बालों में डैंड्रफ नहीं होता है इसकी वजह से बाल झड़ने की समस्या भी कम दिखाई देती है। दूध में मुलेठी और केसर बराबर की मात्रा में लीजिए। सोने से पहले यह मिश्रण अपने बालों की जड़ों पर अच्छे से लगाइए। सुबह गुनगुने पानी से धो लीजिए आपको कुछ समय के बाद जरूर असर दिखाई देगा।
बालों के झड़ने के लिए घरेलू नुस्खे
(Home Remedies for Hair Fall)
बाल झड़ने से रोकने के लिए आयुर्वेदिक कौन-कौन से उपाय करते है यह जानकारी हमने ऊपर बताइ।बाल झड़ने से रोकने के लिए घरेलू उपाय कौन-कौन से करें चलिए जानते हैं।
नींबू और दही बाल झड़ने से रोकने के लिए इस्तेमाल करें
दही में नींबू निचोड़ लीजिए अब एक मिश्रण बालों को लगा लीजिए। सूखने के बाद बाल गुनगुने पानी से धो लीजिए। यह सिर की त्वचा का रूखापन दूर करता है और डैंड्रफ भी निकलता है। इसीलिए बाल झड़ना भी कम दिखाई देता है।
नारियल तेल और कपूर बाल झड़ने से रोकने के लिए इस्तेमाल करें
नारियल तेल में कपूर की टिकिया पीस कर डालीए। इसे हल्का सा गर्म करें इसके बाद बाल धोने से पहले इस तेल से मसाज कीजिए। 2 घंटे के बाद बाल धो लीजिए इससे डैंड्रफ खत्म होगा और बाल झड़ने की समस्या भी कम होगी।
प्याज का रस बाल झड़ने से रोकने के लिए इस्तेमाल करें
प्याज का रस बालों के रोम के लिए रक्त परिसंचरण में सुधार करता है। प्याज के रस में जीवाणु रोधी गुण पाए जाते हैं। बालों के झड़ने के कारण अगर कीटाणु और परिजिव है तो उनको खत्म करने की मदद करता है। बालों के रोम पुनर्निर्माण करता है। इसीलिए बाल बढ़ाने में मदद होती है।
करी पत्ता बाल झड़ने से रोकने के लिए इस्तेमाल करें
करी पत्ता बालों को समय से पहले सफेद होने वाले बाल से बचाता है। और बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए मदद करता है। आप मुट्ठी भर करी पत्ते नारियल के तेल में गर्म करें जब तक करी पत्ता काला नहीं हो जाता है तब तक गर्म करें। इसके बाद तेल को छान लीजिए। इससे रोजाना मालिश कर सकते हैं। यह उपाय एक महीना करने से आपको जरूर असर दिखेगा।बालों में देसी घी लगाने के फायदे
केमिकल और हेयर डाई से होने वाले नुकसान
केमिकल और डाय
हेयर प्रोडक्ट्स बालों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं क्योंकि इसमें अल्कोहल और पैरों बिन होता है। इससे बालों के ऊपर साइड इफेक्ट दिखाई देते हैं। हमारे बालों को पोषण तत्व की जरूरत होती है इसलिए केमिकल प्रोडक्ट का कम इस्तेमाल करें। बालों का कलर चेंज करने के लिए डाय भी यूज करते हैं। डाई में ज्यादा केमिकल पाया जाता है। डाइ लगाना हमें अच्छा तो लगता है;लेकिन कुछ समय जाने के बाद हमारे बाल झड़ने लगते हैं। बाल सफेद होने लगते हैं ,बालों में डैंड्रफ दिखाई देता है। किसी किसी को खुजली भी आती है और आंखों का इन्फेक्शन भी होता है। इसीलिए केमिकल वाले प्रोडक्ट से दूर रहिए। हो सके तो आप घरेलू उपचार नहीं तो आयुर्वेदिक उपचार कर सकते हैं।
हेयर स्टाइल के टूल्स
अब तो क्या नई दुनिया नई सोच। आज काल का युग तो फैशन का युग है। अगर किसी पार्टी में जाना है नहीतो किसि शादी में जाना,है किसी प्रोग्राम में जाना है, महिलाएं नया नया हेयर स्टाइल करते हैं। इसलिए हेयर टूल्स का यूज़ करते हैं। गीले बाल ड्राई करने के लिए भी हेयर ड्रायर का यूज़ करते हैं। बाल घुंघराले करने के लिए भी हेयर टूल्स का यूज़ करते हैं। इसलिए बाल रूखे रूखे और पतले हो जाते हैं। इतना ही नहीं बालों के जुड़े को भी कमजोर कर देते हैं। हो सके तो हेयर स्टाइल के टूल्स से बचीए।
बाल झड़ने को रोकने के लिए आप तनावमुक्त रहें। पोषक तत्व वाला खाना खाए जैसे कि विटामिन,प्रोटीन,मिनरल ,आयरन सभी पोषक तत्व अपने डाइट में शामिल कीजिए। धूल प्रदूषण से बचें हमें काम की वजह से बाहर जाना जरूरी है इसलिए बाहर जाते समय अपने बालों को ढक कर रखिए।